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Insurance claims : भारत का सबसे बड़ा एविएशन बीमा क्लेम; 2400 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है मुआवजा

गुरुवार को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद हुए एयर इंडिया विमान हादसे को भारत के इतिहास का सबसे महंगा Insurance Claim माना जा रहा है। इस दर्दनाक दुर्घटना में 241 लोगों की जान चली गई थी और विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया था।

Insurance claims : एयर इंडिया हादसे में मृतकों के परिजनों को टाटा ग्रुप की ओर से ₹1 करोड़ की अंतरिम सहायता दी जाएगी

 

Insurance claims : एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि  एयर इंडिया के विमान दुर्घटना से जुड़ा हुआ है, जो कि 211 मिलियन डॉलर से लेकर 280 मिलियन डॉलर तक हो सकता है। भारतीय मुद्रा में यह पात्र लगभग 2,400 करोड़ रुपये तक का खुलासा करता है, जिससे भारत का अब तक का सबसे बड़ा एविएशन इंश्योरेंस क्लेम बन सकता है।

विमान बीमा में क्या-क्या होता है कवर?

विमान हादसों के मामलों में एयरलाइंस कंपनियां आमतौर पर तीन मुख्य प्रकार के इंश्योरेंस लेती हैं

  1. एयरक्राफ्ट हुल इंश्योरेंस –  यह वो बीमा होता है जो विमान के Physical Damage को कवर करता है ।  
  2.  स्पेयर पार्ट्स इंश्योरेंस – ऐसा बीमा कवरेज है जो एयरलाइन या विमान मालिक द्वारा रखे गए विमान के अतिरिक्त पुर्जों, उपकरणों और असेंबली यूनिट्स के नुकसान, चोरी, क्षति या आग आदि से होने वाले नुकसान को कवर करता है।
  3. लीगल लायबिलिटी इंश्योरेंस – यह एक ऐसा बीमा होता है जो यात्रियों की मौत या घायल होने पर उनके परिजनों को दी जाने वाली कानूनी नुकसान को भी शामिल करता  है।
  4. एयर इंडिया के इस मामले में, हादसा इतना गंभीर है कि दोनों तरह के बीमा क्लेम ट्रिगर होंगे – यानि विमान की पूरी तरह से बर्बादी और 241 यात्रियों की मौत के लिए कंपनी को बीमा का भुगतान करना होगा।

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विमान हादसों में इंश्योरेंस क्लेम कैसे तय होता है?

GIC Re के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर रामास्वामी नारायणन ने बताया कि ऐसे रिवाइवल में एयरक्राफ्ट के डिकलेयर्स की वैल्यूएशन कंपनी को बताया जाता है और उसी आधार पर नुकसान का आंकलन  किया जाता है। हादसे में शामिल एयरक्राफ्ट (VT-ABN) 2013 मॉडल का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था, जिसकी इंश्योरेंस वैल्यू 2021 में लगभग 115 मिलियन डॉलर थी। हालांकि, इस क्लास के विमान की वैल्यू आज की तारीख में 211 से 280 मिलियन डॉलर के बीच मानी जाती है, जो उसके कंफिगरेशन और उम्र पर निर्भर करता है।

 इंश्योरेंस  कंपनियों पर असर

इस हादसे में सबसे बड़ा इंश्योरेंस क्लेम यात्रियों और तीसरी  पार्टी को होने वाले नुकसान से जुड़ेगा । विमान आवासीय इलाके में गिरा, जिससे तीसरा को भी नुकसान हुआ है । इनसे जुड़े क्लेम आमतौर पर कई इंश्योरेंस कंपनियों और रीइंश्योरेंस कंपनियों के बीच बांटे जाते हैं ।

टाटा ग्रुप द्वारा घोषित मुआवजा

टाटा ग्रुप के द्वारा घोषित मुआवज़ा राशि ₹1 करोड़ की हैं । सहायता राशि हर मृतक यात्री के परिवार को दी जाएगी।

 

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