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Surya Grahan 2024: दुर्लभ है साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण, दो दशक बाद दिखेगा ऐसा अद्भुत नजारा

Surya Grahan 2024: दुर्लभ और साल के पहले सूर्य ग्रहण के साक्षी मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के लाखों लोग होंगे। आज के इस सूर्य ग्रहण के वक्त लोग चंद्रमा को सूर्य की रोशनी में पूरी तरह से स्पष्ट रूप में देख पाएंगे।

Surya Grahan 2024: इस सूर्य ग्रहण पर बनेंगे सारे बिगड़े काम, बन रहा शुभ संयोग

Surya Grahan 2024: हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन अमावस्या तिथि पड़ती है। इस साल 08 अप्रैल को चैत्र अमावस्या है। इस दिन ही साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ज्योतिषियों की मानें तो दशकों बाद सूर्य ग्रहण पर शिववास का शुभ योग बन रहा है। वहीं, चैत्र अमावस्या पर शुभकारी इंद्र योग का निर्माण हो रहा है। इन योग में भगवान शिव की आराधना करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संताप दूर हो जाएंगे। यह सूर्य ग्रहण 2024 में होने वाली पहली खगोलीय घटना है। इस दुर्लभ और साल के पहले सूर्य ग्रहण के साक्षी मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा के लाखों लोग होंगे। आज के इस सूर्य ग्रहण के वक्त लोग चंद्रमा को सूर्य की रोशनी में पूरी तरह से स्पष्ट रूप में देख पाएंगे। यह एक ऐसा दुर्लभ खगोलीय दृश्य होने वाला है जो दोबारा 2044 तक उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों में फिर से दिखाई नहीं देगा। इस सूर्य ग्रहण को लेकर अमेरिका सहित जिस-जिस देशों में यह सूर्य ग्रहण दिखना है वहां लोगों में खासा उत्साहित हैं।

दो दशक बाद दिखेगा ऐसा सूर्य ग्रहण

आपको बता दें कि यह सूर्य ग्रहण दुर्लभ होने के कारण काफी विशेष है। इस तरह का अगला सूर्य ग्रहण अब दो दशक बाद ही देखने को मिलेगा। वहीं इस सूर्य ग्रहण को लेकर नेत्र स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि सूर्य ग्रहण पर बिना सावधानी के केवल एक नजर भर देखने मात्र से जीवन भर की दृष्टि हानि हो सकती है। इस बार का ग्रहण अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, मैक्सिको, आयरलैंड में नजर आएगा। आपकाे बता दें कि 2017 में आखिरी सूर्य ग्रहण हुआ था। नासा के मुताबिक आने वाला सूर्य ग्रहण 2017 की तुलना में काफी बड़ा है। यह अमेरिका में अधिक दिखाई देगा, जिस वजह से लोग आनंदित हैं।

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सूर्य ग्रहण, 2024 का समय

ज्योतिषियों की मानें तो चैत्र अमावस्या 08 अप्रैल को देर रात 03 बजकर 21 मिनट (07 अप्रैल की रात) पर शुरू होगी और 08 अप्रैल को रात 11 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। सनातन धर्म में प्रदोष काल में होने वाली पूजा को छोड़कर अन्य व्रत-त्योहर हेतु उदया तिथि मान है। अतः चैत्र अमावस्या 08 अप्रैल को मनाई जाएगी। सोमवती अमावस्या की रात 09 बजकर 12 मिनट से लेकर देर रात 02 बजकर 22 मिनट तक सूर्य ग्रहण लगेगा।

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इंद्र योग

दशकों बाद सूर्य ग्रहण तिथि पर मंगलकारी इंद्र योग का निर्माण हो रहा है। हालांकि, इस योग का निर्माण शाम 06 बजकर 14 मिनट तक ही है। वहीं, नक्षत्र रेवती है। इस नक्षत्र का संयोग 09 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक है।

शिववास

ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य ग्रहण के दौरान शिववास का शुभ संयोग बन रहा है। भारतीय समयानुसार देर रात 11 बजकर 50 मिनट तक भगवान शिव जगत जननी मां पार्वती के साथ रहेंगे। इस समय में भगवान शिव एवं माता पार्वती की आराधना और सुमिरन करने से जातक के जीवन में व्याप्त सभी दुख और क्लेश दूर हो जाएंगे।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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