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Bihar Crime: बिहार में दिनदहाड़े पत्रकार की हुई हत्या, घर में घुसकर मारीं गोलियां

अररिया के रानीगंज में दिनदहाड़े दैनिक अखबार के पत्रकार विमल यादव (36) की हत्या कर दी गई। अपराधियों ने घर के दरवाजे पर चढ़कर मेन गेट खुलवाया। जैसे ही पत्रकार गेट पर आए वैसे ही सीने में गोली दाग दी।

Bihar Crime: सुपौल जेल में बंद अपराधियों ने हत्या की रची साजिश, पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार


दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार की हत्या के मामले में मृतक पत्रकार के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह के फर्द बयान पर रानीगंज थाने में केस दर्ज कर आठ लोगों को नामजद किया गया है। इनमें चार को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं मामले में नामजद दो अभियुक्त पहले से अररिया जेल में बंद हैं।

Bihar Crime: अररिया के रानीगंज में दिनदहाड़े दैनिक अखबार के पत्रकार विमल यादव (36) की हत्या कर दी गई। अपराधियों ने घर के दरवाजे पर चढ़कर मेन गेट खुलवाया। जैसे ही पत्रकार गेट पर आए वैसे ही सीने में गोली दाग दी। हत्या के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। इधर, सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई।

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पुलिस ने चार लोगों को किया गिरफ्तार

हत्या के मामले में मृतक पत्रकार विमल के पिता हरेंद्र प्रसाद सिंह के फर्द बयान पर रानीगंज थाने में केस दर्ज कर आठ लोगों को नामजद किया गया है। इनमें चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। वहीं, इस मामले में नामजद दो अभियुक्त रूपेश यादव पिता उगेन यादव वर्तमान में सुपौल जेल में और क्रांति यादव पिता उमेश यादव अररिया जेल में बंद है।

सुपौल जेल में बंद रूपेश ने ही हत्या की साजिश रची

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक की पहचान  इधर, सदर अस्पताल में पत्रकार, स्थानीय लोग और परिजनों की भीड़ लगी हुई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। परिजनों का कहना है कि सुपौल जेल में बंद रूपेश ने ही हत्या की साजिश रची थी। उसने जेल से ही हत्या की सुपारी दी थी।

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भाई की हत्या में मुख्य गवाह थे विमल

परिजनों का कहना है कि 4 साल पहले यानी अप्रैल 2019 में विमल यादव के छोटे भाई गब्बू यादव की हत्या कर दी गई थी। उस वक्त गब्बू यादव बेलसरा पंचायत के सरपंच थे। विमल अपने भाई की हत्याकांड के मुख्य गवाह थे। केस का स्पीडी ट्रायल चल रहा था। विमल की मुख्य गवाही होनी थी। अचानक उनकी हत्या कर दी गई। परिजनों का कहना है कि जिसने गब्बू यादव की हत्या करवाई, उसने ही विमल की हत्या की सुपारी दी है। गवाही के बाद आरोपी को डर था कि उसे उम्रकैद की सजा न हो जाए इसलिए बचने के लिए उसने ऐसा किया।

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