देश की छवि खराब कर रहे माल्या:किंगफिशर कर्मचारी
देश के जाने-माने उद्योगपति विजय माल्या के सामने एक बार फिर से उनके कर्मचारी आ खड़े हुए हैं। किंगफिशर कंपनी के चेयरमैन विजय माल्या लंबे समय से बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइन्स के कर्मचारियों को उनकी तनख्वाह नहीं देने के मुद्दे के लिए विवाद में घिरे हैं। कर्मचारियों ने विजय पर देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
किंगफ़िशर कंपनी के कर्मचारियों ने एक खुले पत्र में माल्या पर देश की छवि खासकर विमानन उद्योग की छवि खराब करने का आरोप लगाया है।
किंगफिशर एयरलाइन्स के एक तत्कालीन कर्मचारी की पत्नी ने अपने पति को वेतन का भुगतान नहीं किए जाने के चलते उनके घर पैदा हुई आर्थिक स्थति को लेकर 4 अक्टूबर, 2012 को आत्महत्या भी कर ली थी।
सूत्रों के मुताबिक कुछ दिनों पहले माल्या ने कहा था, “मुझे कोई पछतावा नहीं है। मुझे केवल इस बात का अफसोस है कि अब तेल की कीमतें इतने निचले स्तर पर हैं, लेकिन किंगफिशर एयरलाइन्स उड़ान नहीं भर रही।”
इसके बाद किंगफ़िशर कंपनी कर्मचारियों ने एक खुले पत्र में कहा की, ‘हम आपकी उदासीनता की वजह से निरंतर पीड़ा और तनाव में रहे हैं। हालांकि, हाल ही में किंगफिशर एयरलाइन्स के बारे में आपको ‘कोई भी पछतावा नहीं’ होने की टिप्पणी से हमें बहुत ज्यादा दुःख हुआ।