वीमेन टॉक

जानें कौन है विभा तोमर, जो ठंड में बनी बेसहारा,बेजुबान कुत्तों का सहारा

पुराने टायरों से कुत्तों के लिए बनाती है बिस्तर


ठंड इंसानों को ही नहीं बल्कि बेजुबान जानवरों को भी लगती है उनको भी हमारी मदद की जरूरत पड़ती है जरा सोचिये जब ठंड से इंसान सिकुड़ जाते हैं तो बेसहारा,बेजुबान जानवरों का क्या हाल होता होगा.  उनको कितनी ठंड लगती होगी. दिल्ली की कंपकंपा देने वाली ठंड से हम सभी लोग पूरी तरह वाकिफ है इतने सारे कपड़े पहन कर भी हम खुद को दिल्ली की कंपकंपा देने वाली ठंड से बचा नहीं पाते. जिसके चलते ज्यादातर लोगों को सर्दियों में सर्दी-जुकाम हो जाता है. तो ऐसे सोचो बेजुबान जानवरों का क्या हाल होता होगा. तो चलिए आज हम आपको विभा तोमर के बारे में बताने जा रहे है जो दिल्ली की कंपकंपा देने वाली ठंड से कुत्तों को बचाती है और उनके लिए टायर बेड बनाती है.

 

और पढ़ें: जानें कौन है पंडित नंदिनी भौमिक, जिन्होंने तोड़ी समाज की रूढ़िवादी सोच

विभा तोमर तो कैसे आया टायर से बेड का आईडिया

दिल्ली की कंपकंपा देने वाली ठंड से बेसहारा और बेजुबान कुत्तों को बचाने के लिए एक महिला विभा तोमर पुराने टायर से कुत्तों के लिए बेड बनती हैं. विभा तोमर ने बताया वो ठंड के मौसम में कुत्तों की मदद के बारे में विचार कर रही थीं उसी दौरान उनको सोशल मीडिया की एक पोस्ट को देख कर ये आइडिया आया.  विभा तोमर बताती है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर  देखा कि एक व्यक्ति को अपने पालतू कुत्ते के लिए टायर से बेड बनाते देखा था. जिसके बाद विभा ने भी इस विकल्प को सड़क के बेसहारा कुत्तों के लिए आजमाया. विभा ने बहुत सारे पुराने टायर इकट्ठा कर कुत्तों को ठंड से बचाने की मुहिम में लग गयी.

 

लॉकडाउन के दौरान विभा तोमर ने की 300 कुत्तों की मदद

ये कोई पहला मौका नही है जब विभा तोमर बेसहारा, बेजुबान कुत्तों की मदद को आगे आई हैं. इससे पहले भी कोरोना लॉकडाउन के दौरान विभा तोमर रोज लगभग 300 कुत्तों को रोजाना खाना खिलाया करती थी. विभा का कहना है कि उन्हें बचपन से ही जानवरों से प्यार है. इतना ही नहीं विभा तोमर एक पशु चिकित्सक भी है.  इसलिए वो कहती है कि जानवरों की  मदद करना उनकी जिम्मेदारी भी है. आपको बता दें कि अभी तक विभा तोमर 100 से ज्यादा कुत्तों को टायर बेड उपलब्ध करा चुकी है. विभा अपने घर के इधर उधर घूम-घूम कर सड़कों पर सो रहे कुत्तों को टायर बेड की सुविधा देती है.

 

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button