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Ramzan 2023: जाने कब से शुरू हो रहे है रमज़ान ? इस साल कब मनाई जाएगी ईद

Ramzan 2023: जाने कितने दिन के होते है रमजान?


Highlights:

  • जाने इस साल कब से शुरू हो रहे है रमज़ान
  • रमज़ान के महीने को मुसलमान क्यों मानते है बेहद पाक
  • जाने रमज़ान के महीने में क्यों रखें जाते है रोजे?

Ramzan 2023: रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद पवित्र माना जाता है। रमज़ान के इस महीने को रमादान के नाम से भी जाना जाता है इस दिन मुसलमान सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त के पहले कुछ भी खाना पानी ग्रहण नहीं करते है। इस पूरे महीने वो उपवास रखने के साथ -साथ वो ध्यान रखते है कि वो अपनी बातों या फिर अपने कामों से किसी का दिल न दुःखाये या फिर उनसे किसी का कोई नुकसान न हो। इस पूरे महीने वो अपने शरीर की शुद्धता का विशेष ध्यान रखते है क्योंकि वो इस महीने को बेहद पाक मानते है। रमज़ान के महीने को लेकर मुसलमानों की मान्यता है कि यह महीना इंसान कि सहनशीलता को बढ़ाता है और आत्मा व शरीर को पवित्र बनाता है। तो चलिए विस्तार से जानते है रमज़ान के बारे में।

जाने इस साल कब से शुरू हो रहे है रमज़ान?

इस्लामी कैलेंडर के अनुसार नावें महीने में रमज़ान आते है। इस दौरान सभी मुसलमान रोजा रखते है। बता दें कि रमज़ान की शुरुआत चांद के दिखने के बाद होती है। इस साल भारत में रमज़ान की शुरुआत 24 मार्च से शुरू होने की उम्मीद है। लेकिन बता दें कि रमज़ान महीने की तारीख चांद दिखने पर ही तय होगी।

बता दें कि इस पूरे महीने मुसलमान खुद पर काबू रखने की पूरी कोशिश करते है। रमज़ान के पूरे महीने मुसलमान सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाते पीते नहीं है। इस दौरान वो सूर्योदय से पहले सहरी करते है जिस दौरान वो खाना-पीना करते हैं लेकिन सुबह की अजान के बाद कुछ भी खाना-पीना रोजा रखने वालो के लिए वर्जित होता है। रमज़ान के महीने में मुसलमान रोजे के दौरान अपने काम के अलावा अल्लाह की इबादत करते हैं। सूरज डूबने के बाद रोजा रखने वाले लोग इफ्तार करते है जिसके बाद वो पूरे दिन रखें रोजे के बाद कुछ खाते पीते है।

Ramzan 2022
Ramzan 2022

जाने रमज़ान के महीने में क्यों रखें जाते है रोजे?

इस्लामी धर्म के अनुसार रमजान वो महीना है जिसमे मुसलमान को उनके पवित्र पैगंबर मुहम्मद के समक्ष इस्लाम की सबसे पवित्र किताब कुरान की पहली आयत का अनावरण हुआ था। इसके बाद से ही इस्लामी धर्म में इस महीने को पवित्र मानकर इस पूरे महीने रोजे रखने की परंपरा शुरू की गई थी।

जाने रमज़ान के महीने में किसे है रोजा न रखने की छूट

इस्लामी धर्म के अनुसार हर व्यक्ति को रोजा रखना चाहिए। लेकिन अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है या फिर कोई व्यक्ति बीमार है या फिर बच्चे छोटे है तो उन्हें रोजा न रखने की छूट होती है। इतना ही नहीं इसके साथ ही जो लोग यात्रा पर होते है उन्हें भी रोजा न रखने की छूट होती है। साथ ही अगर किसी महिला के पीरियड्स चल रहे होते हैं, तो उन्हें भी रोजा रखने से छूट दी जाती है। लेकिन बता दें कि महिलाएं अपने पीरियड्स के कारण जितने दिन भी रोजे नहीं रखतीं, उन्हें बाद में उतने ही रोजे रखने पड़ते है। साथ ही अगर कोई बीमार व्यक्ति रोजा रखता है तो उससे सहरी और इफ्तार के समय दवा खाने की छूट होती है।

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ईद के दिन खत्म होता है रमज़ान का महीना

रमज़ान के महीने के आखरी दिन ईद का त्योहार बड़े ही भूम धाम से मनाया जाता है। इस साल 21 या 22 अप्रैल को ईद का त्योहार मनाया जा सकते है। इस्लाम धर्म के अनुसार यह त्योहार मुसलमानों के लिए सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस दिन लोग रमजान के पूरे महीने सब्र देने के लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं। इस दिन सभी लोग नए कपड़े पहनते है और बच्चों को ईदी देते है। साथ ही साथ इस दिन गरीबों को दान भी दिया जाता है।

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