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Gangster Lawrence Bishnoi: जानें क्यों गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को देर रात साबरमती सेंट्रल जेल से दिल्ली लाया गया?

पिछले कुछ ही दिनों के अंतराल पर तिहाड़ जेल में हुई इन वारदातों के चलते प्रशासन बिश्नोई के मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। यही वजह है कि उसे मंडोली जेल शिफ्ट किया गया है।

Gangster Lawrence Bishnoi: बेहद सुरक्षा व्यवस्था के साथ गुजरात से दिल्ली एयरपोर्ट आया ये गैंगस्टर, हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया  

Gangster Lawrence Bishnoi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को बुधवार देर रात करीब 12:30 बजे अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल से दिल्ली लाया गया। बिश्नोई को सुरक्षा कारणों से मंडोली जेल में शिफ्ट किया गया है। दरअसल, तिहाड़ जेल में हुई टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद गैंगवार की संभावना को देखकर जेल प्रशासन ने यह फैसला लिया है। पिछले महीने तिहाड़ जेल में ही बिश्नोई के साथी प्रिंस तेवतिया की भी हत्या हो गई थी।

हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया हैं लॉरेंस विश्नोई को

लॉरेंस विश्नोई को हाई सिक्योरिटी वार्ड के 15 नंबर सेल में रखा गया हैं। बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब साढ़े 12 बजे लॉरेंस बिश्नोई को बेहद सुरक्षा व्यवस्था के साथ गुजरात से दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया था।

जेल प्रशासन रिस्क नहीं लेना चाहता था

पिछले कुछ ही दिनों के अंतराल पर तिहाड़ जेल में हुई इन वारदातों के चलते प्रशासन बिश्नोई के मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था। यही वजह है कि उसे मंडोली जेल शिफ्ट किया गया है। इस बीच दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने दिल्ली में मुठभेड़ के बाद लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक कथित सदस्य को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि आरोपी योगेश उर्फ हिमांशु दिल्ली में हत्या के प्रयास के एक मामले में अंतरिम जमानत पर जेल से निकलने के बाद 3 साल से फरार था।

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तिहाड़ में हुई थी टिल्लू ताजपुरिया की हत्या

दिल्ली की रोहिणी अदालत में गोलीबारी की घटना के आरोपी टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में 2 मई को हत्या कर दी गई थी। जेल में हुई इस गैंगवार में हमलावरों ने ताजपुरिया की जान लेने के लिए धारदार हथियारों का इस्तेमाल किया था। इससे पहले 14 अप्रैल को लॉरेंस बिश्नोई का साथी प्रिंस तेवतिया तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार में मारा गया था। तेवतिया का दूसरे गैंग के सदस्य अतातुर रहमान से विवाद हो गया था जिसके बाद दोनों गुटों के कैदी आपस में भिड़ गए थे। इस घटना में 4 कैदी घायल भी हुए थे।

गोल्डी बराड़ को भेजे 50 लाख रुपये

लॉरेंस विश्वोई ने एनआईए की पूछताछ में कबूल किया था कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने के दौरान उसने हवाला के जरिये 50 लाख रुपये कनाडा में गोल्डी बराड़ को भिजवाए थे। इसके साथ ही साल 2018 से लेकर 2022 के बीच लॉरेंस ने यूपी के खुर्जा से आर्म्स सप्लायर कुर्बान चौधरी शहजाद से अपने करीबी गैंगस्टर रोहित चौधरी की मदद से करीब 2 करोड़ रुपये में 25 हथियार खरीदे थे। इन हथियारों से ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या की गई थी।

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