मनोरंजन

Metro In Dino Film Review: रिश्तों की उलझनों में सुकून की खोज को दिखाती है यह मूवी, आज सिनेमाघरों में दें रही दस्तक

मेट्रो... इन दिनों' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई। 8 सितारों की टोली वाली इस फिल्म को अनुराग बसु ने निर्देशित किया है। फातिमा सना शेख और अली फजल की कहानी बेहतरीन है और उनकी केमिस्ट्री देखने लायक है। यह फिल्म एक ऐसी प्रेम कहानी है जिसका हम इंतजार कर रहे थे।

Metro In Dino Film Review: जानिए कैसी है फिल्म मेट्रो इन दिनों की कहानी, निर्देशन और कलाकारों की परफॉर्मेंस…


Metro In Dino Film Review: डायरेक्टर अनुराग बसु की फिल्म मेट्रो इन दिनों प्यार और उलझे रिश्तों को दर्शाती है। फिल्म की कहानी शुरू होती है कोलकाता में रहने वाली शिवानी (नीना गुप्ता) और उनके पति संजीव (शाश्वत चटर्जी) से, जिनकी दो बेटियां काजोल (कोंकणा सेन शर्मा) और चुमकी (सारा अली खान)। काजोल अपने पति मंटी (पंकज त्रिपाठी) के साथ 19 साल से शादीशुदा जिंदगी जी रही हैं, हालांकि दोनों एक-दूसरे के साथ बाहर खुश होने का ड्रामा करते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। फिल्म मेट्रो इन दिनों फर्स्ट हाफ में थोड़ी स्लो है, लेकिन सेकंड हॉफ आते-आते गति पकड़ने लगती है। फिल्म का क्लाइमैक्स दिल को अच्छा फील कराने वाला है।

Metro In Dino Film Review
Metro In Dino Film Review

जानिए क्या है फिल्म मेट्रो इन दिनों की कहानी

डायरेक्टर अनुराग बसु की फिल्म मेट्रो इन दिनों प्यार और उलझे रिश्तों को दर्शाती है। फिल्म की कहानी शुरू होती है कोलकाता में रहने वाली शिवानी (नीना गुप्ता) और उनके पति संजीव (शाश्वत चटर्जी) से, जिनकी दो बेटियां काजोल (कोंकणा सेन शर्मा) और चुमकी (सारा अली खान)। काजोल अपने पति मंटी (पंकज त्रिपाठी) के साथ 19 साल से शादीशुदा जिंदगी जी रही हैं, हालांकि दोनों एक-दूसरे के साथ बाहर खुश होने का ड्रामा करते हैं, लेकिन वास्तव में ऐसा है नहीं। काफी समय से दोनों की लाइफ में कुछ भी परफेक्ट नहीं चल रहा है। वहीं, चुमकी एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करती है, जहां वो अपने एक कलिग को पसंद करती हैं और शादी करने वाली, लेकिन उसकी कहानी में तब ट्विस्ट आता है, जब उसकी मुलाकात एक ट्रैवल ब्‍लागर पार्थ (आदित्‍य राय कपूर) से होती है। फिर दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती हैं। हालांकि, पार्थ अपनी लाइफ को लेकर काफी कन्फ्यूज और रिश्तों को लेकर बेपरवाह है। इसमें एक कहानी आकाश (अली फजल) की भी है, जो म्‍यूजीशियन बनाना चाहता है, लेकिन पत्नी श्रुति (फातिमा सना शेख) और परिवार की जिम्मेदारी की वजह ऐसा नहीं कर पाता है। पूरी फिल्म बिखरे सपने, उलझे रिश्ते और सच्चे प्यार की चाहत को दिखाने की कोशिश की गई है।

जानिए कुल मिलकर कैसी है फिल्म

फिल्म में पहले हाफ में कहानी को बिल्डअप किया गया है और इंटरवल आते-आते कई कैरेक्टर्स को हारते देखा गया है। लेकिन सैकेंड हाफ में कहानी को और मजबूत बनाया गया है और फिल्म के कैरेक्टर्स की जिंदगी को पेस में लाया गया है। 2 घंटे 42 मिनट की इस फिल्म में भी शायद ही कोई ऐसा पल हो, जब मेट्रो इन दिनो की स्पीड कम हुई हो। कॉमेडी, ड्रामा, स्ट्रेस – मेट्रो इन दिनों ने सब कुछ बखूबी बयां किया है। पहला पार्ट शानदार है, जो आपको हंसाता है, सोचने पर मजबूर करता है और आपको रुलाता भी है। दूसरे पार्ट में एक्शन थोड़ा कम हो जाता है, लेकिन इससे कहानी पर कोई खास असर नहीं पड़ता। अनुराग ने इस फिल्म में मॉडर्न रोमांस के विषयों जैसे बेवफाई, कन्फ्यूजन, कमिटमेंट का डर, मिड लाइफ क्राइसिस, खत्म होता प्यार, फेमिनिज्म और भी कई मु्द्दों को खूबसूरती से शामिल किया है।

फिल्म का निर्देशन

अनुराग बसु ने फिर एक बार अपनी जादुई छड़ी घुमाई है। उनकी सबसे अच्छी बात ये है कि उनकी फिल्मों में रिश्ते कभी परफेक्ट नहीं होते, रिश्तों के बीच की छोटी-मोटी कमियां और उलझनें भी हमें साफ-साफ दिखाई देती हैं, और मजे की बात ये है कि रिश्तों की यही इम्परफेक्ट कहानियां भी अनुराग दा के कमाल के डायरेक्शन की वजह से एकदम परफेक्ट लगने लगती हैं। ये सिर्फ उनका ही कमाल है कि उन्होंने इतनी सारी कहानियों को इतनी खूबसूरती से एक धागे में पिरो दिया। हर छोटा सा पल भी उन्होंने इतनी बारीकी से दिखाया है कि वो सीधा दिल में उतर जाता है।

Read More: Neena Gupta: 66 की उम्र में भी Young और Bold,देखिए नीना गुप्ता का बर्थडे सेलिब्रेशन

फिल्म मेट्रो इन दिनों में कलाकारों की परफॉर्मेंस

फिल्म मेट्रो इन दिनों में काम करने वाले कलाकारों की परफॉर्मेंस की बात करें तो आदित्य रॉय कपूर ने एक बेपरवाह युवा का किरदार शानदार तरीके से प्ले किया है। सारा अली खान ने अपने किरदार को खूबसूरती से जिया है, लेकिन कहीं-कहीं थोड़ी ओवर एक्टिंग भी नजर आई। पूरी फिल्म में पंकज त्रिपाठी और कोंकणा सेन शर्मा छाए हुए हैं। दोनों ने अपने किरदारों के साथ पूरी तरह से जस्टिस किया है। नीना गुप्ता और अनुपम खेर हमेशा की तरह शानदार रहे हैं। फातिमा सना शेख ने अपने किरदार को बेतररीन तरीके से पेश किया है। अली फजल का काम भी अच्छा रहा।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button