Nursery Admission : नर्सरी में एडमिशन के लिए क्या है जरूरी, जानें इसे लेकर क्या है नियम
दिल्ली नर्सरी एडमिशन में सिबलिंग कोटा और घर से स्कूल पास होने पर कुछ पॉइंट मिलते हैं। इससे जुड़े नियम क्या है और किन्हें प्रायॉरिटी दी जाती है,इन सब चीजों के बारे मे विस्तार से जानते है।
Nursery Admission : नर्सरी में एडमिशन होने के चांस किसमें ज्यादा रहते हैं,पास स्कूल या सिबलिंग कोटा
दिल्ली नर्सरी एडमिशन में सिबलिंग कोटा और घर से स्कूल पास होने पर कुछ पॉइंट मिलते हैं। इससे जुड़े नियम क्या है और किन्हें प्रायॉरिटी दी जाती है,इन सब चीजों के बारे मे विस्तार से जानते है।
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दिल्ली में नर्सरी एडमिशन –
दिल्ली में नर्सरी एडमिशन के लिए दाखिले की दौड़ अब शुरू हो चुकी है। इसके लिए आवेदन फार्म भरे जा रहे है और कुछ ही समय में स्कूलों मे सूची जारी करना शुरू हो जाएगा। नर्सरी एडमिशन में ईडब्ल्यूएस कोटे से लेकर, एज लिमिट तक बहुत से मुद्दों पर निर्भर करता है। वैसे तो दिल्ली नर्सरी स्कूलों में एडमिशन का एक नियम ये भी है कि सिबलिंग कोटा और कैंडिडेट के घर के पास स्कूल होने पर उन्हें पॉइंट मिलते है।
क्या होते है नियम –
दिल्ली के कुछ हिस्सों को छोड़कर स्कूलों के नियम अलग हो सकते हैं। ये एडमिशन क्राइटेरिया स्कूलों के द्वारा रिलीज होता है। इसलिए तो हर स्कूल का नियम कुछ हद तक अलग-अलग हो सकता है जिसका डिटेल वहां से पता चलता है।
अगर किसी बच्चे का रियल ब्रदर या सिस्टर उसी स्कूल में पढ़ता है तो उसे प्रायॉरिटी मिल जाती है। कुछ प्वॉइंट्स ऐसे कैंडिडेट्स को अतिरिक्त भी मिलते हैं।
अगला प्वाइंट या नियम यह है कि कैंडिडेट का घर स्कूल से कितनी दूर है। 6 किमी तक होने पर उसे 40 पॉइंट मिलते हैं। जबकि 6 से 8 किमी पर होने पर 30 पॉइंट दिए जाते हैं और 8 से ज्यादा होने पर 20 पॉइंट मिलते हैं।
अब अगर दोनों में तुलना कर के देखा जाए तो सिबलिंग कोटा को ज्यादा महत्व दिया जाता है, और घर स्कूल से पास होने का नंबर इसके बाद आता है। वैसे तो
डिस्टेंस के नियम हर स्कूल के अलग हो सकते हैं इसलिए बेहतर होगा कि वहां से डिटेल पता करने के बाद ही आवेदन कर सकते है।
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