Ayurveda: शहरी तनाव से छुटकारा, आयुर्वेद बताएगा 5 सरल उपाय
Ayurveda, आज की शहरी जीवनशैली (Urban Living) तेजी से भागदौड़, तनाव, अनियमित खानपान और प्रदूषण से भरी हुई है।
Ayurveda : Modern लाइफस्टाइल को करें बैलेंस, 5 Easy Ayurvedic Hacks
Ayurveda, आज की शहरी जीवनशैली (Urban Living) तेजी से भागदौड़, तनाव, अनियमित खानपान और प्रदूषण से भरी हुई है। इस लाइफस्टाइल का असर सबसे ज़्यादा हमारे शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे में आयुर्वेद भारत की प्राचीन चिकित्सा प्रणाली एक संतुलित, प्राकृतिक और शांत जीवन जीने का मार्ग दिखाता है। अगर आप भी शहरी जीवन के दुष्प्रभावों से परेशान हैं, तो आइए जानें आयुर्वेद के 5 आसान तरीके, जो आपको प्राकृतिक संतुलन और मानसिक शांति की ओर वापस ले जा सकते हैं।
1. दिनचर्या में ‘दिनचर्या’ अपनाएं (Daily Routine Matters)
आयुर्वेद का मानना है कि शरीर और मन दोनों का संतुलन दिनचर्या से ही आता है। शहरी जीवन में अनियमित दिनचर्या आम हो गई है, लेकिन इन आसान बदलावों से बहुत फर्क आ सकता है:
- सूर्योदय से पहले उठें (ब्राह्म मुहूर्त)
- सुबह तांबे के लोटे में रखा पानी पिएं
- जीभ खुरचना, तेल से कुल्ला (Oil Pulling) और गर्म पानी से नहाना अपनाएं
- रात को जल्दी सोएं, और डिजिटल डिटॉक्स करें
एक नियमित दिनचर्या शरीर के बायोलॉजिकल क्लॉक को सिंक्रनाइज़ करती है, जिससे नींद, पाचन और मूड सुधरता है।
2. आयुर्वेदिक आहार: मौसम और शरीर के अनुसार खानपान
आयुर्वेद में कहा गया है — “आप वही हैं जो आप खाते हैं।” शहरी फास्ट फूड, प्रोसेस्ड और डिब्बाबंद भोजन शरीर में विषाक्तता बढ़ाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार:
- ताजा, घर का बना, मौसमी और सत्विक भोजन लें
- भोजन के साथ पानी न पिएं, बल्कि 30 मिनट बाद पिएं
- दिन का सबसे भारी भोजन दोपहर में लें
- रात का खाना हल्का और जल्दी करें
शुद्ध और संतुलित आहार पाचन, त्वचा और मानसिक स्थिति को सुधारता है।
3. योग और प्राणायाम को दिनचर्या में शामिल करें
तेजी से भागती जिंदगी में मानसिक थकान आम है। योग और प्राणायाम शरीर की ऊर्जा को संतुलित करते हैं:
- सूर्य नमस्कार, वज्रासन, त्रिकोणासन आदि से तन चुस्त रहता है
- अनुलोम-विलोम और भ्रामरी जैसे प्राणायाम से तनाव कम होता है
- रोजाना 15-20 मिनट ध्यान (Meditation) करें
योग और प्राणायाम मानसिक स्थिरता, आत्म-नियंत्रण और शांति लाते हैं।
Read More: Nepal: कम बजट में पूरा होगा नेपाल घूमने का सफर अपनाएं ये 5 आसान हैक्स
4. नैचुरल स्किन व बॉडी केयर अपनाएं
शहरी प्रदूषण से त्वचा और बालों पर असर पड़ता है। आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों से आप प्राकृतिक सुंदरता पा सकते हैं:
- नारियल तेल या तिल के तेल से रोजाना ‘अभ्यंग’ (तेल मालिश) करें
- नीम, हल्दी और चंदन के फेसपैक लगाएं
- हर्बल हेयर मास्क और शिकाकाई जैसे प्रोडक्ट्स अपनाएं
बिना केमिकल्स के त्वचा और बालों की देखभाल आयुर्वेद की खासियत है।
Read More : Holistic skincare: बिना केमिकल्स के चमकदार त्वचा कैसे पाएं? Holistic ये 5 तरीके अपनाएं
5. ‘दोष’ जानें और जीवन के अनुसार संतुलन बनाएं
आयुर्वेद के अनुसार तीन प्रकार के दोष होते हैं वात, पित्त और कफ। हर व्यक्ति में इनका अनुपात अलग होता है। अपनी प्रकृति के अनुसार जीवनशैली और आहार अपनाना बहुत जरूरी है।
- वात: सूखा, ठंडा — तेलीय, गर्म आहार लें
- पित्त: गर्म — ठंडी, मीठी चीजें लाभदायक
- कफ: भारी, ठंडा — हल्का, सूखा भोजन अपनाएं
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com







