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Samvidhan Diwas 2024: संविधान दिवस के पूरे हुए 75 साल, पीएम मोदी समेत इन नेताओं ने दी शुभकामनाएं

संविधान दिवस के 75 साल पूरे होने पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। मोदी ने अपने एक्स हैंडल से लिखा कि सभी देशवासियों को भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

Samvidhan Diwas 2024: संविधान दिवस समारोह पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे पीएम मोदी, राष्ट्रपति ने कहा संविधान है देश का पवित्र ग्रंथ


Samvidhan Diwas 2024: भारत के लिए आज का दिन काफी खास है। आज ही के दिन हमारे देश ने संविधान को अपनाया था। बाबा साहेब भीमराव आंबे़डकर के नेतृत्व में हमारा संविधान बना जिसके बाद इसे आज तक सर्वोपरि माना जाता है। इस बात को आज 75 साल हो गए हैं। देश आज संविधान दिवस मना रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी तो वहीं, सुप्रीम कोर्ट में भी कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। पीएम मोदी भी आज इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।

संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री ने दिए शुभकामनाएं

संविधान दिवस के 75 साल पूरे होने पर आज प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। मोदी ने अपने एक्स हैंडल से लिखा कि सभी देशवासियों को भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

संविधान दिवस समारोह पर सुप्रीम कोर्ट जाएंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 नवंबर को संविधान दिवस समारोह में शामिल होंगे। वे सर्वोच्च न्यायालय में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट जारी करेंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे। इस मौके पर मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना और अन्य न्यायाधीश भी उपस्थित रहेंगे।

संविधान दिवस पर संसद के सेंट्रल हॉल पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

संविधान दिवस के 75 साल पूरे होने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के सेंट्रल हॉल पहुंच चुकी हैं। उनके साथ स्पीकर ओम बिरला, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम मोदी सहित दोनों सदनों के सांसद भी मौजूद हैं। भाषण की शुरुआत स्पीकर ओम बिरला ने की।

राष्ट्रपति ने कहा संविधान देश का पवित्र ग्रंथ है

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान दिवस पर बोलते हुए कहा कि 75 वर्ष पहले संविधान सदन के इसी केंद्रीय कक्ष में आज ही के दिन संविधान सभा ने संविधान निर्माण का बहुत बड़ा काम किया था। द्रौपदी मुर्मू ने अपनी स्पीच में कहा कि संविधान देश का पवित्र ग्रंथ है। भारत लोतंत्र की जननी है। राष्ट्रपति ने हमारा संविधान सबसे मेधावी लोगों की देन है। मैं इसके निर्माण में शामिल महिलाओं को भी नमन करती हूं।

उपराष्ट्रपति ने संविधान को देश की आत्मा बताया

संविधान सभी देशवासियों को समान अधिकार देता है। समान अवसर देता है। संविधान दिवस पर उन्होंने कहा कि संविधान सभी को मौलिक अधिकार देता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब भीमराम आंबेडकर ने संविधान को देश की आत्मा बताई थी।

जानिए संविधान दिवस पर अमित शाह ने क्या कहा?

अमित शाह ने अपने एक्स हैंडल से लिखा कि संविधान दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएं। आज भारत पूरे उत्साह से संविधान की 75वीं वर्षगाँठ मना रहा है। बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जी सहित संविधान के सभी शिल्पियों के योगदान को चिरस्मरणीय बनाने के लिए मोदी जी ने ‘संविधान दिवस’ मनाने की शुरुआत की। भारत जैसे विशाल देश के लोकतंत्र की शक्ति हमारा संविधान ही है, जो हर व्यक्ति के लिए न्याय और समान अधिकार सुनिश्चित कर राष्ट्रीय एकता और अखंडता का मंत्र देता है। हमारा विश्वास है कि संविधान सिर्फ मंचों पर दिखाने की एक पुस्तक नहीं,बल्कि पूर्ण श्रद्धा से आत्मसात कर सार्वजनिक जीवन में अपना सर्वोच्च योगदान देने की कुंजी है। आइए! इस संविधान दिवस पर एक सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लें।

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जानिए क्यों मनाया जाता है संविधान दिवस?

इस दिन यानी 26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से संविधान को अपनाया था, जो बाद में 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। संविधान देश का सर्वोच्च कानून है। यह शासन की संरचना,शक्ति के वितरण और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को रेखांकित करता है। संविधान दिवस को 2015 में केंद्र सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर मान्यता दी गई थी। इसका उद्देश्य संविधान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना,नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देना और उन्हें लोकतंत्र,न्याय,समानता और स्वतंत्रता के मूल्यों पर चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करना है।

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