आज विश्व की अभ्रक नगरी की खूबसूरती के बारे में कुछ जाने…
झारखंड को देश की खनिज संपदा का राज्य कहा जाता है। चारों ओर से पहाड़ियों और हरियाली से घिरे से इस राज्य की बात ही अलग है। हरियाली और पहाडियां इस कदर फैली हुई है कि ट्रेन के दो ट्रैक भी एक साथ बहुत कम ही नजर आते है।
जमशेदपुर और बोकारो का स्टील प्लांट, धनबाद में कोयले की खाने के अलावा भी एक ऐसी जगह है जिसे लोग बहुत कम जानते है। लेकिन वह जगह झारखंड के खनिज संपदा का सबसे बड़ा केंद्र है। वह है ‘कोडरमा जिला’।
कोडरमा की बात झारखंड के सभी जगहों से सबसे अलग है। खनिज के साथ इसकी प्राकृतिक सौंदर्य भी किसी हिल स्टेशन से कम नहीं है। इसे अभ्रक नगरी भी कहा जाता है। इसके लिए यह विश्व प्रसिद्ध है।
अभ्रक नगरी कोडरमा
इस अभ्रक नगरी में घूमने की कई जगहें है। सबसे पहले जब कभी भी दिल्ली-हावडा रुट की कौड लाइन से जाते है तो गया शहर पार होने के बाद ही जैसे ही ट्रेन झारखंड के बॉर्डर में प्रवेश करती है तो ट्रेन की दोनों खिडकियों की ओर बिखरी उँची पहाड़ियां और हरियाली और उनसे टकराते बादल आपका मन मोह लेगें। इन पहाडियों के बीच से ही होकर ट्रेन गुजरती है।
ट्रेन से जाते वक्त एक ऐसी भी जगह आती है जहां ट्रेन पहाड़ी के बीच से होकर गुजरती है। यानि की ट्रेन पहाड़ी की सुरंग से होकर गुजरती है। यहां सिर्फ एक ही सुरंग नहीं है यदि आप कोडरमा की तरफ जा रहे है और एक सुरंग पार हो जाए तो निराश मत हुए क्योंकि यहां एक दो नहीं ब्लकि तीन-तीन सुरंगे हैं। इसके बीच से पार होने का एहसास ही कुछ अलग है क्योंकि देश के बहुत कम ही रेल रुट में ऐसी रेल सुरंगे हैं।
पहाड़ी में बसे इस शहर में इस सुरंग के अलावा तिलैया बांध, दुर्गा का मां मंदिर शक्तिपीठ, सतगांवा पैट्रो झरना, उरवन टूरिस्ट कॉम्पलैक्स भी है। इस बार आप जब कभी भी कोडरमा जाए तो इन जगहों पर घूमना न भूलें।