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Negative Thoughts Cause Disease: दिनभर निगेटिव सोचने से हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां, बिना संकेत के बढ़ जाता है रोग

Negative Thoughts Cause Disease: हमारी मेंटल और फिजिकल हेल्थ में सीधा संबंध है। आपने ध्यान दिया होगा ज्यादा तनाव में होने पर आप ज्यादा थकावट महसूस करते हैं। वहीं अगर आप शारीरिक रूप से बीमार हैं तो आपके लिए फोकस करना भी मुश्किल होगा। इसी तरह हमारी सोच भी हमारी सेहत पर सीधा असर डालती है। अगर आप पॉजिटिव बातें सोचते हैं तो आप ज्यादा एक्टिव रहेंगे।

Negative Thoughts Cause Disease: निगेटिविटी से बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा

हमारी मेंटल और फिजिकल हेल्थ में सीधा संबंध है। आपने ध्यान दिया होगा ज्यादा तनाव में होने पर आप ज्यादा थकावट महसूस करते हैं। वहीं अगर आप शारीरिक रूप से बीमार हैं तो आपके लिए फोकस करना भी मुश्किल होगा। इसी तरह हमारी सोच भी हमारी सेहत पर सीधा असर डालती है। अगर आप पॉजिटिव बातें सोचते हैं तो आप ज्यादा एक्टिव रहेंगे। वहीं ज्यादा निगेटिव सोचने पर आपकी बॉडी भी गलत प्रतिक्रिया देने लगती है। Negative Thoughts Cause Disease ज्यादा निगेटिव सोचने से आपको कई बीमारियों का खतरा हो सकता है। साफ शब्दों में आपको बता दें कि नकारात्मक थिंकिंग से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, अगर आप पॉजीटिव सोचते रहेंगे तो ज्यादा एक्टिव रहेंगे। आइए जानते हैं कि नेगेटिव सोच से किन बीमारियों का खतरा होता है।

निगेटिविटी से बढ़ जाता है इन बीमारियों का खतरा

हाई बीपी की समस्या Negative Thoughts Cause Disease

ज्यादा सोचना आपको हाई बीपी का शिकार बना सकता है। तनाव में रहने पर शरीर से हार्मोन का प्रोडक्शन बढ़ता है। ये हार्मोन दिल की धड़कन तेज कर देते हैं और ब्लड वेसेल्स संकीर्ण हो जाती हैं। ये क्रियाएं कुछ समय के लिए बीपी बढ़ा देती हैं। दरअल, तनाव शरीर में एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन का उत्पादन बढ़ा सकता है जिससे आप समय के साथ हाई बीपी के मरीज बन सकते हैं।

नींद से जुड़ी बीमारियां Negative Thoughts Cause Disease

ज्यादा सोचने से आपको नींद से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। इससे होता ये है कि विचार आपके ब्रेन को रेस्ट मोड में नहीं जाने देते। लगातार दिमाग में आते-जाते विचार आपको परेशान करते हैं और नींद के हार्मोन्स को प्रभावित करते हैं। इसके अलावा ये नींद के चक्र यानी स्लीप साइकिल को भी प्रभावित करता है जिससे आपको इनसोम्निया और स्लीप एप्निया की बीमारी हो सकती है।

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एंग्जायटी और पर्सनैलिटी डिसऑर्डर Negative Thoughts Cause Disease

एंग्जायटी और पर्सनैलिटी डिसऑर्डर ज्यादा सोचने की बीमारी से जुड़ी हुई हो सकती है। दरअसल, जब भी आप ज्यादा सोचते हैं इससे आपको डर लगता है और घबराहट होती है। भविष्य की चीजों के लिए आप परेशान रह सकते हैं। ये जब गंभीर रूप लेने लगता है तो आपके आज को भी प्रभावित करता है और आप किसी गंभीर पर्सनैलिटी डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं। तो, इस आदत में सुधार लाएं और ज्यादा सोचना बंद कर दें।

शरीर में दर्द रहना Negative Thoughts Cause Disease

अगर आप खुद के लिए ही निगेटिव सोचते हैं, तो आपको कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में आपको ज्यादा तनाव हो सकता है।तनाव के कारण आपको मांसपेशियों में दर्द और अकड़न हो सकती है। खासकर पीठ और गर्दन में आपको दर्द रहने की परेशानी हो सकती है। इस समस्या पर अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो भविष्य में बड़ी बीमारियां हो सकती हैं।

कमजोर इम्यूनिटी Negative Thoughts Cause Disease

लगातार नेगेटिव थिंकिंग से इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। कमजोर इम्यूनिटी के चलते इंफेक्शन या गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। इसलिए अपने इमोशंस पर कंट्रोल रखें।

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थायराइड और पीसीओएस Negative Thoughts Cause Disease

ज्यादा सोचने के कारण आपको तनाव हो सकता है। इसके कारण कॉर्टिसोल लेवल बिगड़ सकता है। ऐसे में शरीर में कई हार्मोन्स असंतुलित हो सकते हैं। ऐसे में आपको थायरॉयड डिसऑर्डर, डायबिटीज और पीसीओएस जैसी बीमारियों का खतरा हो सकता है।

डिप्रेशन Negative Thoughts Cause Disease

डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो कि ज्यादा सोचने से ही शुरू होती है। दरअसल, ज्यादा सोचना आपके ब्रेन के अंदर की गतिविधियों को सुस्त करने के साथ इसकी सोचने की क्षमता को प्रभावित करता है। इसके अलावा ये दुख बढ़ाता है और अकेला करता है। ये सोच और गहराती जाती है और फिर आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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