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Gurmeet Ram Rahim Furlough: 21 दिन की फरलो पर एक बार फिर जेल से बाहर आया राम रहीम, यूपी के बरनावा आश्रम में होगा ठिकाना
भारत

Gurmeet Ram Rahim Furlough: 21 दिन की फरलो पर एक बार फिर जेल से बाहर आया राम रहीम, यूपी के बरनावा आश्रम में होगा ठिकाना

Gurmeet Ram Rahim Furlough: बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेल से बाहर आ गया है। प्रदेश सरकार ने उसे 21 दिन की फरलो दिया है। बताया जा रहा है कि फरलो अवधि के दौरान राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बरनावा आश्रम में रहेंगे।

Gurmeet Ram Rahim Furlough: क्या है पैराेल और फरलो में अंतर, एक क्लिक में जानें सब कुछ

बलात्कार के आरोप में 20 साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम हरियाणा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेल से बाहर आ गया है। प्रदेश सरकार ने उसे 21 दिन की फरलो दिया है। बताया जा रहा है कि फरलो अवधि के दौरान राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में बरनावा आश्रम में रहेगा। मंगलवार सुबह 6 बजकर 46 मिनट पर हनीप्रीत सुनारिया जेल से राम रहीम को लेकर यूपी के बरनावा आश्रम के लिए रवाना हुई। एक गाड़ी में हनीप्रीत के अलावा ड्राइवर राजा और सीपी अरोड़ा, जबकि दूसरी गाड़ी में ड्राइवर प्रीतम, एडवोकेट हर्ष अरोड़ा और डॉक्टर पीआर नैन थे। पुलिस सुरक्षा में राम रहीम को जेल से यूपी ले जाया गया है।

आपको बता दें कि फरलो पर बाहर आने के लिए राम रहीम ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इससे पहले भी छह बार फरलो पर जेल से बाहर आ चुका है। आज उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बागपत के बरनावा आश्रम में ले जाया गया। गुरमीत राम रहीम के जेल से बाहर आने की घटना को हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से जोड़कर भी देखा जा रहा है।

अनुयायियों में खुशी की लहर Gurmeet Ram Rahim Furlough

रोहतक की सुनारिया जेल से डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह के बाहर आते ही उनके अनुयायियों में खुशी की लहर है। बाबा राम रहीम सुनारिया जेल से सीधे बरनावा आश्रम पहुंचे हैं, जहां कई दिन से सफाई का काम चल रहा था। दरअसल, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह का 15 अगस्त को जन्मदिन है। वह सोशल मीडिया के माध्यम से अपने अनुयायियों के साथ इस बार जन्मदिन मना सकता है।

बरनावा आश्रम पर बढ़ाई गई सुरक्षा Gurmeet Ram Rahim Furlough

पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने बीजेपी सरकार के पूर्व पैरोल के आचरण को देखते हुए फरलो देने के आदेश दिए थे। बिनौली थाना इंस्पेक्टर एमएस गिल ने बताया कि डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को 21 दिन की फरलो मिल गई है। वह आश्रम बरनावा पहुंच गए हैं। पुलिस ने आश्रम की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।

रेप के मामले में सुनाई गई थी सजा Gurmeet Ram Rahim Furlough

डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह को साध्वी दुष्कर्म मामले में वर्ष 2017 में सजा सुनाई गई थी। बाद में उसे छत्रपति हत्याकांड और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। तभी से वह सुनारिया जेल में बंद है। पिछली बार 19 जनवरी को सरकार ने राम रहीम को 50 दिन की पैरोल दी थी, जो यूपी के बरनावा आश्रम में व्यतीत की गई। इसके बाद हाईकोर्ट ने एक याचिका पर फैसला दिया था कि रामरहीम को पैरोल या फरलो हाईकोर्ट की अनुमति के बगैर न दी जाए। राम रहीम की तरफ से हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल कर पैरोल या फरलो पर रोक हटाने की मांग की थी।

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बरनावा आश्रम के लिए रवाना Gurmeet Ram Rahim Furlough

हाईकोर्ट ने फैसला दिया था कि प्रदेश सरकार रामरहीम की पैरोल या फरलो देने का फैसला खुद ले। इसके बाद रामरहीम ने 21 दिन की फरलो की अर्जी दाखिल की थी। सरकार ने अर्जी स्वीकार कर ली और सोमवार को फरलो मंजूर कर ली। प्रशासन ने जेल परिवार के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी थी। ऐसे में मंगलवार सुबह 6 बजकर 41 मिनट पर हनीप्रीत अपनी टीम के साथ रामरहीम को लेने जेल परिसर पहुंची, जहां आवश्यक कार्रवाई के बाद 6 बजकर 46 मिनट पर रामरहीम को लेकर काफिला यूपी के बागपत स्थित बरनावा आश्रम के लिए रवाना हो गया। रामरहीम अब 13वीं बार जेल से बाहर आया है। आठवीं बार फरलो मिली है।

कब-कब जेल से बाहर आया गुरमीत Gurmeet Ram Rahim Furlough

  • 20 अक्टूबर 2020: मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल मिली।
  • 12 मई 2021: ब्लड प्रेशर और बेचैनी की शिकायत पर पीजीआई में जांच के लिए लाया गया।
  • 17 मई 2021: मां से मिलने के लिए एक दिन की पैरोल दी गई। पुलिस सुरक्षा में उसे गुरुग्राम ले जाया गया।
  • 3 जून 2021: पेट में दर्द की शिकायत पर पीजीआई लाया गया।
  • 8 जून 2021: स्वास्थ्य जांच के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल ले जाया गया।
  • 13 जुलाई 2021: जांच के लिए एम्स ले जाया गया। वापसी में दो महिलाओं से कथित मुलाकात की जांच की जा रही है।
  • 7 फरवरी 2022: 21 दिन की पैरोल मिली।
  • 17 जून 2022: 30 दिन की पैरोल मिली। Gurmeet Ram Rahim Furlough
  • 15 अक्टूबर 2022: 40 दिन की पैरोल मिली।
  • 21 जनवरी 2023: 40 दिन की पैरोल मिली।
  • 20 जुलाई 2023 : 30 दिन की पैरोल मिली।
  • 20 नवंबर 2023 : 21 दिन की पैरोल मिली।
  • 19 जनवरी 2024 : 50 दिन की पैरोल मिली।
  • 13 अगस्त 2024 : 21 दिन की फरलो मिली।

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पैरोल और फरलो में अंतर Gurmeet Ram Rahim Furlough

फरलो और पैरोल दोनों में सजा काट रहे कैदियों को जेल से बाहर जाने की अनुमति मिलती है। लेकिन इन दोनों के बीच अंतर होता है। दिल्ली हाई कोर्ट लीगल सर्विस कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार, पैरोल में कैदी को थोड़े दिनों के लिए अस्थाई रूप से छोड़ा जाता है। इसका मकसद यह होता है कि कैदी अपने परिवार और समुदाय के साथ सामाजिक रूप से जुड़ा/जुड़ी रह सके। फरलो पाने के लिए कैदी को जेल में कुछ साल बिताने पड़ते हैं। अगर उसका व्यवहार अच्छा रहता है और वो जेल में अनुशासन बनाए रखता है, तो उसे कम समय के लिए छोड़ा जाता है। फरलो उस कैदी को दी जा सकती है जिसे 5 साल से ज्यादा सालों के लिए सख्त सजा दी गई हो और वह दोषसिद्धि के बाद तीन साल की सजा काट चुका हो।

पैरोल की अवधि के दौरान जेल से बाहर बिताए गए दिनों को सजा के रूप में नहीं गिना जाता। पैरोल और फरलो में सबसे बड़ा अंतर है कि फरलो के दौरान जेल से बाहर बिताए गए दिनों को सजा की अवधि में गिना जाता है। एक बार पैरोल या फरलो मिलने के बाद कैदी को फिर से अस्थाई रूप से जेल से बाहर जाने की अनुमति मिल सकती है। इसके लिए कैदी को अर्जी देनी होगी। एक बार पैरोल मिलने के बाद दोषी 6 महीने बाद फिर से पैरोल के लिए अर्जी डाल सकता है। Gurmeet Ram Rahim Furlough

फरलो के मामले में दोषी पहले फरलो लेने के एक महीने बाद दोबारा फरलो के लिए प्रार्थना पत्र दे सकता है। हालांकि, आपातकालीन मामलों में पैरोल लेने के 6 महीने के भीतर ही दोबारा पैरोल ली जा सकती है। आपातकालीन परिस्थिति में दोषी की पत्नी द्वारा बच्चे को जन्म देना, किसी पारिवारिक सदस्य की मौत या गंभीर बीमारी और बच्चों का विवाह शामिल है। यदि प्रशासन पैरोल या फरलो के विषय में निर्णय नहीं लेता है तो कैदी प्रशासन के आदेश को चुनौती दे सकता है। यदि प्रशासन पैरोल का प्रार्थना पत्र मिल जाने के बाद उस पर 4 हफ्ते में निर्णय नहीं लेता, तो कैदी उसको चुनौती दे सकता है। फरलो के मामले में यह अवधि 2 हफ्ते की है।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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