World Pancreatic Cancer Day: 20 नवंबर को मनाया जाएगा विश्व अग्नाशय कैंसर दिवस, जागरूकता ही है बचाव का पहला कदम
World Pancreatic Cancer Day, हर साल नवंबर के तीसरे गुरुवार को विश्व अग्नाशय कैंसर दिवस (World Pancreatic Cancer Day) मनाया जाता है।
World Pancreatic Cancer Day : विश्व अग्नाशय कैंसर दिवस 2025, एकजुट होकर करें इस खतरनाक बीमारी के खिलाफ संघर्ष
World Pancreatic Cancer Day, हर साल नवंबर के तीसरे गुरुवार को विश्व अग्नाशय कैंसर दिवस (World Pancreatic Cancer Day) मनाया जाता है। इस वर्ष यह दिन 20 नवंबर 2025 को मनाया जाएगा। इसका उद्देश्य लोगों को अग्नाशय कैंसर (Pancreatic Cancer) के प्रति जागरूक करना, इसके लक्षणों को समझाना और समय पर निदान (early detection) की अहमियत बताना है। यह कैंसर “साइलेंट किलर” के नाम से जाना जाता है क्योंकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत मामूली होते हैं और मरीज को देर से पता चलता है, जिससे इलाज मुश्किल हो जाता है।
विश्व अग्नाशय कैंसर दिवस का इतिहास
World Pancreatic Cancer Day की शुरुआत वर्ष 2014 में World Pancreatic Cancer Coalition (WPCC) नामक संगठन द्वारा की गई थी। इस कोएलिशन में 40 से अधिक देशों के 90 से ज्यादा संगठन शामिल हैं, जो इस बीमारी के खिलाफ मिलकर काम करते हैं। इस दिवस का उद्देश्य था दुनिया भर के लोगों को एकजुट कर यह संदेश देना कि अग्नाशय कैंसर के बारे में जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है। क्योंकि जितनी जल्दी इसका पता चलता है, उतनी ही जल्दी और प्रभावी उपचार की संभावना बढ़ जाती है।
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अग्नाशय क्या है और इसका काम
अग्नाशय (Pancreas) हमारे पेट के पीछे स्थित एक लंबा ग्रंथि (gland) होता है जो दो अहम काम करता है –
- पाचन एंजाइम (Digestive Enzymes) बनाकर भोजन को तोड़ने में मदद करता है।
- इंसुलिन (Insulin) नामक हार्मोन बनाकर शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करता है।
जब इस अंग की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं, तो अग्नाशय कैंसर विकसित होता है। यह धीरे-धीरे फैलता है और शुरुआती अवस्था में लक्षण बहुत हल्के होने के कारण इसे पहचानना कठिन होता है।
अग्नाशय कैंसर के लक्षण
अग्नाशय कैंसर के लक्षण अक्सर देर से दिखते हैं, लेकिन अगर इन संकेतों पर ध्यान दिया जाए तो समय रहते इलाज संभव हो सकता है —
- पेट के ऊपरी हिस्से में लगातार दर्द या भारीपन
- अचानक वजन कम होना
- भूख में कमी
- त्वचा और आंखों में पीलापन (जॉन्डिस)
- उल्टी या मतली
- मल का रंग हल्का होना
- थकान और कमजोरी महसूस होना
- पीठ या पेट में जलन
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
अग्नाशय कैंसर के प्रमुख कारण
हालांकि अग्नाशय कैंसर के सटीक कारणों की पहचान अब तक पूरी तरह नहीं हो पाई है, लेकिन कुछ जोखिम कारक (Risk Factors) ऐसे हैं जो इस बीमारी की संभावना बढ़ाते हैं:
- धूम्रपान (Smoking): लगातार तंबाकू सेवन अग्नाशय कैंसर के मामलों में एक बड़ा कारण है।
- शराब का अत्यधिक सेवन (Alcohol): लंबे समय तक शराब पीने से अग्नाशय को नुकसान पहुंचता है।
- मोटापा (Obesity): अत्यधिक वजन और असंतुलित खानपान शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ावा देता है।
- डायबिटीज (Diabetes): लंबे समय से डायबिटीज से ग्रसित लोगों में यह खतरा बढ़ जाता है।
- आनुवंशिक कारण (Genetic Factors): अगर परिवार में किसी को यह बीमारी रही हो तो जोखिम अधिक होता है।
- उम्र और लिंग: 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों में यह कैंसर अधिक पाया जाता है।
शुरुआती पहचान क्यों जरूरी है
अग्नाशय कैंसर के शुरुआती चरण में कोई खास लक्षण नहीं दिखाई देते, इसलिए अधिकांश मरीजों को तब पता चलता है जब बीमारी काफी बढ़ चुकी होती है। यही वजह है कि इस कैंसर की मृत्यु दर (Mortality Rate) अन्य कैंसरों की तुलना में अधिक है। यदि समय रहते पहचान हो जाए, तो सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी के माध्यम से रोगी की जान बचाई जा सकती है। इसलिए नियमित हेल्थ चेकअप और शरीर में हो रहे बदलावों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
उपचार के तरीके
अग्नाशय कैंसर का उपचार उसकी स्टेज पर निर्भर करता है। कुछ प्रमुख उपचार विधियां हैं:
- सर्जरी (Surgery): अगर कैंसर शुरुआती अवस्था में हो तो प्रभावित हिस्से को ऑपरेशन से हटाया जा सकता है।
- कीमोथेरेपी (Chemotherapy): दवाओं के जरिए कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने की प्रक्रिया।
- रेडिएशन थेरेपी (Radiation Therapy): रेडिएशन की मदद से कैंसर कोशिकाओं को खत्म किया जाता है।
- इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy): शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर कैंसर से लड़ने में मदद की जाती है।
- पैलिएटिव केयर (Palliative Care): यह उपचार तब दिया जाता है जब कैंसर फैल चुका हो और लक्ष्य केवल दर्द कम करना और जीवन की गुणवत्ता बनाए रखना हो।
थीम और संदेश 2025
हर साल World Pancreatic Cancer Day एक नई थीम के साथ मनाया जाता है। 2025 की थीम है –
“Shine Through Purple – Spreading Hope, Strength, and Survival.” यह थीम लोगों को प्रेरित करती है कि वे बैंगनी रंग (Purple) पहनकर और जागरूकता फैलाकर इस कैंसर से लड़ने वालों के समर्थन में खड़े हों। यह दिन केवल मरीजों के लिए नहीं, बल्कि उनके परिवारों और डॉक्टरों के लिए भी सम्मान का प्रतीक है।
जागरूकता कैसे बढ़ा सकते हैं?
- सोशल मीडिया पर #WorldPancreaticCancerDay और #ShineThroughPurple जैसे हैशटैग से जुड़ें।
- अपने आसपास लोगों को इसके लक्षण और बचाव के उपाय बताएं।
- कैंसर मरीजों की मदद करने वाले संगठनों में योगदान दें।
- बैंगनी रंग के कपड़े पहनकर समर्थन जताएं।
- हेल्थ कैंप और जागरूकता कार्यक्रमों में भाग लें।
विश्व अग्नाशय कैंसर दिवस हमें याद दिलाता है कि जागरूकता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। यह बीमारी जितनी गंभीर है, उतना ही जरूरी है कि हम इसके बारे में बात करें, लक्षणों को पहचानें और समय पर जांच कराएं। अगर हम अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें, तो इस “साइलेंट किलर” को भी हराया जा सकता है।
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