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National Space Day : स्पेस पर बनी बेमिसाल फिल्में, देखिये ये 5 ख़ास मूवीज

National Space Day पर, इन फिल्मों को देखकर हम अंतरिक्ष के अन्वेषण की जटिलताओं और वैज्ञानिकों के अटूट प्रयासों को समझ सकते हैं और उनका सम्मान कर सकते हैं।

National Space Day 2024 : अक्षय कुमार की ‘मिशन मंगल’ से लेकर ‘रॉकेट्री’ तक, स्पेस पर बनी हैं ये फिल्में

National Space Day हर साल मई के पहले शुक्रवार को मनाया जाता है और यह दिन अंतरिक्ष में हमारे द्वारा की गई खोजों और उपलब्धियों को मनाने के लिए समर्पित है। अंतरिक्ष से संबंधित कहानियाँ हमेशा से ही दर्शकों को रोमांचित करती रही हैं, चाहे वे वास्तविक घटनाओं पर आधारित हों या काल्पनिक। इस लेख में, हम कुछ ऐसी भारतीय फिल्मों की चर्चा करेंगे, जो अंतरिक्ष और उससे जुड़ी कहानियों को दर्शाती हैं।

National Space Day
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1. मिशन मंगल (2019)

अक्षय कुमार की ‘मिशन मंगल’ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पहले मंगल मिशन ‘मंगलयान’ पर आधारित है। यह फिल्म 2013 में लॉन्च किए गए मंगलयान मिशन की सच्ची कहानी को दर्शाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक समर्पित वैज्ञानिकों की टीम, जिसमें तापसी पन्नू, विद्या बालन, सोनाक्षी सिन्हा, निथ्या मेनन, और कीर्ति कुल्हारी जैसे कलाकार शामिल हैं, असंभव को संभव बनाती है।

‘मिशन मंगल’ ने न केवल भारत के वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिभा और समर्पण को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि कैसे सीमित संसाधनों के बावजूद, दृढ़ संकल्प और जिज्ञासा से प्रेरित होकर, भारत ने अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। फिल्म में, अक्षय कुमार ने ISRO के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक का किरदार निभाया है, जो अपनी टीम को चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी प्रेरित करते हैं।

2. रॉकेट्री, द नंबी इफेक्ट (2022)

‘रॉकेट्री: द नंबी इफेक्ट’ भारतीय वैज्ञानिक नंबी नारायणन के जीवन पर आधारित है, जो ISRO के एक पूर्व वैज्ञानिक और एयरोस्पेस इंजीनियर थे। फिल्म को आर. माधवन ने लिखा, निर्देशित और मुख्य भूमिका में अभिनय किया है। यह फिल्म नंबी नारायणन के करियर और उनकी व्यक्तिगत ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव को दिखाती है, विशेषकर 1994 में उन पर लगे झूठे जासूसी के आरोपों के संदर्भ में।

फिल्म ने दिखाया कि कैसे नंबी नारायणन ने क्रायोजेनिक इंजन के विकास में योगदान दिया, जो भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण प्रगति थी। ‘रॉकेट्री’ ने वैज्ञानिक के संघर्ष और उनकी वैज्ञानिक खोजों को भी बारीकी से दिखाया। फिल्म ने दर्शकों को अंतरिक्ष विज्ञान और इंजीनियरिंग के जटिल पहलुओं से अवगत कराया और साथ ही भारतीय वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और समर्पण को भी सम्मानित किया।

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3. स्पेस मूवी (2020)

‘स्पेस मूवी’ एक साइंस फिक्शन फिल्म है जो अंतरिक्ष के रहस्यमय पहलुओं की पड़ताल करती है। फिल्म एक भारतीय अंतरिक्ष मिशन के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसमें अंतरिक्ष यात्रियों की एक टीम एक दूरस्थ ग्रह पर जीवन की खोज में जाती है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे वे अंतरिक्ष में अपने अनुभवों का सामना करते हैं, वहां के खतरों से निपटते हैं और एक नई सभ्यता की खोज करते हैं।

फिल्म ने अंतरिक्ष यात्रा की जटिलताओं को दर्शाने के लिए अत्याधुनिक विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया और दर्शकों को एक वास्तविक अंतरिक्ष यात्रा का अनुभव दिया। यह फिल्म एक प्रकार से भारतीय सिनेमा के लिए एक नई शुरुआत थी, जो स्पेस जॉनर में कुछ नया और रोचक प्रस्तुत करती है।

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4. तारे ज़मीन पर (2023)

हालांकि आमिर खान की ‘तारे ज़मीन पर’ को सीधे तौर पर अंतरिक्ष फिल्म नहीं कहा जा सकता, लेकिन इसमें अंतरिक्ष का एक महत्वपूर्ण पहलू है। फिल्म में एक युवा लड़के की कहानी है, जो डिस्लेक्सिया से पीड़ित है, लेकिन अंतरिक्ष और तारों में उसकी गहरी रुचि है। फिल्म ने बच्चों में अंतरिक्ष और खगोल विज्ञान के प्रति रुचि जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

फिल्म का एक हिस्सा दर्शकों को दिखाता है कि कैसे एक शिक्षक अपने छात्रों को अंतरिक्ष के बारे में शिक्षित और प्रेरित करता है। ‘तारे ज़मीन पर’ ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ अकादमिक ज्ञान देना नहीं है, बल्कि छात्रों को उनकी रूचियों और क्षमताओं को पहचानने में मदद करना भी है।

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5. अंतरिक्षम (2021)

‘अंतरिक्षम’ एक दक्षिण भारतीय फिल्म है जो अंतरिक्ष मिशन पर आधारित है। फिल्म का कथानक एक भारतीय सैटेलाइट को बचाने के मिशन पर आधारित है, जो अंतरिक्ष में खो जाता है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक समर्पित वैज्ञानिकों की टीम अपने मिशन को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करती है।

फिल्म ने तकनीकी दृष्टि से भारतीय सिनेमा में एक मील का पत्थर स्थापित किया, क्योंकि इसमें अंतरिक्ष में सेट और शूटिंग का बेहतरीन दृश्यांकन किया गया है। ‘अंतरिक्षम’ ने दिखाया कि कैसे वैज्ञानिक दृढ़ संकल्प और टीम वर्क के माध्यम से चुनौतीपूर्ण मिशनों को भी सफल बना सकते हैं।

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