South Movies : तिरुचित्रबलम, 30 करोड़ का बजट, 100 करोड़ की कमाई और दिल छूने वाली कहानी
South Movies, तमिल फिल्म "तिरुचित्रबलम" (Thiruchitrambalam) ने अपने छोटे बजट और बड़ी सफलता के कारण फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है।
South Movies : 7.9 IMDb रेटिंग वाली तिरुचित्रबलम, साधारण कहानी का असाधारण जादू
South Movies, तमिल फिल्म “तिरुचित्रबलम” (Thiruchitrambalam) ने अपने छोटे बजट और बड़ी सफलता के कारण फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मचा दी है। 30 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। इसे दर्शकों और समीक्षकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली, जिसकी झलक इसकी 7.9 IMDb रेटिंग में दिखती है। दिल छू लेने वाली कहानी और बेहतरीन अभिनय के साथ, यह फिल्म ऐसी है जिसे देखने के बाद दर्शक इसे बार-बार देखना चाहेंगे।
कहानी की झलक
“तिरुचित्रबलम” की कहानी साधारण जिंदगी के असाधारण पहलुओं को बड़े ही सरल और भावनात्मक तरीके से पेश करती है। कहानी का मुख्य पात्र पझम (धनुष द्वारा निभाया गया किरदार) एक मिडिल-क्लास डिलीवरी बॉय है, जो अपनी जिंदगी की उलझनों से जूझ रहा है।
पझम का जीवन कई समस्याओं से भरा हुआ है
पझम अपनी विधवा दादी (भारतीराजा) और सख्त पुलिसवाले पिता (प्रकाश राज) के साथ रहता है। पिता के साथ उसके रिश्ते में खटास है, जो उसके जीवन को और मुश्किल बनाता है। पझम का दिल कई बार टूट चुका है। उसके लिए सच्चे प्यार को पाना मुश्किल हो गया है। इस कठिन समय में, उसकी बचपन की दोस्त शोभना (नित्या मेनन) उसकी सबसे बड़ी ताकत बनती है। शोभना उसकी हर मुश्किल घड़ी में साथ देती है और उसके जीवन में खुशी लाने की कोशिश करती है।
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फिल्म की असली खूबसूरती
फिल्म में पिता और पुत्र के बीच तनावपूर्ण संबंधों को बहुत ही सजीव तरीके से दिखाया गया है। एक बेटे का अपने पिता से शिकायत करना, और पिता का अपने बेटे से उम्मीद रखना – यह सब भावनात्मक रूप से दर्शकों को जोड़ता है।शोभना और पझम की दोस्ती फिल्म की रीढ़ है। उनकी केमिस्ट्री इतनी स्वाभाविक है कि दर्शकों को अपने जीवन की किसी प्यारी दोस्त की याद आ जाती है।फिल्म यह भी दिखाती है कि कैसे पझम अपनी कमियों और ताकतों को पहचानकर अपनी जिंदगी को बेहतर बनाता है।
कलाकारों का प्रदर्शन
फिल्म की सफलता का बड़ा कारण इसके कलाकारों का शानदार अभिनय है।
1. धनुष (पझम):
धनुष ने पझम के किरदार को बड़ी ही सहजता और सादगी से निभाया है। उनकी भावनात्मक अदाकारी ने दर्शकों के दिलों को छू लिया।
2. नित्या मेनन (शोभना):
नित्या मेनन ने अपने किरदार को गहराई और मासूमियत से निभाया है। उनकी और धनुष की जोड़ी फिल्म का मुख्य आकर्षण है।
3. प्रकाश राज:
एक सख्त और भावुक पिता के रूप में प्रकाश राज ने बेहतरीन अभिनय किया है।
4. भारतीराजा:
दादी के किरदार में भारतीराजा ने फिल्म में हास्य और भावनात्मक संतुलन बनाए रखा है।
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निर्देशन और संगीत
फिल्म का निर्देशन मिथुन जवाहर ने किया है। उन्होंने साधारण कहानी को बेहतरीन तरीके से पेश किया है। उनकी निर्देशन शैली सरल और प्रभावशाली है। फिल्म का संगीत अनिरुद्ध रविचंदर ने दिया है, जो फिल्म का अहम हिस्सा है। गानों ने कहानी में भावनाओं को और भी गहराई दी है।
बजट और बॉक्स ऑफिस
-बजट: 30 करोड़ रुपये
-कलेक्शन: 100 करोड़ रुपये से अधिक
फिल्म की सफलता यह साबित करती है कि एक अच्छी कहानी और दमदार अदाकारी के दम पर बड़े बजट की जरूरत नहीं होती।