जानिए क्या फर्क होता है सस्ते और महँगे मेकअप में
सस्ते और महँगे मेकअप
अधिकतर लड़कियों के लिए आज की तारीख में मेकअप बहुत जरूरी है। मेकअप उनकी जिंदगी का एक अटूट भाग बन चुका है। एक ऐसा भाग जिसको बड़ी आसानी से बदला नहीं जा सकता। खुद को एक बेहतर तरीके से लोगों के सामने प्रस्तुत करने के लिए, लड़कियां मेकअप का प्रयोग करती हैं। पर यह हर किसी की अपनी पसंद है। लोगों को या लड़कियों को उनके मेकअप के आधार पर जज करना गलत होगा। पर लड़कियों को मेकअप करने से पहले कुछ चीजों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे कि उसकी क्वालिटी और उसके इस्तेमाल से क्या प्रभाव पड़ेगा। इसलिए आज हम आप को बताएँगे की क्या फर्क है सस्ते और महँगे मेकअप में :
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- महँगे मेकअप और सस्ते मेकअप में क्वालिटी का अंतर हो सकता है। हो सकता है कि सस्ते मेकअप से आपको एलर्जी हो सकती है। खैर वो आपकी त्वचा पर निर्भर करता है कि आपको कौन सा मेकअप सूट करता है और कौन सा नही।
- महँगा मेकअप अक्सर वाटरप्रूफ होता है। वही सस्ता मेकअप पानी के साथ बह जाता है। अगर आपको ज़्यादा समय तक रहने वाला मेकअप चाहिए तो थोड़ा महँगा लेना पड़ेगा।
- अगर आपको बेहतर रंग और बेहतर परिणाम चाहिए तो महँगे मेकअप की ज़रूरत पड़ेगी। अक्सर सस्ते मेकअप की क्वालिटी अच्छे नहीं होते।
- पैकेजिंग के हिसाब से देखा जाए तो आप तुलना नहीं कर सकते। महँगे और सस्ते मेकअप में पैकिंग का फर्क थोड़ा बहुत तो होता ही है।
- लिपस्टिक में अक्सर ये होता है कि सस्ती लिपस्टिक से होंठ फट जाते है और वो ज़्यादा देर रहती भी नहीं है।
- सस्ते काजल से अक्सर आँखों में जलन हो जाती है और वो फ़ैल भी जाता है जिसके कारण आँखे बहुत काली हो जाती है।
कई मामलो में सस्ता मेकअप अच्छा होता है। हालांकि वो अलग बात है की महँगे मेकअप का सामान अक्सर बेहतर होता है। उसके साइड इफेक्ट्स कम होते है और वो हर किसी को सूट भी कर जाता है।