World Pulses Day 2026: विश्व दाल दिवस 2026 कब है? जानिए दालों से जुड़ी पूरी जानकारी
World Pulses Day 2026, विश्व दाल दिवस 2026 (World Pulses Day 2026) हर साल की तरह 10 फरवरी 2026 को मनाया जाएगा। यह दिन दालों (Pulses) के पोषण, कृषि,
World Pulses Day 2026 : दालों का त्योहार, विश्व दाल दिवस 2026 का महत्व और उद्देश्य
World Pulses Day 2026, विश्व दाल दिवस 2026 (World Pulses Day 2026) हर साल की तरह 10 फरवरी 2026 को मनाया जाएगा। यह दिन दालों (Pulses) के पोषण, कृषि, पर्यावरण और वैश्विक खाद्य सुरक्षा में योगदान को समझाने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। भारत जैसे देश में, जहां दालें रोज़मर्रा के भोजन का अहम हिस्सा हैं, इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है।
विश्व दाल दिवस क्या है?
विश्व दाल दिवस एक अंतरराष्ट्रीय जागरूकता दिवस है, जिसका उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि दालें सिर्फ सस्ती और स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि पोषण से भरपूर और पर्यावरण के लिए लाभकारी भी होती हैं।
दालों में चना, अरहर, मसूर, मूंग, उड़द, राजमा, लोबिया जैसी कई फसलें शामिल हैं।
दालें:
- प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत हैं
- शाकाहारी भोजन में मांस का अच्छा विकल्प हैं
- मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने में मदद करती हैं
World Pulses Day 2026 कब और क्यों मनाया जाएगा?
World Pulses Day 2026 10 फरवरी 2026 को मनाया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने वर्ष 2018 में 10 फरवरी को विश्व दाल दिवस घोषित किया था। इसका उद्देश्य दालों के उत्पादन, उपभोग और व्यापार को बढ़ावा देना और दुनिया में कुपोषण से लड़ना है।
दालों का पोषण महत्व
दालें स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। इनमें—
- उच्च मात्रा में प्रोटीन
- फाइबर
- आयरन
- फोलेट
- मैग्नीशियम
पाए जाते हैं।
दालों के नियमित सेवन से:
- मांसपेशियां मजबूत होती हैं
- पाचन तंत्र बेहतर रहता है
- दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है
- डायबिटीज कंट्रोल में मदद मिलती है
भारत में दालों का महत्व
भारत दुनिया के सबसे बड़े दाल उत्पादक और उपभोक्ता देशों में से एक है।
यहां दाल:
- रोज़ के भोजन का अहम हिस्सा है
- गरीब से अमीर हर वर्ग के लिए सुलभ है
- शाकाहारी लोगों के लिए मुख्य प्रोटीन स्रोत है
अरहर दाल, चना दाल, मूंग दाल और मसूर दाल भारतीय थाली की पहचान हैं।
किसानों और खेती के लिए दालें क्यों जरूरी हैं?
दालें न सिर्फ खाने के लिए जरूरी हैं, बल्कि खेती के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं।
- ये मिट्टी में नाइट्रोजन जोड़ती हैं
- कम पानी में भी उगाई जा सकती हैं
- फसल चक्र (Crop Rotation) में मदद करती हैं
- खेती की लागत कम करती हैं
इसलिए टिकाऊ और जैविक खेती में दालों की भूमिका अहम मानी जाती है।
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दालें और पर्यावरण संरक्षण
आज जब जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संकट बड़ा मुद्दा बन चुका है, तब दालें एक पर्यावरण-अनुकूल फसल के रूप में सामने आती हैं।
- दालों को उगाने में कम पानी लगता है
- कार्बन उत्सर्जन कम होता है
- रासायनिक खाद की जरूरत कम पड़ती है
इस वजह से दालें Sustainable Food System का मजबूत आधार हैं।
World Pulses Day 2026 कैसे मनाया जाएगा?
इस दिन दुनिया भर में:
- सेमिनार और वेबिनार
- पोषण जागरूकता अभियान
- स्कूलों में कार्यक्रम
- किसानों के लिए ट्रेनिंग
- सोशल मीडिया कैंपेन
आयोजित किए जाते हैं।
लोग इस दिन दालों से बने व्यंजन बनाकर, उनके फायदे साझा करके और स्वस्थ भोजन अपनाकर इसे मना सकते हैं।
दालें और कुपोषण के खिलाफ लड़ाई
विश्व के कई देशों में आज भी कुपोषण एक बड़ी समस्या है।
दालें इस समस्या से लड़ने में मदद करती हैं क्योंकि—
- ये सस्ती होती हैं
- आसानी से उपलब्ध हैं
- लंबे समय तक स्टोर की जा सकती हैं
- बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए फायदेमंद हैं
इसलिए संयुक्त राष्ट्र दालों को भविष्य का भोजन भी मानता है।
World Pulses Day 2026 का महत्व
विश्व दाल दिवस हमें यह सिखाता है कि—
- स्वस्थ भोजन महंगा होना जरूरी नहीं
- पारंपरिक खाद्य पदार्थ आज भी प्रासंगिक हैं
- किसान और पर्यावरण दोनों की रक्षा जरूरी है
यह दिन सरकारों, किसानों और उपभोक्ताओं तीनों को जोड़ने का काम करता है। World Pulses Day 2026 सिर्फ दालों का जश्न नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य, पोषण, कृषि और पर्यावरण से जुड़ा एक महत्वपूर्ण संदेश देता है। दालें हमारे भोजन की रीढ़ हैं और भविष्य की खाद्य सुरक्षा का मजबूत आधार भी। अगर हम रोज़ के खाने में दालों को सही जगह दें, तो न सिर्फ हमारा स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि किसान, पर्यावरण और पूरी दुनिया को इसका फायदा मिलेगा।
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