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Nepal plane crash: नेपाल में हुए विमान हादसे का मिला ब्लैक बॉक्स, जल्द पता लगेगा हादसे का कारण
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Nepal plane crash: नेपाल में हुए विमान हादसे का मिला ब्लैक बॉक्स, जल्द पता लगेगा हादसे का कारण

Nepal plane crash:  आखिर क्यों हो रहे नेपाल में इतने विमान हादसे,आईये जानते हैं क्या है वजह!


Highlight

.  राजधानी काठमांडू से पोखरा जा रही एक फ्लाइट क्रैश हो गई।

.  यह फ्लाइट येती एयरलाइंस की थी।

.  इस हादसे में सभी 72 लोग मारे गए।

तारा एयर हो या येती एयरलाइंस यह जानना जरूरी है कि आखिर क्यों नेपाल में हवाई जहाज से यात्रा करना इतना रिस्की है। नेपाल में बीते 10 साल के विमान हादसों पर नजर डालने पर ज्यादातर दुर्घटनाग्रस्त प्लेन तारा एयर और येती एयरलाइंस के मिलते हैं।  सभी हादसों में क्रैश के  अलग-अलग  कारण बताए जाते हैं। कभी खराब मौसम, कभी कम दृश्यता और ऊपर से पहाड़ी इलाका नेपाल में हवाई सफर को जोखिमभरा बना देता है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका खराब मौसम की रहती है।

नेपाल में हुए विमान हादसे में सभी शवों निकाला जा चुका है। यती एयरलाइन के इस विमान में कुल 68 यात्री और चार क्रू मेंबर सवार थे। काठमांडू से पोखरा जा रहा यह विमान लैंडिंग से ठीक पहले  क्रैश हो गया। वहीं प्लेन में पांच भारतीय नागरिक भी सवार थे। हादसे की जांच के लिए नेपाल सरकार एक कमेटी गठित कर दी है। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है।

काठमांडु के एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया है कि सर्च ऑपरेशन के दौरान अधिकारियों का क्षतिग्रस्त हुए विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद हो गया है। इस बॉक्स के जरिए पता लगाया जाएगा कि आखिर विमान का हादसा किस तकनीकी कारण से हुआ है। यति एयरलाइंस के 9N-ANC ATR-72 विमान ने काठमांडू के त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रविवार सुबह 10:33 बजे उड़ान भरी और उतरने से कुछ मिनट पहले पुराने हवाई अड्डे और नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

बीते रविवार को लैंडिंग से मात्र कुछ देर पहले ही नेपाल में यह भीषण विमान हादसा हो गया था। दरअसल, इस हादसे में अब तक जिन लोगों की भी तलाश की गई थी, वे सभी मारे गए हैं। नेपाल की राजधानी काठमांडू से पर्यटन नगरी पोखरा जाते हुए यह विमान हादसा हुआ। नेपाली अधिकारियों ने एक विशेष आयोग को दुर्घटना के कारणों की जांच करने का काम सौंपा है। 45 दिनों में रिपोर्ट आने की उम्मीद है। वहीं विमान हादसे को लेकर नेपाल में आज एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है।

पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में पांच भारतीय भी सवार थे। इनमें से चार ने पोखरा में पैराग्लाइडिंग की योजना बनाई थी। पैराग्लाइडिंग के लिए पोखरा दुनियाभर के सैलानियों में बहुत लोकप्रिय है। भारतीयों की पहचान अभिषेक कुशवाहा (25), विशाल शर्मा (22), अनिल कुमार राजभर (27), सोनू जायसवाल (35) और संजय जायसवाल के रूप में की गई है। इनमें से चार शुक्रवार को ही भारत से नेपाल आए थे।

आपको बताए येती एयरलाइंस की सहपायलट अंजू खतिवडा की यह आखिरी उड़ान थी। अगर उड़ान सफल हो जाती उन्हें मुख्य पायलट का लाइसेंस मिल जाता। इसके लिए वह वरिष्ठ पायलट व ट्रेनर कमल केसी के साथ उड़ान पर गई थीं। कैप्टन कमल को विमान उड़ाने का 35 साल का अनुभव था और वे कई पायलटों को प्रशिक्षण दे चुके थे। अंजू खतिवडा के पति दीपक पोखरेल भी सहपायलट थे। करीब 16 साल पहले 21 जून 2006 को यति एयरलाइंस का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। जिसमें उनकी मौत हो गई थी। वहीं अब अंजू खतिवडा और वरिष्ठ पायलट कमल केसी का विमान हादसे में निधन हो गया।

वहीं सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि फेसबुक लाइव करते समय सोनू (यात्री) के चेहरे पर खुशी थी। वह अपने दोस्तों के साथ कुछ बात भी कर रहे थे। वे लोग अपनी मंजिल पर पहुंचने वाले ही थे। पैराग्लाइडिंग का उनका ख्वाब पूरा होने ही वाला था। खिड़की वाली सीट पर बैठे सोनू के फेसबुक लाइव में नीचे का नजारा भी नजर आ रहा था। लेकिन किसे पता था कि ये खुशी पल भर में मौत में बदल जाएगी।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ। हमारी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। वहीं भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा नेपाल में हुए दुखद विमान हादसे में जनहानि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। ऊं शांति

पीड़ित परिवारों की मदद के लिए काठमांडो स्थित भारतीय दूतावास ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। काठमांडो में दिवाकर शर्मा से फोन नंबर +977-9851107021 और पोखरा में लेफ्टिनेंट कर्नल शशांक त्रिपाठी से +977-9856037699 संपर्क किया जा सकता है।

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