Dr K. Laxmi Bai: खामोश दान, बड़ा काम, Dr K. Laxmi Bai ने AIIMS को डोनेट किए 3.4 करोड़, गरीब महिलाओं को मिलेगा इलाज
Dr K. Laxmi Bai, नई दिल्ली। आज के दौर में जब दान और सामाजिक काम अक्सर प्रचार, फोटोशूट और PR के जरिए सुर्खियां बनते हैं, ऐसे समय में 100 साल की Dr K. Laxmi Bai ने सादगी और इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की है,
Dr K. Laxmi Bai : ना प्रचार, ना दिखावा, 100 वर्षीय Dr K. Laxmi Bai का AIIMS को 3.4 करोड़ का दान
Dr K. Laxmi Bai, नई दिल्ली। आज के दौर में जब दान और सामाजिक काम अक्सर प्रचार, फोटोशूट और PR के जरिए सुर्खियां बनते हैं, ऐसे समय में 100 साल की Dr K. Laxmi Bai ने सादगी और इंसानियत की ऐसी मिसाल पेश की है, जिसने पूरे देश का ध्यान खींचा है। बिना किसी दिखावे और प्रचार के उन्होंने AIIMS (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) को 3.4 करोड़ रुपये दान किए हैं। इस राशि का उपयोग खासतौर पर गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के इलाज में किया जाएगा।
सादगी में छिपी है महानता
Dr K. Laxmi Bai का यह दान इसलिए भी खास है क्योंकि इसके पीछे न तो किसी तरह का शो-ऑफ है और न ही मीडिया में छाए रहने की चाह। उन्होंने न प्रेस कॉन्फ्रेंस की, न सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। यह खबर तब सामने आई जब AIIMS प्रशासन ने उनके इस योगदान की जानकारी साझा की। 100 साल की उम्र में भी समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है।
महिलाओं के इलाज के लिए समर्पित दान
AIIMS सूत्रों के मुताबिक, Dr K. Laxmi Bai द्वारा दी गई यह राशि महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी सुविधाओं को मजबूत करने में इस्तेमाल की जाएगी। खासकर उन गरीब महिलाओं के इलाज में मदद मिलेगी, जो आर्थिक तंगी के कारण समय पर इलाज नहीं करा पातीं। इससे महिला रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, दवाइयां और आधुनिक इलाज उपलब्ध हो सकेगा।
AIIMS ने जताया आभार
AIIMS प्रशासन ने Dr K. Laxmi Bai के इस दान पर गहरा आभार व्यक्त किया है। संस्थान का कहना है कि इस तरह के सहयोग से सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाया जा सकता है। AIIMS अधिकारियों के अनुसार, यह दान न सिर्फ आर्थिक मदद है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देता है कि सच्ची सेवा बिना किसी स्वार्थ के होती है।
उम्र नहीं, सोच मायने रखती है
100 साल की उम्र में जब ज्यादातर लोग आराम और निजी जीवन तक सीमित हो जाते हैं, तब Dr K. Laxmi Bai ने समाज के लिए इतना बड़ा कदम उठाकर यह साबित कर दिया कि सेवा और संवेदनशीलता की कोई उम्र नहीं होती। उनका मानना है कि अगर जीवन में कुछ हासिल किया है, तो उसका एक हिस्सा समाज को लौटाना चाहिए, खासकर उन लोगों के लिए जो खुद के लिए आवाज नहीं उठा पाते।
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आज के दौर में एक अलग मिसाल
आज जब कॉरपोरेट डोनेशन और सेलेब्रिटी चैरिटी अक्सर ब्रांडिंग का हिस्सा बन जाते हैं, Dr K. Laxmi Bai का यह कदम एक अलग ही मिसाल पेश करता है। उन्होंने दिखाया कि असली दान वही होता है, जो चुपचाप किया जाए और जिसका उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ जरूरतमंद की मदद हो। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर भी लोग उनके इस कदम की जमकर सराहना कर रहे हैं, भले ही उन्होंने खुद कभी सुर्खियों में आने की कोशिश नहीं की।
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समाज के लिए प्रेरणा
Dr K. Laxmi Bai का यह दान समाज के हर वर्ग के लिए एक सीख है। यह जरूरी नहीं कि मदद सिर्फ बड़े मंच से ही की जाए, बल्कि सही सोच और नेक इरादे से किया गया छोटा या बड़ा हर योगदान मायने रखता है। खासकर स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र में दिया गया सहयोग सीधे लोगों की जिंदगी से जुड़ा होता है।
इंसानियत की जीत
AIIMS को दिया गया यह 3.4 करोड़ रुपये का दान आने वाले समय में हजारों गरीब महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण बनेगा। यह कदम बताता है कि जब इंसान के भीतर करुणा और सेवा का भाव होता है, तो वह बिना किसी प्रचार के भी बड़ा बदलाव ला सकता है। कुल मिलाकर, Dr K. Laxmi Bai ने अपने इस नेक काम से साबित कर दिया है कि असली हीरो वही होते हैं, जो चुपचाप समाज की भलाई के लिए काम करते हैं। उनका यह योगदान न सिर्फ स्वास्थ्य क्षेत्र में मदद करेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी इंसानियत और सादगी का असली मतलब समझाएगा।
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