रिजर्व बैंक ने “गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम” में किया सुधार!
हाल ही में रिजर्व बैंक ने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में सुधार करने के लिए नई योजना बनाई है। यह बदलाव इसलिये किया जा रहा है ताकि ग्राहक इस स्कीम से जुड़ सके। रिजर्व बैंक ने कहा है कि ये बदलाव होने के बाद जमाकर्ता मीडियम टर्म मतलब की 5 से 7 साल और लॉन्ग टर्म 12 से 15 साल तक के लिए जमा किए हुए सोने को मिनिमम लॉक इन पीरियड के बाद भी मैच्योरिटी पीरियड से पहले निकाल सकेंगे।
इस विषय में रिजर्व बैंक ने योजना के दिशानिर्देश में कुछ सुधार किए हैं। रिजर्व बैंक ने कहा है कि बैंकों को एमएमटीसी (मोबाइल मनी ट्रांसफर) के दुकानों द्वारा बनाए गए भारत स्वर्ण सिक्का बेचने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।
आपको बता दें कि केंद्रीय बैंक के मुताबिक योजना को ग्राहकों के लिए आसान बनाने के लिए सरकार से विचार-विमर्श करने के बाद ही ये फैसला लिया गया है और सरकार समय-समय पर जमा हुए सोने पर ब्याज दर का फैसला करेगी। रिजर्व बैंक उसकी खबर लोगों तक पहुंचाने का काम करेगा।