International Day of Solidarity: न्याय की पुकार, हिरासत में लिए गए कर्मचारियों के समर्थन में
International Day of Solidarity: हर साल 25 मार्च को हिरासत में लिए गए और लापता कर्मचारियों के साथ एकजुटता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।
International Day of Solidarity : हिरासत में लिए गए कर्मचारियों की रिहाई के लिए एकजुट हों
International Day of Solidarity: हर साल 25 मार्च को हिरासत में लिए गए और लापता कर्मचारियों के साथ एकजुटता का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। यह दिन उन कर्मचारियों, पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और अन्य पेशेवरों के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, जो अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए गुमशुदा हो जाते हैं, अवैध रूप से हिरासत में लिए जाते हैं या जबरन गायब कर दिए जाते हैं।
इस दिवस का महत्व
यह दिवस संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा मान्यता प्राप्त है और इसका मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में उन लोगों के अधिकारों की रक्षा करना है, जो खतरनाक परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। कई देशों में पत्रकारों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और सरकारी कर्मचारियों को सत्ता, अपराधी समूहों या कट्टरपंथी संगठनों द्वारा प्रताड़ित, कैद या गायब कर दिया जाता है। यह दिन उनकी आवाज़ को बुलंद करने और उनके परिवारों के समर्थन में खड़ा होने का अवसर प्रदान करता है।
मुद्दे और चुनौतियाँ
1. पत्रकारों के लिए बढ़ता खतरा: कई पत्रकार, खासकर वे जो युद्ध क्षेत्रों या भ्रष्टाचार के मामलों की रिपोर्टिंग करते हैं, अक्सर खतरों का सामना करते हैं। उन्हें धमकाया जाता है, कैद किया जाता है या उनकी हत्या तक कर दी जाती है।
2. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की सुरक्षा: मानवाधिकारों के लिए लड़ने वाले कई कार्यकर्ता सरकारों या कट्टरपंथी समूहों के निशाने पर रहते हैं। उन्हें झूठे मामलों में फंसाकर गिरफ्तार किया जाता है या गायब कर दिया जाता है।
3. अवैध हिरासत और जबरन गुमशुदगी: कई देशों में सरकारें या गैर-राज्य समूह असहमति की आवाज़ को दबाने के लिए लोगों को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के हिरासत में ले लेते हैं।
4. परिवारों की पीड़ा: जिनके प्रियजन लापता हो जाते हैं, वे असहनीय दर्द और अनिश्चितता में जीते हैं। न तो उन्हें न्याय मिलता है और न ही उनके प्रियजनों की कोई जानकारी।
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संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों की भूमिका
संयुक्त राष्ट्र और कई मानवाधिकार संगठन ऐसे लापता कर्मचारियों की खोज, उनकी रिहाई और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन (UNESCO) ने पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कई अभियान चलाए हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल (Amnesty International) और ह्यूमन राइट्स वॉच (Human Rights Watch) जैसे संगठन सरकारों पर दबाव बनाते हैं कि वे हिरासत में लिए गए लोगों को रिहा करें। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) जबरन गुमशुदगी के मामलों की जांच करती है।
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