बिज़नस

life insurance लाइफ इंश्योरेंस खरीदने से पहले, होगा आपका ज्यादा मुनाफा

लाइफ इंश्योरेंस होने पर कई चिंताएं अपनेआप दूर हो जाती हैं। खासकर, जिनका संबंध पैसों से होता है। आप काफी कम रकम में अपने परिवार का आर्थिक भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं, उन्हें अपने न होने की स्थिति में बेबस होने से बचा सकते हैं। लेकिन, इसके आपको एक अच्छा लाइफ इंश्योरेंस प्लान चुनना होगा।

life insurance इंश्योरेंस लेने से पहले पूछें ये सवाल, की-फीचर्स डॉक्यूमेंट पर करें गौर


life insurance इंश्योरेंस एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही सुरक्षा का भाव आता है। अगर किसी व्यक्ति के पास लाइफ इंश्योरेंस है तो उसे मन में कहीं न कहीं इस बात का संतोष रहता है कि उसके ना रहने पर उसके परिवार को आर्थिक मदद मिलती रहेगी। ज्यादातर लोग लाइफ इंश्योरेंस अपने किसी रिश्तेदार के कहने पर या कोई पॉलिसी बेचने वाले पर भरोसा करने पर अपने जरूरत से ज्यादा या उससे कम कवर अमाउंट का जीवन बीमा खरीदते हैं। लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि आप अपने लिए बेस्ट जीवन बीमा यानी लाइफ इंश्योरेंस कैसे खरीद सकते हैं।

आपको लाइफ इंश्योरेंस क्यों चाहिए?

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले आपको यह तय कर लेना चाहिए कि आपको इसकी जरूरत क्यों है? इसके बाद ही आप अपनी सहूलियत के हिसाब से सही पॉलिसी चुन पाएंगे। आपको कितने मूल्य के इंश्योरेंस की जरूरत है, इसे अपने खर्च के आधार पर तय करें। आपके परिवार की मौजूदा जीवनशैली कैसी है और आगे चलकर उसमें किस तरह का इजाफा हो सकता है, इसका ध्यान रखें।

की-फीचर्स डॉक्यूमेंट पर करें गौर

लाइफ इंश्योरेंस खरीदने से पहले की-फीचर्स डॉक्यूमेंट जरूर पढ़ना चाहिए। इससे आपको बीमे के बारे में कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं। मसलन- इंश्योरेंस पॉलिसी जारी होने से 15 दिन तक फ्री-लुक पीरियड होता है। अगर इन 15 दिनों में आपको लगता है कि बीमा आपकी जरूरत के हिसाब से सही नहीं है या फिर आपको गलत जानकारी देकर पॉलिसी बेची गई है, तो आप उसे कैंसिल करवा सकते हैं। इसमें कुछ शुल्क काटकर आपको सारी रकम वापस कर दी जाती है।

कौन-सा बीमा प्रोडक्ट लें?

अमूमन लोग टर्म इंश्योरेंस, परंपरागत प्लान और यूनिट लिंक्ड बीमा प्लान (यूलिप्स) सबसे ज्यादा लेते हैं। टर्म इंश्योरेंस पूरी तरह से गंभीर अनहोनी को ध्यान में रखकर लिया जाता है। इसे जितनी कम उम्र में लिया जाए, प्रीमियम उतना ही कम लगता है। वहीं परंपरागत योजनाएं बोनस के बगैर गारंटीशुदा हो सकती हैं या फिर हर साल बोनस की घोषणा वाली। यूनिट लिंक्ड प्लान की बात करें, तो इसे आप बीमा और निवेश का मेल कह सकते हैं। लेकिन, इन्हें लेते समय नफा-नुकसान पर सोच-विचार करना पड़ता है, क्योंकि इनका रिटर्न तय नहीं होता।

करीबियों को अपनी पॉलिसी के बारे में बताएं

लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के बाद अपने परिवारवालों, रिश्तेदारों और करीबी दोस्तों को उसकी जानकारी जरूर दें। ऐसे में अगर कोई अनहोनी होती है, तो आपके न रहने की स्थिति में परिवारवाले इंश्योरेंस क्लेम कर सकेंगे और उन्हें उसका लाभ मिल सकेगा। इंश्योरेंस से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स को डिजिटल और कागजी, दोनों तरीके से स्टोर करना चाहिए। इससे किसी गड़बड़ी की स्थिति में एक फॉर्मेट वाला डॉक्यूमेंट आपके पास सुरक्षित रहेगा। साथ ही जरूरत के वक्त आसानी से मिल भी जाएगा।

Read More: TDS Deduction: हर महीने सैलरी से कट रहा आपका टीडीएस, तो ये उपाय आपके लिए है एकदम परफैक्ट

इंश्योरेंस लेने से पहले पूछें ये सवाल

1. कंपनी से पूछें कि किन हालात में बीमे की रकम मिलेगी, किन हालात में नहीं।

2. कुछ कंपनियां बीमाधारक की मौत के बाद बच्चों की पढ़ाई खर्च उठाने के साथ लोन प्रोटेक्शन कवर भी देती हैं। पता करें कि कितना प्रीमियम बढ़ाने पर ये कवर मिल जाएंगे।

3. एजेंट से पूछें कि अगर कभी कवरेज बढ़वाना पड़े तो क्या बीमा कंपनी इसकी इजाजत देगी। अगर हां, तो किस लिमिट तक।

4. कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेश्यो जरूर चेक करें और उसे दूसरी कंपनियों से कंपेयर करें। यह जानकारी कंपनी की वेबसाइट पर मिल जाती है।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button