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Republic Day 2023: जानें गणतंत्र दिवस पर क्यों बुलाए जाते है विशेष अतिथि
काम की बात

Republic Day 2023: जानें गणतंत्र दिवस पर क्यों बुलाए जाते है विशेष अतिथि

Republic Day 2023:  गणतंत्र दिवस पर इस देश से आए हैं सबसे ज्यादा मुख्य अतिथि


Highlights:-

. इस बार 26 जनवरी 2023 को होने वाले गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल – सिसी बतौर चीफ गेस्ट शामिल होंगे।

. अब्देल फतह अल-सिसी मिस्र के सोलहवें राष्ट्रपति हैं। वे वर्ष 2014 से लगातार मिस्र के राष्ट्रपति के पद पर बने हुए हैं।

. अब तक गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्रांस ने पांच और भूटान ने चार बार शिरकत की है।

Republic Day 2023: देश इस साल 26 जनवरी, 2023 को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इसी दिन 1950 को संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। कर्तव्य पथ पर परेड की तैयारी जोर शोर से की जा रही है। बता दें कि पीएम मोदी ने पिछले साल सितंबर में राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ रख दिया था।

गणतंत्र दिवस की परेड में देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति समेत आम और खास लोग शामिल होते हैं। साथ ही अन्य राष्ट्रों से अतिथियों को आमंत्रित किया जाता है। केंद्र सरकार इस दिन किसी न किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को आमंत्रित करते हैं।

हर साल की तरह इस बार भी गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में अन्य देश के नेता को चीफ गेस्ट के तौर पर बुलाया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर विदेशी चीफ गेस्ट को आमंत्रित करने की परंपरा रही है। गणतंत्र दिवस की परेड देखने मुख्य अतिथि के रूप में सबसे ज्यादा एशिया, यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका देश शामिल है। वहीं, सबसे अधिक बार मुख्य अतिथि के रूप में अगर कोई देश शामिल हुआ तो वो फ्रांस है।

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इस बार 26 जनवरी 2023 को होने वाले गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के मौके पर इजिप्ट (मिस्र) के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सिसी बतौर चीफ गेस्ट शामिल होंगे। गौरतलब है कि कोविड के चलते दो साल तक किसी भी चीफ गेस्ट को आमंत्रित नहीं किया गया था। हालांकि दो साल बाद इस बार इजिप्ट के राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाएंगे। साथ ही मिस्र और भारत दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।

मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी मंगलवार (24 जनवरी) शाम को दिल्ली पहुंच गए। एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी  मुख्य अतिथि के रूप में गणतंत्र दिवस परेड  में शामिल होंगे। अपनी यात्रा के दौरान वे भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे।

आपको बता दें अब्देल फतह अल-सिसी मिस्र के सोलहवें राष्ट्रपति हैं। वे वर्ष 2014 से लगातार मिस्र के राष्ट्रपति के पद पर बने हुए हैं। 2 जून, 2018 को उन्होने मिस्र के राष्ट्रपति के रूप में अपने दूसरे कार्यकाल की शपथ ली। वे मार्च, 2018 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में लगभग 97 प्रतिशत मतों से निर्वाचित हुए थे। अब्देल फतह अल-सिसी के साथ 24-27 जनवरी की आधिकारिक यात्रा के लिए पांच मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है।

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इससे पहले मुस्लिम देश के कई मुख्स अतिथि गणतंत्र दिवस पर आ चुके हैं। जिसमें सन् 1955 में पाकिस्तान के मुख्य अतिथि  गवर्नर जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद आए थे। तो वहीं 1967 में अफ़ग़ानिस्तान से राजा मोहम्मद ज़हीर शाह थे।

गौरतलब है कि विदेश नीति का सुबूत देते हुए भारत ज्‍यादातर सोवियत संघ को अपने मेहमान के तौर पर चुनता था। समय बदलता गया और विदेश नीति में बदलाव की वजह से मेहमानों को चुनाव भी नए अंदाज से किया जाने लगा। अब तक गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्रांस ने पांच और भूटान ने चार बार शिरकत की है। यूं तो हर वर्ष गणतंत्र दिवस अपने आप में काफी खास होता है लेकिन वर्ष 2015 में जब उस समय के अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा बतौर चीफ गेस्‍ट भारत आए तो एक नया इतिहास बना था।

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