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Dev Deepawali: देव दीपावली पर करें ये शुभ काम भगवान शिव देंगे मनचाहा वरदान।

Dev Deepawali: देव दीपावली पर है दीप दान का महत्व, बनारस के घाट पर होती है शानदार गंगा आरती


Highlights –

  • नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी।
  • मान्यता है कि इस दिन देवता बनारस की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं।
  • बनारस में गंगा नदी के तट पर दीपों का ये उत्सव मनाया जाता है।

Dev Deepawali : दिवाली का त्योहार देशभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली की तरह ही देव दीपावली का महत्व हैइस त्योहार को भी दीपों का त्योहार कहते हैं।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बनारस में बहुत ही धूमधाम से देव दीपावली मनाई जाती है। हर साल देव दिवाली का पर्व दीपावली के 15 दिनों के बाद ही मनाया जाता है।

पंचांग के अनुसारकार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है लेकिन इस साल इस दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। ऐसे में देव दिवाली की तिथि को लेकर थोड़ा सा कंफ्यूजन है कि आखिर किस दिन देव दिवाली का पर्व मनाना शुभ होगा।

इस साल नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन देवता बनारस की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं। काशी में गंगा नदी के तट पर दीपों का ये उत्सव मनाया जाता है।

इस दौरान वहां की धूम देखने लायक होती हैबहुत सजावट होती हैगंगा घाट पर हर ओर मिट्टी के दीपक प्रज्वलित किए जाते हैं। ये दृश्य बहुत ही भव्य होता है। इस साल लाखों में दीपक जलाने की बात है।

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देव दीपावली पर क्या करना होगा शुभ

इस त्योहार पर लोग गंगा स्नान करके दीपदान करते हैं। इस दिन गंगा स्नान को बहुत शुभ माना जाता है। देवी गंगा को श्रद्धा का प्रतीक कहा जाता है। इस दिन बनारस के घाट पर विशेष गंगा आरती का भी प्रावधान है।

महत्व

मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, इसी कारण इस दिन को खुशियों के रूप में मनाया जाता है।

इस राक्षस के वध होने से देवी-देवताओं से खुशियां मनाई थी और काशी की तट पर दीपक जलाए थेइसी कारण हर साल इस दिन दीपदान और स्नान करना का शुभ माना जाता है।

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