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Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha: आज सोमवती अमावस्या पर शाम में जरूर करें इस कथा का श्रवण, अखंड सौभाग्य की होगी प्राप्ति

Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha: हिन्दू धर्म में भादो में पड़ने वाली सोमवती अमावस्या का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। सोमवती अमावस्या के दिन शिव मंदिर जाकर पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है।

Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha: सोमवती अमावस्या पर करें ये एक सरल उपाय, सुखी रहेगा वैवाहिक जीवन

हिन्दू धर्म में भादो में पड़ने वाली सोमवती अमावस्या का बहुत अधिक महत्व है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। सोमवती अमावस्या के दिन शिव मंदिर जाकर पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। सोमवती अमावस्या का व्रत विशेष रूप से महिलाओं के लिए अधिक महत्व रखता है। इस दिन व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि सोमवती अमावस्या का व्रत 02 सितंबर दिन सोमवार को रखा जा रहा है। सोमवती अमावस्या के दिन पूजा के समय इस व्रत कथा के सुनने या पढ़ने से विवाहित महिलाओं को अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद प्राप्त होता है और कुवांरी कन्याओं को मनचाहा वर पाने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। तो आज शाम में पूजा के समय ये कथा जरूर पढ़ें या सुनें। इससे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होगी।

सोमवती अमावस्या व्रत कथा Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha

एक समय की बात है किसी गांव में एक ब्राह्मण रहता था जिसकी एक कन्या थी। सर्वगुण समपन्न होने के बाद भी उस कन्या का विवाह नहीं हो पा रहा था। एक बार एक साधु महाराज ब्राह्मण के घर आये और कन्या के स्वभाव से काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने उस कन्या को लंबी आयु का वरदान भी दिया। Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha तब ब्राह्मण ने साधु से अपनी कन्या के विवाह में आ रही बाधाओं का समाधान जानना चाहा। साधु ने कहा कि कन्या के हाथ में विवाह रेखा ही नहीं है। तब साधु ने उपाय बताते हुए कहा कि पास के गांव में एक सोना नाम की धोबिन अपने परिवार संग रहती है।

अगर आपकी कन्या उस धोबिन की सेवा करे और खुश होकर धोबिन उसे अपना सुहाग दे तब आपकी कन्या का विवाह हो सकता है। साधु महाराज के कहे अनुसार कन्या धोबिन के घर जाकर उसकी सेवा करने लगी। वो रोज सुबह सूर्योदय से पहले धोबिन के घर जाती और वहां सारा काम कर उसके उठने से पहले ही घर वापस आ जाती। Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha घर का सारा काम हुआ देख धोबिन को बड़ी खुशी मिलती। क्योंकि उसे लगता था कि ये सारा काम उसकी बहु कर रही है। एक दिन उसने अपनी बहू से कहा कि तुम कितनी अच्छी हो सुबह जल्दी उठकर ही सारा काम निपटा देती हो। तब बहू ने उससे कहा कि नहीं है मैं तो सोती रहती हूं।

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मुझे लगा कि आप ही ये सारा काम कर रही हैं। तब दोनों के मन में सवाल उठा कि आखिर कौन ऐसा कर रहा है? अगले दिन यह जानने के लिए दोनों इंतजार करने लगीं तभी उन्होंने देखा कि एक कन्या घर में मुंह छिपाकर आती है और सारा काम करती है और चुपचाप चली जाती है। तब धोबिन ने उससे पूछा कि तुम कौन हो? Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha और ऐसा क्यों कर रही हो? कन्या ने धोबिन को सारी कहानी सुनाई। इस पर धोबिन कन्या की मदद करने के लिए तैयार हो गई। अगला दिन सोमवती अमावस्या का दिन था।

सोना को इस बात की जानकारी थी कि अगर उसने कन्या को अपना सुहाग दिया तो उसके पति की मृत्यु हो जाएगी, लेकिन फिर भी उसने व्रत भी रखा और कन्या के घर जाकर उसकी मांग में अपना सिंदूर लगा दिया। Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha ऐसा करते ही धोबिन के पति की मृत्यु हो गई। घर लौटते वक्त सोना ने पीपल के पेड़ की परिक्रमा की और अपना व्रत पूरा किया। जब वह घर लौटी तो उसने देखा कि उसका पति जिंदा हो गया। कहते हैं तभी से सोमवती अमावस्या व्रत का महत्व काफी बढ़ गया।

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सोमवती अमावस्या पर करें यह एक उपाय Somwati Amavasya 2024 Vrat Katha

सोमवती अमावस्या के दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि इस तिथि पर पीपल के पेड़ की 108 बार परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा के दौरान रक्षासूत्र भी पीपल पर बांधा जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि इससे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही वैवाहिक जीवन सुखी रहता है।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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