Earthquake: भूकंप से दिल्ली-नोएडा से लेकर चंडीगढ़ तक हिली धरती, चीन और पाकिस्तान भी कांप गए
भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर से लेकर चंडीगढ़ और चीन-पाकिस्तान तक महसूस किए गए। जानकारी के अनुसार, इसका केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा में रहा।
Earthquake: जाने भूकंप क्यों आता है? और इसके केंद्र और तीव्रता का मतलब
Earthquake : भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर से लेकर चंडीगढ़ और चीन-पाकिस्तान तक महसूस किए गए। जानकारी के अनुसार, इसका केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा में रहा।
बीते मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और चंडीगढ़ में भूकंप के झटके दस सेकंड तक महसूस किए गए। इस दौरान लोग घरों से बाहर निकलने लगे।
दिल्ली में भूकंप विज्ञान निदेशक ओपी मिश्रा ने बताया कि कल दोपहर करीब 1:33 बजे जम्मू-कश्मीर के डोडा में 5.4 रिक्टर स्केल का एक भूकंप आया। 5.4 की तीव्रता का भूकंप माध्यम से ताकतवर भूकंप की श्रेणी में आता है। कई क्षेत्रों में झटके महसूस किए गए हैं। 4 से 4.4 रिक्टर पैमाने तक के भूकंप की दोबारा संभावना बनी हुई है। इस भूकंप का चक्रवात बिपरजॉय से कोई संबंध नहीं है।
#WATCH | An earthquake of 5.4 magnitude was recorded in J&K's Doda today. Tremors might have been felt in HP, Chandigarh, Punjab and all adjoining areas. Maybe the aftershock will be of lesser magnitude than the main shock: Dr OP Mishra, Director, National Center for Seismology pic.twitter.com/vFHBeu5XVW
— ANI (@ANI) June 13, 2023
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वहीं, चीन और पाकिस्तान में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए है। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के डोडा में रहा। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ से 30 किमी दक्षिण पूर्व में रिक्टर पैमाने 5.4 तीव्रता का भूकंप आया।
भूकंप अपडेट: चीन-पाकिस्तान तक असर
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन और पाकिस्तान में भी भूकंप का असर रहा। अभी तक कहीं से जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई है। यूरोपियन-मेडा टेरेरियम सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में किश्तवाड़ से 30 किमी दक्षिण पूर्व में रिक्टर पैमाने पर 5.7 तीव्रता का भूकंप आया।
क्यों आता है भूकंप?
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर आने का रास्ता खोजती हैं और डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।
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भूकंप के केंद्र और तीव्रता का मतलब?
भूकंप का केंद्र उस स्थान को कहते हैं जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।