Remal Cyclone: रेमल चक्रवाती तूफान से पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश और आंधी तूफान, देखें पूरा अपडेट्स
Remal Cyclone: चक्रवाती तूफान रेमल रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकरा गया। जिस वक्त तूफान की टक्कर तटों से हुई, उस वक्त हवा की रफ्तार 110-120 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई। ये हवा बढ़कर 135 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार तक भी पहुंची। तूफान की तट से टक्कर की शुरुआत रात 8.30 बजे हुई, जो करीब अगले चार घंटे तक चलती रही।
Remal Cyclone: भूकंप से लेकर आंधी तूफान तक, आपको अलर्ट करेगा SACHET ऐप
चक्रवाती तूफान रेमल रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकरा गया। जिस वक्त तूफान की टक्कर तटों से हुई, उस वक्त हवा की रफ्तार 110-120 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई। ये हवा बढ़कर 135 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार तक भी पहुंची। तूफान की तट से टक्कर की शुरुआत रात 8.30 बजे हुई, जो करीब अगले चार घंटे तक चलती रही। इस वजह से तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर नुकसान भी हुआ है। रेमल तूफान की वजह से काफी नुकसान होने का अंदेशा पहले ही मौसम विभाग ने जताया था। इस वजह से भारत में लाखों लोगों को तटीय इलाकों से दूर कर दिया गया था और उन्हें सुरक्षित ठिकानों में भेजा गया था। सरकार ने भी इसकी तैयारी पहले से ही पूरी कर ली थी। Remal Cyclone
आपको बता दें कि नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी हमेशा अलर्ट मोड पर रहती है। चक्रवात, भूकंप, हीटवेव आदि जैसे नेचुरल डिजास्टर के लिए NDMA ने एक ऐप SACHET डेवलप किया है। इमरजेंसी में ये ऐप लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से जुड़े अलर्ट भेजता है। दरअसल SACHET एक नेशनल डिजास्टर अलर्ट पोर्टल है। इसका मोबाइल ऐप भी आप डाउनलोड कर सकते हैं। इसका मकसद लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से संबंधित अलर्ट और जानकारी प्रदान करके इन आपदाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाना है, ताकि इमरजेंसी की स्थिति में बेहतर एक्शन लिया जा सके।
रेमल तूफान से जुड़े अब तक के अपडेट्स Remal Cyclone
चक्रवाती तूफान रेमल के टकराने की शुरुआत रविवार रात 8.30 बजे हुई। उस वक्त ये तूफान तटों से 30 किमी दूर था। हालांकि, धीरे-धीरे ये करीब पहुंचा और पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों से जा टकराया। रेमल तूफान के टकराने की लोकेशन भारत के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपापुरा के बीच रही। आपको बता दें कि रेमल तूफान की वजह से लकड़ी या बांस के बनाए गए घर बर्बाद हो गए। हवा की रफ्तार इतनी ज्यादा तेज थी कि पेड़ भी उखड़ गए।
बिजली के खंभे तक उखड़े Remal Cyclone
इसके अलावा कई तटीय इलाकों में बिजली के खंभों को भी उखड़ते और गिरते हुए देखा गया। सुंदरवन के गोसाबा इलाके में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति घायल हो गया। जबकि तूफान के दौरान की न्यूज फुटेज भी सामने आई है, जिसमें ऊंची-ऊंची लहरों को दीघा में तटीय रिजॉर्ट से टकराते हुए देखा गया है। रेमल की वजह से पश्चिम बंगाल के पूरे तटीय इलाकों में भारी बारिश देखने को मिली है। ऐसा ही कुछ बांग्लादेश में भी हुआ है, जहां भारी बारिश हो रही है।
उजड़ गए बांस से बने घर Remal Cyclone
बारिश इतनी ज्यादा तेज हुई है कि तटों के किनारे खड़ी नावों में पानी भर गया है। मिट्टी और बांस के घर तक उजड़ गए हैं। तटों के किनारे मौजूद खेतों और निचले इलाकों में पानी भर चुका है। कोलकाता के बीबीर बागान इलाके में दीवार गिरने की वजह से एक व्यक्ति घायल हुआ है। उत्तर और दक्षिण 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों से आई रिपोर्टों में बताया गया है कि फूस के घरों की छतें उड़ गईं, बिजली के खंभे टूट गए और कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए।
IMD का अलर्ट
वहीं भारी बारिश से कोलकाता से सटे निचले इलाकों में सड़कें और घर जलमग्न हो चुके हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वी क्षेत्रीय प्रमुख सोमनाथ दत्ता ने संकेत दिया कि दक्षिणी बंगाल के जिलों में तेज हवाओं और बारिश का असर देखने को मिलेगा। तूफान के टकराने के बाद से ही बंगाल के तटीय इलाकों से लेकर कोलकाता तक भारी बारिश हो रही है। IMD ने पूर्वोत्तर भारत के कई जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में अलर्ट जारी Remal Cyclone
चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव, होजई और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। एनडीआरएफ की 14 टीमों को कोलकाता सहित दक्षिण बंगाल के जिलों में तैनात किया गया है।
पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने रद्द की कुछ ट्रेनें Remal Cyclone
आपको बता दें कि बंगाल सरकार ने एसडीआरएफ टीमों को भी तैयार किया है और केएमसी के साथ काम किया है। राहत सामग्री और क्विक रिस्पांस टीम भी मौजूद है। चक्रवाती तूफान की वजह से सड़क और हवाई सफर पर भी असर देखने को मिला है। कोलकाता से लेकर दक्षिणी बंगाल के जिलों में यातायात सेवाएं प्रभावित हुई हैं। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कुछ ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इसकी शुरुआत रविवार से ही हो गई थी।
394 फ्लाइट्स हुईं कैंसिल
कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट को रविवार दोपहर 12 बजे से लेकर सोमवार सुबह 9 बजे तक के लिए बंद किया गया था। इस वजह से 394 फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं या उन्हें रिशेड्यूल किया गया है। स्पाइसजेट जैसी एयरलाइंस ने रविवार को ही रिफंड का ऐलान कर दिया था। कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह ने भी ऑपरेशन सस्पेंड कर दिया है। भारतीय तट रक्षक (आईसीजी) ने यह सुनिश्चित किया कि समुद्र में जान-माल का कोई नुकसान न हो, दूरदराज के ऑपरेटिंग स्टेशनों ने जहाजों को सतर्क कर दिया है। नौ आपदा राहत टीमें तैयार हैं।
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पीएम मोदी ने की समीक्षा बैठक Remal Cyclone
पश्चिम बंगाल सरकार ने तटीय और आसपास के क्षेत्रों से लगभग 1.10 लाख लोगों को निकाल लिया था। इन सभी लोगों को शेल्टर्स होम, स्कूलों और कॉलेजों में ठहराया गया। इन लोगों में से एक बड़ी संख्या दक्षिण 24 परगना जिले, विशेष रूप से सागर द्वीप, सुंदरबन और काकद्वीप से रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवाती तूफान रेमल से निपटने को लेकर की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।
SACHET ऐप का काम
लोकेशन बेस्ड अलर्ट
ऐप आपके GPS लोकेशन का इस्तेमाल करके आसपास के क्षेत्रों में होने वाली संभावित आपदाओं के बारे में रियल-टाइम अलर्ट भेजता है। इसमें भूकंप, बाढ़, तूफान, सूखा, और चक्रवात जैसी आपदाएं शामिल हैं।
मौसम अपडेट
ये आपको तापमान, बारिश, हवा की स्पीड और एयर क्वालिटी सहित आपके क्षेत्र के लिए लेटेस्ट मौसम का पूर्वानुमान बताता है। यह जानकारी आपको खराब मौसम से जुड़े खतरों से बचने में मदद कर सकती है।
डिजास्टर मैनेजमेंट गाइड
ऐप में कई तरह की आपदाओं के लिए क्या करें और क्या न करें, फर्स्ट एड एडवाइस, और इमरजेंसी कॉन्टेक्ट जानकारी समेत डिजास्टर मैनेजमेंट से संबंधित गाइडलाइंस का एक बड़ा कलेक्शन मिलता है।
मल्टीपल लैंग्वेज
देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले इस ऐप का इस्तेमाल आसानी से कर सकते हैं। इसमें मल्टीपल लैंग्वेज सपोर्ट है, यानी आप हिंदी और इंग्लिश के अलावा दूसरी भारतीय भाषाओं में भी चला सकते हैं।
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