लाइफस्टाइल

Ayurveda: आयुर्वेद के अनुसार कैसी हो आपकी Daily Routine? जानें ये 10 ज़रूरी नियम

Ayurveda, आयुर्वेद केवल एक चिकित्सा प्रणाली नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है।

Ayurveda : हर दिन स्वस्थ रहने की गारंटी, अपनाएं ये 10 आयुर्वेदिक नियम

Ayurveda, आयुर्वेद केवल एक चिकित्सा नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है। Ayurveda के अनुसार Daily Routine का पालन करना न केवल रोगों से बचाता है, बल्कि जीवन को ऊर्जा, सकारात्मकता और दीर्घायु प्रदान करता है। आइए जानते हैं Ayurveda के अनुसार ऐसे 10 नियम जो रोज़मर्रा की दिनचर्या में शामिल करके आप स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ा सकते हैं

1. ब्राह्ममुहूर्त में जागना

Ayurveda के अनुसार सूर्योदय से लगभग 1.5 घंटे पहले उठना (ब्राह्ममुहूर्त में) स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। यह समय मानसिक शांति, ध्यान और आत्मचिंतन के लिए सर्वोत्तम होता है। इस समय का वातावरण शुद्ध और सकारात्मक होता है।

2. गुनगुना पानी पीना

सुबह उठकर बिना ब्रश किए, तांबे के पात्र में रखा हुआ गुनगुना पानी पीना शरीर से विषैले तत्वों को निकालने में सहायक होता है। यह पाचन क्रिया को भी सुधारता है और कब्ज से राहत देता है।

3. नाक में तेल डालना

दांतों की सफाई नीम या बबूल की दातून से करना लाभकारी माना जाता है। नाक में तेल डालना और कानों में तेल डालना जैसे क्रियाएं भी सुबह के समय की जाती हैं। स्नान शरीर को शुद्ध और ताजगी से भर देता है।

4. व्यायाम

हर दिन थोड़ी देर योग, सूर्य नमस्कार या हल्का व्यायाम करना शरीर की इन्स्टाटिने को मजबूत करता है और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।

Read More : Panchayat Season 4: पंचायत सीजन 4 कब और कहा होगी रिलीज़? जानिए फ्री में देखने का सीक्रेट जुगाड़!

5. Ayurveda मालिश

तिल या नारियल के तेल से शरीर की नियमित मालिश (विशेष रूप से सिर, पैरों और कानों की) शरीर को पुष्ट बनाती है और तनाव को कम करती है।

6. संतुलित आहार

Ayurveda के अनुसार दिन का भोजन मौसम, प्रकृति और पाचन शक्ति के अनुसार होना चाहिए। भोजन हमेशा ताजा, गर्म और संतुलित होना चाहिए, ओवरईटिंग से बचना चाहिए।

7. भोजन के समय अनुशासन

भोजन के दौरान ध्यानपूर्वक, शांत वातावरण में खाना चाहिए। टीवी या मोबाइल के सामने भोजन करने से पाचन पर असर पड़ता है। दो भोजन के बीच उचित अंतर रखें।

8. दोपहर में विश्राम

थोड़ी देर का दोपहर में आराम शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। लेकिन दिन में अधिक देर सोना आलस्य बढ़ा सकता है।

9. शाम को हल्का भोजन

रात का भोजन सूर्यास्त के बाद जल्दी कर लेना चाहिए और वह हल्का और सुपाच्य होना चाहिए। भारी भोजन करने से नींद में खलल और पाचन समस्याएं हो सकती हैं।

10. सोने से पहले दिनचर्या

सोने से पहले पैरों की तेल से मालिश, गुनगुना दूध पीना और मोबाइल या स्क्रीन से दूरी बनाना नींद की गुणवत्ता को सुधारता है। रात को जल्दी सोना शरीर को पूर्ण विश्राम देता है।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button