HMPV Virus : बच्चों में बढ़ता HMPV संक्रमण, जानिए बचाव के लिए किन बातों का ध्यान रखें
HMPV Virus, मानव मेटाप्नूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है, जो मुख्यतः छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है।
HMPV Virus : क्या है HMPV और बच्चों के लिए क्यों है यह खतरनाक? जानिए बचाव के तरीके
HMPV Virus, मानव मेटाप्नूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है, जो मुख्यतः छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों को प्रभावित करता है। HMPV के लक्षण आम सर्दी-जुकाम से मिलते-जुलते हैं, लेकिन छोटे बच्चों में यह अधिक गंभीर संक्रमण का कारण बन सकता है। इसका सही समय पर इलाज न हो पाने पर यह फेफड़ों में संक्रमण (निमोनिया) और ब्रॉन्कियोलाइटिस जैसी बीमारियों का रूप ले सकता है।
HMPV क्या है?
HMPV एक RNA वायरस है, जिसकी पहचान पहली बार 2001 में की गई थी। यह वायरस इंसानों के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। HMPV संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से निकलने वाली बूंदों के माध्यम से फैलता है। इसके अलावा संक्रमित सतहों को छूने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी संक्रमण हो सकता है।
बच्चे HMPV का शिकार क्यों होते हैं?
नवजात और छोटे बच्चों की प्रतिरक्षा प्रणाली पूरी तरह से विकसित नहीं होती है। कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण वे जल्दी संक्रमण का शिकार हो जाते हैं। बच्चों के फेफड़े छोटे और संवेदनशील होते हैं। जब HMPV उन पर हमला करता है, तो श्वसन तंत्र में सूजन हो जाती है, जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। HMPV संक्रमण आमतौर पर सर्दियों में अधिक फैलता है। इस समय बच्चों को सर्दी-खांसी और अन्य श्वसन संक्रमणों का खतरा अधिक रहता है।
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HMPV के लक्षण
HMPV के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर हो सकते हैं। ये लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 3 से 6 दिनों के भीतर दिखने लगते हैं। नाक बंद होना या बहना, गले में खराश, हल्का बुखार, खांसी, थकान यदि बच्चे में ये गंभीर लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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बच्चों में HMPV से बचाव के उपाय
बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें। खाना खाने से पहले और बाहर से आने के बाद हाथ धोना बेहद जरूरी है। खांसने या छींकने के समय बच्चों को रुमाल या टिशू का उपयोग करना सिखाएं। इससे संक्रमण के फैलने की संभावना कम हो जाती है।