IndiGo Flights: क्यों ठप हो रही हैं IndiGo की फ्लाइट्स? यात्रियों में बढ़ी टेंशन, सामने आई चौंकाने वाली वजह
IndiGo Flights, भारत के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर पिछले कुछ दिनों से अफरा-तफरी का माहौल बन गया है।
IndiGo Flights : एयरलाइन को क्या हो गया? वजह सुनकर दिमाग घूम जाएगा
IndiGo Flights, भारत के कई बड़े एयरपोर्ट्स पर पिछले कुछ दिनों से अफरा-तफरी का माहौल बन गया है। देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) अचानक चर्चा में आ गई है, लेकिन इस बार किसी उपलब्धि के लिए नहीं, बल्कि लगातार हो रही उड़ानों की कैंसिलेशन के कारण। ऐसी स्थिति पहले कभी-कभार देखने को मिलती थी, लेकिन नवंबर और दिसंबर की शुरुआत में जो हुआ, उसने यात्रियों को परेशान कर दिया। इस स्थिति की जड़ में है DGCA का नया FDTL नियम, जिसे लागू होने के बाद इंडिगो की ऑपरेशनल क्षमता पर सीधा असर पड़ा है।
1. इंडिगो की फ्लाइट्स में हड़कंप – क्या हुआ अचानक?
देश भर से खबरें आने लगीं कि इंडिगो की कई उड़ानें या तो कैंसिल हो रही हैं या फिर घंटों की देरी से उड़ान भर रही हैं।
- नवंबर में 1200 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल
- सिर्फ 3 दिसंबर को 200 उड़ानें रद्द
- 100 से ज्यादा उड़ानें देरी से चलीं
- On-Time Performance 80% से घटकर सिर्फ 35%
ये आँकड़े दिखाते हैं कि इंडिगो अपने इतिहास के सबसे चुनौतीपूर्ण समय से गुजर रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित एयरपोर्ट—दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और बेंगलुरु रहे।
2. IndiGo ऑपरेशंस पर भारी पड़ा DGCA का नया नियम
1 नवंबर 2025 से DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने एक नया नियम लागू किया, जिसका नाम है—
FDTL: Flight Duty Time Limitations
ये नियम पायलट्स और केबिन क्रू की कार्य अवधि, आराम और फ्लाइट ड्यूटी से जुड़े हैं। DGCA को लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि पायलट्स और क्रू मेंबर्स को लगातार लंबे समय तक काम करना पड़ता है, जिससे थकान (Fatigue) बढ़ती है और सुरक्षा पर असर पड़ सकता है।
3. नए FDTL नियम – क्रू और पायलट्स को अब मिलेगा ज्यादा आराम
क्रू मेंबर्स के लिए बदलाव
- दिन में 8 घंटे से ज्यादा उड़ान नहीं
- सप्ताह में 35 घंटे से ज्यादा ड्यूटी नहीं
- महीने में 125 घंटे से ज्यादा फ्लाइंग नहीं
- अनिवार्य Mandatory Rest Period लागू
पायलट्स के लिए नियम
- हर सप्ताह pायलट को कम से कम दो दिन के बराबर आराम
- दो Weekly Rest के बीच का अंतर 168 घंटे से अधिक नहीं
- रात में पायलट्स दो से ज्यादा लैंडिंग नहीं कर सकते
- नाइट फ्लाइट्स पर खास पाबंदियाँ
इन नियमों से पायलट्स और क्रू की उपलब्धता अचानक कम हो गई। यही वजह है कि कई फ्लाइट्स को स्टाफ की कमी के कारण आखिरी मिनट में रद्द करना पड़ा।
4. क्रू और पायलट्स की कमी – इंडिगो की सबसे बड़ी मुश्किल
इंडिगो रोजाना भारत में लगभग 2200 उड़ानें चलाती है। इतने बड़े नेटवर्क को मैनेज करना आसान नहीं होता।
नई ड्यूटी लिमिटेशन्स लागू होते ही बड़ी संख्या में
- क्रू मेंबर्स
- पायलट्स
- रेस्ट में गए कर्मचारी
एक साथ उपलब्ध नहीं रह पाए।
ये कमी किसी छोटी एयरलाइन में संभाली जा सकती थी, लेकिन इंडिगो जैसे बड़े नेटवर्क पर इसका असर कई गुना बढ़ गया।
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5. तकनीकी दिक्कतें और सिस्टम गड़बड़ियां भी बनी वजह
इंडिगो ने खुद स्वीकारा कि
- कुछ तकनीकी समस्याएं
- सिस्टम ग्लिचेस
- सर्दियों की वजह से मौसम में खराबी
- कई एयरपोर्ट्स पर बढ़ा हवाई ट्रैफिक
भी देरी और कैंसिलेशन की स्थिति को और खराब कर रहे हैं।
खासतौर पर दिल्ली और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर सर्दियों में फॉग ऑपरेशन की वजह से कई उड़ानें प्रभावित होती हैं।
6. यात्रियों में नाराज़गी – एयरपोर्ट पर हंगामा
यात्रियों को
- आखिरी मिनट पर SMS
- गेट पर ही कैंसिलेशन की सूचना
- लंबा इंतजार
- कनेक्टिंग फ्लाइट छूटना
जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर गुस्सा जताया और जानकारी की पारदर्शिता पर सवाल उठाए।
7. Indigo ने कैसे किया स्थिति को संभालने का प्रयास?
इंडिगो ने स्थिति काबू में करने के लिए 48 घंटे की कैलिब्रेटेड इंट्रीगेशन प्लानिंग शुरू की।
इसमें शामिल हैं—
- कुछ उड़ानें कम करना
- उपलब्ध क्रू को सही तरह शेड्यूल करना
- ऑपरेशनल स्टेबिलिटी बहाल करना
- देरी को कम करना
एयरलाइन का कहना है कि अगले कुछ दिनों में स्थिति सामान्य होने लगेगी।
8. यात्रियों के लिए राहत – रिफंड और ऑल्टरनेट फ्लाइट्स
इंडिगो ने यात्रियों को यह विकल्प दिया है कि—
- टिकट की पूरी राशि रिफंड
- बिना शुल्क के दूसरी फ्लाइट
- क्रेडिट शेल बनवा सकते हैं
- PNR या Transaction ID देकर सहायता टीम से संपर्क कर सकते हैं
ये कदम यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए उठाए गए हैं।
9. आगे क्या? क्या यह संकट फिर दोहराएगा?
नए FDTL नियम स्थायी हैं, यानी एयरलाइन को अपना स्टाफ और शेड्यूल फिर से बैलेंस करना पड़ेगा।
- इंडिगो को और पायलट्स भर्ती करने होंगे
- क्रू शेड्यूल मैनेजमेंट मजबूत करना होगा
- तकनीकी सिस्टम सुधारना होगा
जब तक यह बदलाव पूरी तरह लागू नहीं हो जाते, देरी और कुछ कैंसिलेशन की समस्या बनी रह सकती है। इंडिगो की उड़ानों के कैंसिल होने की सबसे बड़ी वजह है—DGCA का नया FDTL नियम, जिसके कारण पायलट्स और क्रू की उपलब्धता अचानक कम हो गई। इसके साथ मौसम, तकनीकी दिक्कतें और एयर ट्रैफिक ने भी समस्या बढ़ाई। हालांकि एयरलाइन स्थिति को संभालने में लगी हुई है और आने वाले दिनों में फ्लाइट ऑपरेशंस के सामान्य होने की उम्मीद है।
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