पॉलिटिक्स

मनोहर पर्रिकर होंगे गोवा के मुख्‍यमंत्री

मनोहर पर्रिकर बनेगे गोवा के मुख्‍यमंत्री


11 मार्च को गोवा के विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से नई सरकार के गठन को लेकर पणजी से राजधानी दिल्ली तक सियासत गर्मा गई है. ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा है. कांग्रेस पार्टी ने पूर्व केन्‍द्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के सीएम शपथ ग्रहण पर रोक लगाने की मांग भी की है. मगर कोर्ट ने पर्रिकर के शपथ पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है.

14 मार्च को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने मनोहर को 16 मार्च को गोवा में बहुमत परीक्षण कराने को कहा है. साथ ही कोर्ट ने राज्यपाल से इससे पहले सभी प्रक्रिया पूरी करने को कहा है.

मनोहर पर्रिकर
मनोहर पर्रिकर

17 विधायक के साथ राजभवन पहुंचे दिग्विजय सिंह

इस सब के बीच कांग्रेस पार्टी ने गठन के लिए कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है. कांग्रेस के 17 विधायक के साथ महासचिव दिग्विजय सिंह बस से राजभवन पहुंचे हैं. दरअसल, कांग्रेस मांग कर रही है, कि सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने की वजह से पहले उन्हें सरकार बनाने का मौका मिलाना चाहिए. कांग्रेस इस मामले को सुप्रीम कोर्ट लेकर गई, जहां कोर्ट ने कांग्रेस को इसी बात के लिए फटकार लगी, कि अगर आपके पास संख्याबल है तो आप पहले राज्यपाल के पास क्यों नहीं गए थे?

सुप्रीम कोर्ट से कांग्रेस को कड़ी फटकार मिली

मनोहर पर्रिकर आज शाम पांच बजे गोवा के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. कांग्रेस इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी, मगर कोर्ट ने कांग्रेस से ही कई सवाल पूछ डाले थे. सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस से पूछा, कि अगर आपके पास संख्या है, तो संख्याबल के साथ गवर्नर के पास क्यों नहीं गए?. साथ ही कोर्ट ने कांग्रेस से कहा, कि अगर आप पहले गवर्नर के पास अपने संख्याबल के साथ जाते और फिर सुप्रीम कोर्ट आते तो हमारे लिए फैसला लेना आसान हो जाता.

इस सुनवाई के दौरान कांग्रेस पार्टी के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट में कहा, कि हम गोवा में सरकार बना सकते हैं. चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी है. राज्यपाल को इस मामले में सबसे बड़ी पार्टी से पहले चर्चा करनी चाहिए थी.

दरअसल, कांग्रेस का आरोप है, कि गोवा के राज्यपाल को सबसे बड़े दल को पहले मौका देना चाहिए था. बीजेपी को सरकार बनाने से विधायकों की खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिलेगा.

लोकसभा से किया वॉकआउट

कांग्रेस सरकार ने मणिपुर और गोवा राज्‍य को लेकर लोकसभा में मुद्दा उठाया था और कहा, कि वहां पर जो हो रहा है वह ठीक नहीं है. इस मुद्दे पर कांग्रेस और एनसीपी ने लोकसभा से वॉकआउट किया. कांग्रेस सरकार का आरोप है, कि दोनों राज्‍य में डेमोक्रेसी का मर्डर किया गया है.

मनोहर पर्रिकर को सरकार बनाने का न्योता

गोवा के राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने मनोहर पर्रिकर को सरकार बनाने का न्योता दिया है और उन्‍होंने रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया है. दरअसल, बीजेपी ने गोवा में 21 विधायकों का समर्थन होने का एक पत्र राज्यपाल को सौंपा था. वहीं कांग्रेस ने गोवा की राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा है, कि सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते उसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए. 16 मार्च को सुबह 11 बजे विधानसभा बुलाई जाएगी, जिसमें भाजपा अपना बहुमत साबित करेगी.

आइए जानें किस पार्टी के पास है, कितनी सीटें दोनों राज्‍य में.

गोवा राज्‍य 40 सीटें

कांग्रेस- 17 सीटें
बीजेपी- 13 सीटें
महाराष्ट्रवादी गोमांतक- 3 सीटें
गोवा फॉरवार्ड पार्टी- 3 सीटें
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी- 1 सीट
निर्दलीय- 3 सीटें

मणिपुर राज्‍य 60 सीटें

कांग्रेस के पास 28 सीटें
बीजेपी के पास 21 सीटें
नागालैंड पीपुल्स फ्रंट के पास 4 सीटें
नेशनल पीपुल्‍स पार्टी के पास 4 सीटें
तृणमूल कांग्रेस के पास 1 सीट
लोक जन शक्ति पार्टी के पास 1 सीट
निर्दलीय के पास 1 सीट

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