Nehru Museum : सरकार ने क्यों बदला नेहरू मेमोरियल का नाम,जानें- क्या है विवाद और NMML का इतिहास
दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। इसका नाम 'प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी' कर दिया गया है।
Nehru Museum : नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलने पर विवाद, कांग्रेस ने जताई आपत्ति
दिल्ली के तीन मूर्ति भवन परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया है। इसका नाम अब ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय सोसाइटी’ कर दिया गया है।
नेहरू मेमोरियल संग्रहालय का इतिहास –
नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय एनएमएमएल को 1929-30 में शाही राजधानी के तौर पर सर एडविन लुटियंस ने डिजाइन किया था। ये अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ का आधिकारिक घर था और इसे तीन मूर्ति हाउस के नाम से जाना जाता था। अंग्रेजों के भारत छोड़ने के बाद ये देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का आवास बन गया था। जवाहरलाल नेहरू यहां 16 वर्षों तक रहे और उनकी मृत्यु के बाद सरकार ने उनके सम्मान में तीन मूर्ति हाउस को एक संग्रहालय और पुस्तकालय में बदलने का फैसला किया था। इसका उद्घाटन 14 नवंबर 1964 को तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने किया था। इसके प्रबंधन के लिए 1966 में नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और लाइब्रेरी सोसाइटी का गठन किया गया था।
जून में नाम बदलने का लिया गया सुझाव –
ये भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान है, जहां देश के पत्रकार, लेखक, रिसर्च स्टूडेंट नेहरू के समय की सरकारों और उनकी नीतियों व समकालीन देशों की किताबों को पढ़ते रहते हैं। इस सोसाइटी में एक अध्यक्ष और 29 सदस्य हैं। पीएम मोदी इसके अध्यक्ष हैं और 29 सदस्यों में कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। एनएमएमएल की कार्यकारी परिषद ने 2016 में मेमोरियल को देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक संग्रहालय स्थापित करने की मंजूरी दी थी। 16 जून 2023 को इसका नाम बदलने का फैसला लिया गया था।
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा –
ये हमारे पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू के खिलाफ नफरत है। वे आजादी दिलाने लिए जेल गए थे। पीएम मोदी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि पर पंडित नेहरू की उस विरासत को मिटाना चाहते हैं जिसे पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री और पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने बनाया था। पंडित नेहरू लोगों के दिलों में रहते हैं और उन्हें पूरे भारत में प्यार मिलता है।
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राहुल गांधी ने कहा –
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने नेहरू संग्रहालय का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय करने को लेकर गुरुवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि नेहरू केवल अपने नाम के लिए नहीं, बल्कि अपने काम के लिए जाने जाते हैं। राहुल गांधी की यह टिप्पणी इस मुद्दे पर बीजेपी-कांग्रेस की जुबानी झड़प के एक दिन बाद आई है. कांग्रेस ने कहा कि “एन से पी” परिवर्तन भाजपा की क्षुद्रता को दर्शाता है, जिसे भाजपा ने महज विलाप कहकर प्रतिवाद किया।
नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनका नाम नहीं।
: नेहरू मेमोरियल का नाम बदले जाने पर @RahulGandhi जी pic.twitter.com/cjw8LL7mGO
— Congress (@INCIndia) August 17, 2023
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