Latest News: फोन पकड़ाते ही शुरू हुई गोलियां, पुलिस को मिला वारदात का नया सबूत
Latest News, चंडीगढ़ के सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की गोलियों से हुई हत्या का मामला लगातार नए मोड़ ले रहा है। इस हाई-प्रोफाइल केस में अब पुलिस के हाथ एक और अहम वीडियो सबूत लगा है,
Latest News : फायरिंग केस में बड़ा मोड़, आरोपी के मोबाइल से खुली नई परतें, पुलिस सतर्क
Latest News, चंडीगढ़ के सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी की गोलियों से हुई हत्या का मामला लगातार नए मोड़ ले रहा है। इस हाई-प्रोफाइल केस में अब पुलिस के हाथ एक और अहम वीडियो सबूत लगा है, जिसने पूरे घटनाक्रम को नए नजरिए से समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वीडियो के सामने आने के बाद जांच और तेज कर दी गई है और कई संदिग्धों की पहचान की प्रक्रिया भी आगे बढ़ चुकी है।
नया वीडियो: हत्या की पूरी साजिश कार के भीतर ही शुरू
सामने आए वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि पैरी की कार में उसके ठीक बगल की सीट पर बैठा बदमाश उसे अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रहा है। वह किसी व्यक्ति से बात कराने के बहाने पैरी को अपना मोबाइल फोन थमाता है। वीडियो में यह क्षण बिल्कुल साफ दिखाई देता है कि जैसे ही पैरी फोन लेने के लिए आगे झुकता है, तभी अचानक कार के अंदर गोलियों की आवाज गूंज उठती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कार के भीतर कुल पांच गोलियां चलीं, जिनकी आवाज वीडियो में स्पष्ट रूप से कैद हुई है। इससे यह संदेह और मजबूत हो गया है कि हमला बेहद प्लानिंग के साथ किया गया था और हमलावर पहले से ही कार में छुपा बैठा था।
पहले से रची गई साजिश: मोबाइल पर बात कराने का झांसा
जांच में सामने आया है कि पैरी को टिंबर मार्केट तक बुलाने के लिए खास चाल चली गई। उसे बताया गया कि कोई “जरूरी व्यक्ति” फोन पर उससे बात करना चाहता है। जैसे ही पैरी कार में बैठा, उसे फोन थमाकर बात करने को कहा गया। पुलिस मान रही है कि यह पूरी घटना को अंजाम देने का मुख्य तरीका था पहले मोबाइल का बहाना, फिर अचानक नजदीक से गोलियां दागकर पैरी को मार गिराया गया। इस नई फुटेज से साफ है कि हमलावरों ने न सिर्फ पैरी को फंसाया बल्कि पूरी तरह नज़दीक से फायरिंग कर यह सुनिश्चित किया कि वह बच न सके।
लॉरेंस गैंग पर शक गहराया
पुलिस सूत्रों ने इस हाई-प्रोफाइल हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग की संलिप्तता का दावा किया है। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि पैरी पहले से ही गैंग की हिट-लिस्ट में शामिल था। सेक्टर-33 में रहने वाला 32 वर्षीय पैरी किसी आपसी रंजिश, कारोबार विवाद या गैंग संबंधों के कारण निशाने पर हो सकता है। लॉरेंस गैंग द्वारा इस्तेमाल की गई यह रणनीति उनकी पिछली कई वारदातों से मिलती-जुलती लगती है नजदीक से फायरिंग, प्लानिंग के साथ बुलाना और बच निकलने का पक्का इंतजाम।
कार के अंदर मौजूद हमलावर: बड़ा खुलासा
इस नए वीडियो ने यह सिद्ध कर दिया है कि पैरी को मारने वाला व्यक्ति उसके बहुत करीब था और पहले से ही उसकी कार में बैठा हुआ था।
यह तथ्य पुलिस के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि:
- इससे साफ है कि हत्यारा पैरी का जानकार या भरोसेमंद व्यक्ति था।
- पैरी ने बिना शक किए उसकी मौजूदगी को स्वीकार किया, जिससे यह संकेत मिलता है कि दोनों के बीच पहले से कोई संपर्क रहा होगा।
- हत्यारा पैरी को फोन देता है और उसी दौरान पल भर में हमला कर देता है।
वीडियो में हमलावर का चेहरा आंशिक रूप से दिख रहा है, जिसे पुलिस डिजिटल एन्हांसमेंट से और स्पष्ट करने में जुटी हुई है।
सीसीटीवी और मोबाइल लोकेशन की जांच तेज
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की कार्रवाई में तेजी आ गई है। टीम अब:
- आसपास लगे सभी सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही है,
- घटनास्थल तक आने और वहां से निकलने वाली सभी गाड़ियों की पहचान कर रही है,
- पैरी और संदिग्धों के मोबाइल की लोकेशन ट्रैक कर रही है,
- और गैंग के नेटवर्क से जुड़े लोगों की कॉल डिटेल्स खंगाल रही है।
पुलिस का मानना है कि जल्द ही कई अहम कड़ियाँ जोड़ ली जाएँगी।
पुलिस को मिले नए सुराग, कई संदिग्ध निशाने पर
इस नई फुटेज के बाद पुलिस कई महत्वपूर्ण निष्कर्षों पर पहुँची है। सूत्रों का दावा है कि 4 से 6 संदिग्धों की पहचान लगभग पुख्ता कर ली गई है। कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई है और गैंग के स्थानीय सहायकों पर विशेष निगरानी बढ़ाई गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह मामला अब केवल हत्या का नहीं बल्कि एक गैंग-ऑपरेशन की दिशा में आगे बढ़ रहा है, इसलिए जांच को अत्यंत रणनीतिक तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है।
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टिंबर मार्केट में फैली दहशत
घटना के बाद सेक्टर-26 टिंबर मार्केट में दहशत का माहौल है। जिस तरीके से कार के अंदर ही पैरी को मारा गया, उसने लोगों के मन में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। कई कारोबारियों ने पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है।
बड़ा गैंगवार या आपसी रंजिश?
पैरी की हत्या का मामला अब सिर्फ एक अपराध नहीं बल्कि एक संगठित साजिश जैसा रूप ले चुका है। कार में बैठे व्यक्ति की भूमिका, मोबाइल का बहाना, और नजदीक से की गई फायरिंग all indicate a deep conspiracy. पुलिस की जांच में मिली नई वीडियो फुटेज ने केस को नई दिशा दे दी है और उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कई महत्वपूर्ण खुलासे सामने आएंगे।
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