भारत चाँद से अब महज़ 11 कदम दूर : यहाँ पढ़े कैसे
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ISRO ने जारी की चंद्रयान -2 की तस्वीरें
आज भारत प्रगति की और तेज़ी से बढ़ रहा है, चाहे वो बात उद्योग क्षेत्र की हो या अंतरिक्ष की. भारत हर क्षेत्र में आज सभी देशो को पीछे छोड़ते हुए आगे निकल रहा है. जी हाँ, भारत अब चाँद से महज 11 कदम दूर हैं. चंद्रयान भारत का दूसरा चाँद मिशन है जहाँ ISRO चंद्रमा की सतह, वातावरण, विकिरण और तापमान का अध्ययन करेगा.
भारत पहली बार चंद्रमा की सतह पर लैंडर और रोवर उतारेगा. इसे तैयार करने में तक़रीबन 11 साल का समय लगा है.भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन भारत के चंद्रयान -2 मिशन को 15 जुलाई को लॉन्च करेगा. चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर चांद से 100 किमी ऊपर चक्कर लगाते हुए लैंडर और रोवर से प्राप्त जानकारी को इसरो सेंटर पर भेजेगा.
27 किलो का रोबोट संभालेगा यह पूरा मिशन
ISRO (इसरो) ने हाल ही में चंद्रयान -2 की लॉन्चिंग से पहले इसकी कुछ एक्सक्लूसिव तस्वीरे शेयर की है. जिसमे 27 किलो के रोबोट को इस पूरे मिशन की जिम्मेदारी दी गयी है. इसमें 2 पेलोड है.चांद की सतह पर यह करीब 400 मीटर की दूरी तय करेगा. उसके बाद यह चाँद से सभी जानकारी को विक्रम लैंडर पर भेजेगा फिर लैंडर वहां से ऑर्बिटर को डाटा भेजेगा. ऑर्बिटर उसे इसरो सेंटर पर भेजेगा. इस पूरी प्रक्रिया में करीब 15 मिनट लगेंगे.
ISRO चंद्रयान -2 को 15 जुलाई की सुबह 2 बज कर 51 मिनट पर लॉन्च करेगा. इस मिशन का सबसे कठिन हिस्सा है चंद्रमा की सतह पर सफल और सुरक्षित लैंडिंग कराना क्योंकि चंद्रयान-2 को चंद्रमा की सतह से 30 किमी की ऊंचाई से नीचे लाना है. उसे चंद्रमा की सतह पर आने में करीब 15 मिनट लगेंगे. लॉन्च के बाद अगले 16 दिनों में चंद्रयान-2 पृथ्वी के चारों तरफ 5 बार ऑर्बिट बदलेगा फिर 6 सितम्बर को चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करेगा.
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