43वें दिन के कर्फ्यू के बाद भी घाटी में नहीं लौटी जिदंगी पटरी पर
कश्मीर में कर्फ्यू के 43 दिनों बाद श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर में जीवन पटरी पर नहीं लौटा है। बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में अशांति फैली हुई थी।
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार शनिवार को कर्फ्यू के 43 वें दिन भी घाटी में जीवन पटरी पर नहीं लौटा है।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार एतिहात के तौर पर श्रीनगर, पंपोर और अनंतनांग जिले में अब भी पुलिस बल तैनात किए हुए हैं।
इसके साथ ही कहा है कि लोगों द्वारा दोबारा किसी तरह की हिंसक झड़प न हो इसलिए सेना तैनात की गई है।
घाटी में लगा कर्फ्यू
वहीं दूसरी ओर अलगावादी नेताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन के तौर पर ‘आजादी मार्च’ निकाली जाएंगी।
आजादी मार्च बुरहान वानी की मौत के खिलाफ निकाली जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
स्कूल, कॉलेज प्राइवेट कंपनिया बंद ही है। साथ ही सड़क पर गाडियां भी नहीं चल रही है।
अलगावादी नेताओं सईद अली शाह गिलानी, मीरजवा उमर फारुख और मोहम्मद यासिन मलिक ने अलगावादी कैंप की तारीख बढ़ा दी है। अब यह कैंप 25 अगस्त को होगा।
आपको बता दें बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में अशांति फैल गई थी। जिसमें अबतक 64 लोगों की मौत हो चुकी है। जिसमें दो पुलिस वाले भी शामिल थे।