Kumar Sanu : कुमार सानू का बड़ा खुलासा, क्या है फिल्मी गानों से दूर होने की असली वजह?
कुमार सानू के बॉलीवुड से दूर होने की कई वजहें हैं। इंडस्ट्री का बदलता मिजाज, नई पीढ़ी का उदय, संगीत निर्देशकों का फैसला, फिल्मों का बदलता स्वरूप और दर्शकों की बदलती पसंद इनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं।
Kumar Sanu : बॉलीवुड से नाराजगी? कुमार सानू ने खोली दिल की बात
Kumar sanu: एक प्रसिद्ध भारतीय गायक हैं।नका जन्म कोलकाता में हुआ था और उनका असली नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है। उन्होंने अपने गायन करियर की शुरुआत 1989 में की थी और तब से उन्होंने हजारों गाने गाए हैं। कुमार सानु ने कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें पद्म श्री भी शामिल है, जो भारत सरकार द्वारा दिया गया एक उच्च नागरिक सम्मान है। उन्हें भारत के सर्वश्रेष्ठ गायकों में से एक माना जाता है।कुमार सानु के कुछ सबसे प्रसिद्ध गीतों में “आशीqui”, “हम दिल दे चुके सनम”, और “दिल तो पागल है” शामिल हैं।
बॉलीवुड से दूर क्यों?
कुमार सानू, बॉलीवुड के दिग्गज गायक हैं, जिनकी आवाज ने लाखों दिलों को मोहा है। 90 के दशक में उनके गानों का बोलबाला था। लेकिन आजकल वे फिल्मों के लिए कम ही गाते हैं। आइए जानते हैं इसकी क्या वजहें हो सकती हैं।
इंडस्ट्री का बदलता मिजाज
-नई पीढ़ी का उदय : बॉलीवुड में नई पीढ़ी के गायकों का उदय हुआ है। इनमें कई युवा और प्रतिभाशाली गायक हैं जो दर्शकों को आकर्षित कर रहे हैं।
-म्यूजिक डायरेक्टरों का फैसला : संगीत निर्देशक अब नए प्रयोग करना चाहते हैं और नए गायकों को मौके देना पसंद करते हैं।
-फिल्मों का बदलता स्वरूप : आजकल की फिल्में पहले से काफी अलग हो गई हैं। संगीत का महत्व कम होता जा रहा है और गानों की संख्या भी पहले की तुलना में कम हो गई है।
कुमार सानू का दर्द
कुमार सानू ने खुद कई बार इंटरव्यू में इस बात पर दुख व्यक्त किया है कि उन्हें उतना काम नहीं मिल रहा है जितना उन्हें मिलना चाहिए। उन्होंने कहा है कि इंडस्ट्री उन्हें सम्मान तो देती है लेकिन काम नहीं देती। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें लगता है कि इंडस्ट्री उन्हें भूल गई है।कुमार सानू बॉलीवुड के उन प्रख्यात सिंगर्स में से एक हैं जिनके गाये गीत आज भी युवा दिलों को धड़का जाते हैं, उनकी आवाज ने दशकों तक बॉलीवुड पर राज किया है| अपने दौर के हर बड़े सितारे की खूबसूरत और मखमली आवाज बने हैं प्लेबैक सिंगर कुमार सानू न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि उन्हें सुनने वाले भी उनके गीतों को आज भी गुनगुनाते हैं| फिर वो चाहें चुरा के दिल मेरा गाना हो या दो दिल मिल रहे हों गाना हो. ज्यादा मखमली अंदाज चाहिए तो आप चोरी चोरी जब नजरें मिली जैसे गाने भी सुन सकते हैं|
दर्शकों की पसंद
-नई पीढ़ी का स्वाद : आज की युवा पीढ़ी का स्वाद बदल गया है। वे नए तरह के संगीत को पसंद करते हैं।
-ओल्ड इज गोल्ड : हालांकि, कुमार सानू के पुराने गाने आज भी लोगों को पसंद आते हैं। लेकिन नए गाने बनाने के लिए उन्हें नए तरह के संगीत के साथ प्रयोग करना होगा।
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