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Coronavirus: लॉकडाउन से दुनिया में कुछ अच्छी खबरें भी दे रहा है positive रहना भी जरूरी हैं
Pollution after coronavirus: कोरोना के कारण भारत समेत पूरी दुनिया में हुआ प्रदूषण कम
Pollution after coronavirus: इस समय पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है। और कई देशो में लॉकडाउन चल रहा है। और इस सयम कोरोना से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इससे संक्रमित लोगों की संख्या दुनिया में बढ़कर 721,902 हो गई है। दुनिया में कोरोना वायरस ने 33,965 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। इटली, स्पेन और अमेरिका में कोरोना वायरस कहर बरसा रहा है। चीन के बाद इटली में कोरोना वायरस की वजह से मरनेवाले लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है। अब सबसे ज्यादा मौत के लिहाज से इटली सबसे ऊपर है। कोरोना वायरस चीन के वुहान से अन्य देशों में फैला है। अमेरिका में अब कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख को पार कर गयी है और भारत में भी ये संख्या एक हजार से ऊपर जा चुकी है। और अभी भारत में भी 21 दिन का लॉकडाउन चल रहा है लेकिन लॉकडाउन से सब खराब हो रहा हो, ऐसा भी नहीं है। इस दौरान कई अच्छी चीजें भी हुईं।
कम हो गया प्रदूषण: कोरोना वायरस चीन के वुहाल से शुरू हुआ था और सबसे पहले चीन ने वुहान को लॉकडाउन किया और फिर आस-पास के प्रदेशों को। चीन का प्रदूषण विश्वव्यापी समस्या बन गया था। और गहरी धुंध जनजीवन को प्रभावित कर रही थी। लॉकडाउन से फैक्ट्रियां बंद हुई और गाड़ियां भी। नतीजा सुखद रहा। प्रदूषण खत्म हो गया, खासकर नाइट्रोजन ऑक्साइड का। नासा ने ट्वीट करके बताया कि चीन के प्रदूषण में 50 फीसद से ज्यादा की कमी आई है। भारत में भी जनता कफ्र्यू और सोमवार के लॉकडाउन में इसे महसूस किया गया। अभी लॉकडाउन के कारण सड़को पर गाड़िया नहीं चल रही जिसके कारण भारत में प्रदूषण में कमी पायी गयी।
साफ हो गईं वेनिस की नहरें: पर्यटकों का प्रिय शहर वेनिस धीमी मौत मर रहा था। क्रूज, स्टीमर और दूसरे जलयानों व पर्यटकों के भारी दबाव से नहरें सिल्ट से भर गई थीं। कई ऐतिहासिक इमारतों की नींव में पानी भर रहा था, महज 15-16 दिन के लॉकडाउन से शहर की स्थिति बदल गई। नहरें दोबारा नीली दिखाई देने लगीं। यहां तक मछलियां भी नहरों में दशकों बाद दिखाई दीं।
उदारता और मानवता की भावना: लॉकडाउन के बीच पुरे देश में लोग मदद के लिए आगे आ रहे। सभी अपने अपने इस्थर पर अपना योगदान दे रहे है। बॉलीवुड से ले कर आम आदमी तक योगदान दे रहा है। ये चीजे पुरी दुनिया में हो रही है। न्यूयॉर्क की एक रिपोर्ट के अनुसार 1300 लोगों ने 72 घंटे तक जरूरतमंदों तक दवाएं और राशन पहुंचाया। ऐसी ही खबरें ब्रिटेन, फ्रांस और इटली से भी आईं।
सामाजिक ताना-बाना हुआ मजबूत: सामाजिक ताना-बाना का उदाहरण जनता कर्फ्यू के समय देखने को मिला था। जब लोगो ने घरों की बालकनी में आकर आपातकालीन सेवाएं दे रहे लोगों के अभिवादन के लिए ताली, थाली व घंटे बजाए। स्वास्थ्य कर्मियों के सम्मान में काफी बढ़ोतरी देखी गई है। और कुछ ऐसी ही तस्वीरें स्पेन, इटली की भी सामने आयी जिसमे लोग अपनी बालकनी से ही एक-दूसरे को ढांढस बंधाने के लिए गिटार बजा रहे या गाना गा रहे हैं।
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