शिक्षक भर्ती घोटाले मामले में CBI की कार्रवाई, टीएमसी विधायक और पार्षदों के आवासों पर हुई छापेमारी : Bengal
सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला के मामले में गुरुवार को बड़ी कार्रवाई किया गया है। CBI ने तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक और दो पार्षदों समेत टीएमसी के कई नेताओं के आवासों पर छापे मारे गये है।
CBI तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक और दो पार्षदों समेत टीएमसी के कई नेताओं से हो रही है पूछताछ : Bengal
सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाला के मामले में गुरुवार को बड़ी कार्रवाई किया गया है। CBI ने तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक और दो पार्षदों समेत टीएमसी के कई नेताओं के आवासों पर छापे मारे गये है।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
CBI ने मारे छापे –
सीबीआई ने मुर्शिदाबाद के डोमकल के विधायक जफीकुल इस्लाम, कोलकाता नगर निगम के पार्षद बप्पादित्य दासगुप्ता और बिधाननगर नगर निगम के पार्षद और देवराज चक्रवर्ती के आवास पर छापेमारी की गई है। सीबीआई अफसरों ने यह भी बताया गया है कि यह छापेमारी शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के तहत की गई है। तथा इसके साथ ही जिनके घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की गई, उनसे पूछताछ की जा रही है।
Read More: Winter: सर्दियों में आलस को दूर करने के लिए फॉलो करें ये 5 टिप्स
शिक्षक भर्ती घोटाला –
ईडी और सीबीआई के जांच में यह भी खुलासा किया गया है कि पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे। उस समय साल 2014 में बंगाल स्कूल सर्विस कमीशन ने शिक्षक भर्ती के लिए नौकरी का आवेदन निकाला गया था। यह भर्ती की प्रक्रिया साल 2016 से शुरू हुई और आरोप लगे कि शिक्षा मंत्री ने स्कूल सर्विस कमीशन के आला पदाधिकारियों और टीएमसी नेताओं के साथ मिलकर पूरे घोटाले को अंजाम दिया था। सीबीआई की टीम ने ये भी खुलासा किया कि टीएमसी के निचले स्तर के नेताओं ने ऐसे उम्मीदवारों से संपर्क बनाया था, जिन्हें कम नंबर मिले थे। और उन उम्मीदवारों से टीएमसी के कुछ आरोपी नेताओं ने पैसे लिए और उनकी लिस्ट मंत्री और अधिकारियों के पास पहुंचे। मंत्री और अधिकारियों को मंजूरी के बाद नंबर बदले गए और जिन उम्मीदवारों को कम नंबर मिले थे।उनके नंबर बढाए गए और उसी के आधार पर मेरिट लिस्ट भी जारी किया गया था।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com