Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the hustle domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Mount Everest Trekking Tips: आसान नहीं है माउंट एवरेस्ट की ट्रेकिंग, यात्रा प्लान करने से पहले जान लें जरूरी बातें
पर्यटन

Mount Everest Trekking Tips: आसान नहीं है माउंट एवरेस्ट की ट्रेकिंग, यात्रा प्लान करने से पहले जान लें जरूरी बातें

Mount Everest Trekking Tips: अगर आप माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का प्लान बना रहे हैं तो हम यहां आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे। सबसे पहले आपको बता दें कि ये कोई आम ट्रेक नहीं है। जान को जोखिम में डालकर आपको लगभग 130 किलोमीटर चलकर इस ट्रेक को पूरा करना होगा।

Mount Everest Trekking Tips: कहां से शुरू होती है माउंट एवरेस्ट की यात्रा, जानें सबसे पहले किसने की थी चढ़ाई

नेपाल में स्थित माउंट एवरेस्ट दुनिया का सबसे ऊंचा पहाड़ है। यहां ट्रेकिंग करने का सपना लगभग सभी लोगों का होता है लेकिन इस पर चढ़ना इतना भी आसान नहीं है। आपको बता दें कि इसकी ऊंचाई 8849 मीटर है। लेकिन कहते हैं न किसी जगह पर जाने से पहले वहां की तस्वीर को अच्छे से समझ लें। अक्सर लोग बिना उस जगह की जानकारी लिए घूमने निकल जाते हैं, जिससे आगे चलकर उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

एवरेस्ट पर जाने की दीवानगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले 71 सालों में 6400 से ज्यादा पर्वतरोही यहां पहुंचें हैं, जिसमें से 80 फीसदी तो साल 2000 के बाद चढ़े हैं। खैर, अगर आप माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का प्लान बना रहे हैं तो हम यहां आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे। सबसे पहले आपको बता दें कि ये कोई आम ट्रेक नहीं है। जान को जोखिम में डालकर आपको लगभग 130 किलोमीटर चलकर इस ट्रेक को पूरा करना होगा। लेकिन जब माउंट एवरेस्ट आपके सामने होगा तो आप सारी थकान भूल जाएंगे।

कितना होगा खर्च? Mount Everest Trekking Tips

अगर आप इस माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का प्लान बना रहे हैं, तो अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार रहिएगा। आपको ऐसी कई सारी ट्रैवल कंपनियां मिल जाएंगी, जो यहां ले जाने का पैकेज ऑफर करती हैं। आपको इसके लिए 50 हजार से 1 लाख रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं। वहीं, अगर आप पहली बार ट्रेकिंग के लिए जा रहे हैं तो किसी ट्रैवल कंपनी के साथ ही जाएं। यहां आपको बता दें कि पैकेज के अलावा भी आपको पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। जैसे- काठमांडू से परमिट लेने के लिए फीस या फिर काठमांडू से लुक्ला तक का प्लेन का किराया आपको ही मैनेज करना होगा।

Read More:- IRCTC Launched Kerela Tour Package: अब आईआरसीटीसी के साथ करें केरल की सैर, पैकेज में मिलेगी कई सारी सुविधाएं, जानें कब शुरू होगी यात्रा

कितना लगेगा वक्त Mount Everest Trekking Tips

एवरेस्ट बेस कैंप तक पहुंचने में 12 से 15 दिनों का वक्त लग सकता है। 13 दिनों में लगभग 130 किलोमीटर का सफर तय करना होता है। ट्रैक पर जाने के लिए अप्रैल से जून और सितंबर से दिसंबर तक का वक्त बढ़िया होता है। बेस कैंप में जाने से पहले आप पहले से ही सारी पैकिंग कर लें, जिससे आखिरी वक्त पर किसी चीज को न भूलें। एवरेस्ट बेस कैंप ट्रेक पर 2 बैग ले जाना ठीक रहेगा। एक छोटा बैग जो कि ट्रेक करते समय आपके पास रहेगा और दूसरा आपका रग्सैक जो पोर्टर ऊपर तक पहुंचाएंगे। इन बैग्स में आप धूप से बचाने वाली क्रीम, बफ, प्रोटीन चॉकलेट, पानी की बोतल, रेन कोट, जैकेट, टी शर्ट, ट्रेकिंग पैंट्स, ग्लव्स और टोपी जरूर कैरी करें। ध्यान रहे कि इन बैग्स का वजन 10 किलो से ज्यादा न हो।

इन बातों का रखें ध्यान Mount Everest Trekking Tips

  • माउंट एवरेस्ट पर ट्रेकिंग से पहले ट्रैवल इनश्योरेंस जरूर करवा लें।
  • अपने पास कैश जरूर रखें।
  • ट्रेक करते समय वेजेटेरियन और कम ही खाना खाएं।
  • अपने साथ कुछ जरूरी दवाइयां जरूर रख लें।
  • अगर आपके पास फिल्टर बॉटल नहीं है तो पानी साफ करने वाली टैबलेट रखें।

We’re now on WhatsApp. Click to join

फिजिकल ट्रेनिंग है जरूरी Mount Everest Trekking Tips

माउंट एवरेस्ट को फतह करने के लिए फिजिकल ट्रेनिंग के साथ हजार डॉलर्स तक खर्च करने पड़ सकते हैं। जो लोग वास्‍तव में पर्वत की चढ़ाई चढ़ने की इच्‍छा रखते हैं, वह इसकी सही जानकारी जुटाने में महीनों बिता देते हैं। चढ़ाई के लिए उन्हें सही मौसम का भी इंतजार करना पड़ता है।

कहां से शुरू होती है माउंट एवरेस्ट की यात्रा Mount Everest Trekking Tips

बता दें कि माउंट एवरेस्ट नेपाल और तिब्‍बत सीमा के बीच सिथत है। वैसे यहां पहुंचने के कई रास्‍ते हैं, लेकिन ज्‍यादातर पर्वतारोही दो रास्‍तों का चयन करते हैं। नेपाल में साउथ रूट और तिब्‍बत में नॉर्थ रूट। ज्‍यादातर ट्रेकिंग कराने वाली कंपनीज नेपाल में स्थित हैं। क्‍योंकि तिब्‍बत में चढ़ाई काफी महंगी हो गई है। साउथ रूट पर चढ़ने वाले लोग नेपाल की राजधानी काठमांडू से शुरूआत करते हुए लुकला गांव पहुंचकर यहां से यात्री बेस कैंप के लिए पैदल यात्रा शुरू करते हैं।

सबसे पहले किसने की चढ़ाई Mount Everest Trekking Tips

एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति एडमंड हिलेरी ( न्यूजीलैंड के एक पर्वतारोही ) और उनके तिब्बती गाइड तेनजिंग नोर्गे थे। वे 1953 में पहाड़ पर चढ़े और दोनों ने मिलकर रिकॉर्ड बनाया। एवरेस्ट की ऊंचाई का पहला रिकॉर्ड बहुत पहले, 1856 में आया था। ब्रिटिश सर्वेक्षकों ने भारतीय उपमहाद्वीप के अपने महान त्रिकोणमितीय सर्वेक्षण में दर्ज किया कि एवरेस्ट दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
Back to top button