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Ceramics Fest Delhi 2025: युवा सिरेमिस्ट साक्षी अग्रवाल की कलाकृतियों ने खींचा लोगों का ध्यान

Ceramics Fest Delhi 2025 न केवल भारतीय सिरेमिक कला की विविधता को सामने लाया, बल्कि यह भी साबित किया कि नए कलाकार जैसे साक्षी अग्रवाल अपनी अनोखी दृष्टि और प्रयोगशीलता से इस कला को नई दिशा दे रहे हैं। उनकी सादगी भरी लेकिन गहरी सोच वाली कला, आधुनिक डिजाइन भाषा और अंतरराष्ट्रीय पहचान उन्हें सिरेमिक्स की दुनिया में एक उभरता हुआ मजबूत नाम बनाती है।

Ceramics Fest Delhi 2025: मिट्टी में यादों और ज्योमेट्री को गूंथने वाली कलाकार

Ceramics Fest Delhi 2025: दिल्ली ब्लू पॉटरी ट्रस्ट द्वारा आयोजित Ceramics Fest Delhi 2025 त्रावणकोर पैलेस, नई दिल्ली में 26 से 28 नवंबर तक आयोजित किया गया। पूरे भारत से आए कलाकारों के बीच इस फेस्ट ने सिरेमिक कला की विविधता और रचनात्मकता का शानदार प्रदर्शन किया। इसी बीच, दिल्ली की युवा सिरेमिस्ट और इंडस्ट्रियल डिजाइनर साक्षी अग्रवाल की कलाकृतियों ने खासा ध्यान आकर्षित किया। उनकी मेज पर सजी हर वस्तु कप, कटोरे, ट्रे, वास, टाइलें अपने आप में एक कहानी कहती दिखी।

कला में डिज़ाइन और क्राफ्ट का अनोखा संगम

नई दिल्ली स्थित कलाकार साक्षी अग्रवाल ने अपने काम में डिज़ाइन और पारंपरिक तकनीकों का सुंदर मेल पेश किया है। इटली की Scuola Politecnica di Design से इंडस्ट्रियल डिजाइन में मास्टर्स करने के बाद उन्होंने 2017 में सिरेमिक्स की ओर रुख किया और ब्लू टर्टल स्टूडियो में मधुर सेन के साथ ट्रेनिंग ली।

उनकी कला की सबसे बड़ी खूबी है संतुलन।
• पहिये पर बने काम
• हाथ से गढ़ी तकनीक
• बारीक नक्काशी
• और वास्तुशिल्प पैटर्न जैसी सतहें

इन सभी को वह इस तरह जोड़ती हैं कि मिट्टी से बने बर्तन सिर्फ उपयोगी वस्तुएँ न रहकर यादों और अनुभवों के वाहक बन जाते हैं।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चमकी पहचान

साक्षी की यात्रा सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रही।
• 2024 में उन्होंने चीन के Taoxichuan International Studio, Jingdezhen में अंतरराष्ट्रीय रेजिडेंसी की।
• 2025 में ऑस्ट्रेलिया के Midland Junction Arts Centre में भी रेजिडेंसी और प्रस्तुति दी।
• ऑस्ट्रेलियन सिरेमिक्स ट्रिएनाले 2025 में वह इनवाइटेड डेमॉन्स्ट्रेटर रहीं।

2024 में उन्हें “12th Shiwan Cup International Youth Ceramic Art Competition” में Excellence Award से भी सम्मानित किया गया। उनके काम चीन के Guangdong Shiwan Ceramic Museum, MJAC ऑस्ट्रेलिया, इंडिया हैबिटैट सेंटर, कलाकृति आर्ट गैलरी, कानोरिया आर्ट्स सेंटर, त्रिवेणी गैलरी और बीकानेर हाउस तक प्रदर्शित हो चुके हैं।

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CeramicsFest Delhi 2025 में साक्षी की प्रस्तुति

फेस्टिवल में साक्षी की मेज पर रखी वस्तुएँ लोगों को तुरंत अपनी ओर आकर्षित करती रहीं—
• मिट्टी के प्राकृतिक रंग
• अनोखी ज्योमेट्री
• हाथ से बनाए गए टेक्स्चर
• और मिनिमल बट एलीगेंट डिज़ाइन

उनकी बनाई मगों की कतार, उभरी हुई नक्काशी वाले कप, साधारण रंगों में भी बोलती हुई सतही बनावट और आधुनिक आकार इन सबने दर्शकों को यह अहसास कराया कि मिट्टी की कला कितनी गहरी और जीवंत हो सकती है। तस्वीरों में साफ दिखता है कि उनकी कला उपयोगिता और सौंदर्य दोनों का संतुलन रखती है। हर बर्तन ऐसा प्रतीत होता है जैसे वह किसी घर की कहानी का हिस्सा बनने के लिए तैयार हो।

फेस्ट का उद्घाटन और विशेष घोषणाएँ

फेस्टिवल का उद्घाटन 26 नवंबर को हुआ। मुख्य अतिथि थीं—
Ms. Tehseen Zaidi
Ms. Paroma Choudhary

इन्होंने Sardar Gurcharan Singh Artist of the Year Award और The Art Ichol Residency Award की घोषणा की। सुबह 11:30 बजे शुरू हुए इस आयोजन में कलाकारों, विद्यार्थियों, क्रिएटिव प्रोफेशनल्स और कला प्रेमियों की बड़ी संख्या देखने को मिली।

साक्षी का संदेश: मिट्टी सिर्फ सामग्री नहीं, अनुभव है

साक्षी का मानना है कि मिट्टी में स्मृति होती है और कलाकार के स्पर्श से वह स्मृति आकार लेती है। शायद इसी कारण उनके बनाए बर्तनों में एक गर्माहट महसूस होती है, जैसे वे सिर्फ वस्तुएँ नहीं, बल्कि किसी कहानी का हिस्सा हों।

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