दिल्ली, मुंबई में पंजाब के रास्तों से पहुँचता है ‘ड्रग्स हैरोइन’
हाल ही में एम्स द्वारा एक अध्ययन किया गया है, जिसके मुताबिक पाकिस्तान के बिलकुल साथ में लगी हुई अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जुड़े हुए पंजाब के अंदर एक साल में लगभग 7500 करोड़ रुपय की नशीली दवाओं का सेवन किया जाता है। पिछले दिनों पठानकोट के हमले को लेकर पाकिस्तान पर लगातार सवाल उठाये जा रहे थे और अब पंजाब को नशे में धकेलने के लिए भी पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
हर साल लगभग 6500 करोड़ रुपय का हिस्सा ड्रग्स हैरोइन नाम के खाते में जाता है। पंजाब में ज्यादा तर ड्रग्स पाकिस्तान के रास्तें से ही अंदर आता है। और पंजाब के रास्तों से ही यह ड्रग्स दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में पहुंचाया जाता है।
नैशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सैंटर (एनडीडीटीसी) के द्वारा किये गये एक अध्ययन में पता चला है की ड्रग्स के लिए पंजाब के 10 जिले शामिल है। जिससे पता लगा की इन जिलों में रह रही कुल 2.77 करोड़ की आबादी के लोगों में से लगभग 1.23 लाख लोग ड्रग्स हेरोइन का सेवन करते है, और इसी पर निर्भर रहते है। पहले की तुलना में ड्रग्स का सेवन करने वाले लोगों की संख्या 4 गुना ज्यादा बढ़ गई है।