Vijay Varma : 18 रुपये का संघर्ष और सपनों की तलाश, विजय वर्मा के जीवन का कठिन दौर
विजय वर्मा की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनका जीवन यह सिखाता है कि चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, अगर आपके अंदर अपने सपनों के प्रति जुनून है, तो आप किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं।
Vijay Varma : संघर्ष की कहानी, जानिए Vijay Varma का सबसे बुरा फेज, और उनकी प्रेरणादायक यात्रा
Vijay Varma,बॉलीवुड के कई सितारे ऐसे हैं जिन्होंने अपने जीवन में संघर्ष और कठिनाइयों का सामना किया है, लेकिन विजय वर्मा की कहानी खास है। उनका संघर्ष और सफलता की कहानी प्रेरणा देती है कि कैसे मेहनत और दृढ़ संकल्प से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। विजय वर्मा, जो ‘गली बॉय’, ‘मिर्जापुर 2’, और ‘डार्लिंग्स’ जैसी हिट फिल्मों में अपनी दमदार अदाकारी के लिए जाने जाते हैं, ने हाल ही में एक इंटरव्यू में अपने जीवन के सबसे कठिन दौर को साझा किया।
संघर्ष का आरंभ
विजय वर्मा का जन्म और परवरिश हैदराबाद में हुई थी। उनकी शुरूआती जिंदगी एक मध्यमवर्गीय परिवार में बीती, जहाँ आर्थिक स्थिरता एक बड़ा मुद्दा था। उन्होंने बचपन से ही अभिनय में रुचि दिखाई थी और अपने स्कूल और कॉलेज के दिनों में विभिन्न नाटकों में भाग लिया था। लेकिन एक अभिनेता बनने का सपना देखना और उस सपने को हकीकत में बदलना दो बहुत अलग बातें होती हैं, और विजय वर्मा ने इसे बेहद करीब से महसूस किया।
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मुंबई में संघर्ष
अपने अभिनय के जुनून को आगे बढ़ाने के लिए विजय मुंबई आ गए। मुंबई, जो कि सपनों की नगरी मानी जाती है, ने विजय को उनके जीवन का सबसे कठिन समय दिखाया। जब वे मुंबई पहुंचे, उनके पास न तो पैसे थे और न ही रहने की कोई जगह। उन्होंने कई दिनों तक छोटे-मोटे काम किए, जैसे कि वेटर की नौकरी और कॉल सेंटर में काम करना, ताकि वे अपने खर्चों को पूरा कर सकें। इस दौरान उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा और कई महीनों तक कोई काम नहीं मिला।
विजय ने बताया कि एक समय ऐसा भी आया जब उनके बैंक अकाउंट में सिर्फ 18 रुपये बचे थे। यह उनके जीवन का सबसे कठिन दौर था। उनके पास न खाने के लिए पैसे थे, न ही किराया देने के लिए। उस समय वे लगभग हार मान चुके थे। विजय ने इस समय को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कई बार सोचा कि शायद उन्हें वापस हैदराबाद लौट जाना चाहिए और कोई स्थिर नौकरी करनी चाहिए। लेकिन उनके अंदर का कलाकार और उनका जुनून उन्हें हार मानने नहीं दे रहा था।
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पहली बड़ी सफलता और बदलाव का समय
लंबे समय तक संघर्ष करने के बाद, विजय को उनकी पहली बड़ी फिल्म ‘मोनसून्स शूटआउट’ मिली। हालांकि, इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखाया, लेकिन विजय के अभिनय को खूब सराहा गया। इसके बाद उन्होंने कई अन्य प्रोजेक्ट्स में काम किया, लेकिन ‘गली बॉय’ में उनके द्वारा निभाए गए ‘मोहसिन भाई’ के किरदार ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया। इस फिल्म के बाद से विजय ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने कई हिट फिल्मों और वेब सीरीज में काम किया और आज वे इंडस्ट्री के सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं।
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