Venice Film Festival 2025: वैश्विक मंच पर India का परचम, Venice Film Festival में अनुपर्णा रॉय ने रचा इतिहास
Venice Film Festival 2025, भारत की फिल्ममेकर अनुपर्णा रॉय ने 82वें वेनिस फिल्म फेस्टिवल 2025 में अपने देश का नाम रोशन किया। उन्होंने बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड जीतकर इतिहास बना दिया।
Venice Film Festival 2025 : वैश्विक मंच पर चमका भारत, Venice Film Festival 2025 में अनुपर्णा रॉय का शानदार प्रदर्शन
Venice Film Festival 2025, भारत की फिल्ममेकर अनुपर्णा रॉय ने 82वें वेनिस फिल्म फेस्टिवल 2025 में अपने देश का नाम रोशन किया। उन्होंने बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड जीतकर इतिहास बना दिया। दरअसल, वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला फिल्ममेकर हैं। यह न केवल अनुपर्णा के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का पल है। उनकी इस कामयाबी की खबर अब देशभर में छाई हुई है।
अनुपर्णा रॉय की पर्सनल लाइफ और शिक्षा
अनुपर्णा रॉय पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले से आती हैं। शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली और मुंबई में कॉर्पोरेट जॉब की, लेकिन उनका सपना हमेशा फिल्मों से जुड़ा रहा। फिल्मी दुनिया में कदम रखने के लिए उन्होंने अनुपम खेर के एक्टर प्रीपेयर्स इंस्टीट्यूट से अभिनय का डिप्लोमा किया। इस प्रशिक्षण ने उन्हें अभिनय और फिल्म निर्माण के कई गुर सिखाए।
फिल्मी करियर की शुरुआत
अभिनय प्रशिक्षण के बाद अनुपर्णा ने अपने करियर की शुरुआत अस्सिटेंट डायरेक्टर के तौर पर की। इसके बाद उन्होंने डायरेक्शन के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। उनका यह सफर दिखाता है कि लगन, मेहनत और समर्पण से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।

बेस्ट डायरेक्टर का अवॉर्ड और अंतरराष्ट्रीय मान्यता
आज उनकी पहली फीचर फिल्म ‘सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ के जरिए अनुपर्णा ने इतिहास रच दिया। वे न केवल वेनिस फिल्म फेस्टिवल 2025 की बेस्ट डायरेक्टर बनीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की फिल्म इंडस्ट्री को नई पहचान दिलाई। फिल्म को आलोचकों और दर्शकों दोनों ने सराहा है। इसकी कहानी, निर्देशन, सिनेमेटोग्राफी और कलाकारों की परफॉर्मेंस ने इसे एक यादगार फिल्म बना दिया है।
Read More : Mouni Roy: मौनी रॉय का जन्मदिन,संघर्ष, सफलता और ग्लैमर की कहानी
फिल्म की अंतरराष्ट्रीय सराहना
फिल्म ‘सॉन्ग्स ऑफ फॉरगॉटन ट्रीज’ को सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में सराहा जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल्स में इसके प्रदर्शन ने दर्शकों और क्रिटिक्स को प्रभावित किया। इसके निर्देशन के लिए अनुपर्णा को मिला अवॉर्ड इस बात का प्रमाण है कि भारतीय फिल्ममेकर वैश्विक स्तर पर अपना लोहा मनवा सकते हैं।
Read More : Hina Khan: टीवी की आदर्श बहू पर सवाल, Hina Khan की सास का चौंकाने वाला बयान
प्रेरणा और संदेश
अनुपर्णा रॉय का जीवन और करियर युवा फिल्ममेकरों और कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि अगर कोई अपने सपनों को लेकर समर्पित और मेहनती है, तो कोई भी सीमा उसे रोक नहीं सकती। फिल्म इंडस्ट्री में आने के लिए उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com







