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SSR Birth Anniversary: SSR के ‘Evergreen’डायलॉग, जिसे सुनकर हो जायेंगे आप इमोशनल!

SSR Birth Anniversary : सुशांत की फिल्मों के वो बेहतरीन डायलॉग जो जिंदगी जीने का एक अलग नज़रिया देते हैं


Highlights –

  • बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आज 37वीं जयंती है।
  • सुशांत सिंह राजपूत ने 34 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
  • 14 जून, 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने घर में मृत पाए गए थे।
  • उनके निधन को 2.5 साल से भी ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन आज भी एक्टर अपने फैंस के दिलों-दिमाग में बसते हैं।

SSR Birth Anniversary  : बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आज 37वीं जयंती है। सुशांत सिंह राजपूत ने 34 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। 14 जून, 2020 को सुशांत सिंह राजपूत अपने घर में मृत पाए गए थे। उनके निधन को 2.5 साल से भी ज्यादा वक्त हो गया है, लेकिन आज भी एक्टर अपने फैंस के दिलों-दिमाग में बसते हैं। वहीं आज यानी सुशांत सिंह राजपूत के जन्मदिन के मौके पर भी फैंस उन्हें जमकर याद कर रहे हैं। लोग न केवल एक्टर पर जमकर प्यार लुटा रहे हैं, बल्कि उन्हें याद कर भावुक भी हो रहे हैं।

आइये उनकी जयंती के मौके पर उनके प्रसिद्ध फिल्मों के प्रसिद्ध डायलॉग को पढ़कर उन्हें याद करते हैं।

सुशांत की फिल्में इतनी बेहतरीन थीं कि आज भी दर्शकों के दिलों में उनकी फिल्में राज करती हैं। फिल्मों को साथ – साथ उनकी फिल्मों के गाने और डायलॉग दर्शकों के चहीते हैं।

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आज हम आपके लिए सुशांत सिंह राजपूत के फिल्मों के उन चुनिंदा डायलॉग्स लेकर आयें हैं जिन्हें सुन आपकी आँखे नम हो जाएंगी। आइये सुशांत की फिल्मों के इन डॉयलॉग्स से उन्हें हम सब याद करते हैं।

1. सुशांत की पहली फिल्म थी काय – पो – छे। यह फिल्म आधारित है तीन दोस्तों के सपनों की। तीनों एक से हैं लेकिन ख्वाब तीनों के अलग हैं।

इस फिल्म का एक डायलॉग है जिसे सुनने के बाद आपको अपने सपनों की कीमत पता चलती है।

तेरे सिक्कों की छनछन से मेरी हवा की कीमत कम हो रही है।

2. सुशांत सिंह राजपूत ने शुद्ध देसी रोमांस जैसी अलग फिल्म की। इस फिल्म में प्रेम को एक अलग रूप से दिखाया गया है। सुशांत ने इस फिल्म में बेफिक्र इंसान का किरदार निभाया है जिसने प्रेम को एक अलग परिभाषा दिखाया।

प्रेम को अलग अंदाज़ से परोसता यह डायलॉग आपको भी प्रेम की परिभाषा समझाता है।

प्यार में हिसाब नहीं होता बस राजधानी एक्सप्रेस चलती है, जिसकी किस्मत में होती है उसे तो बर्थ मिल ही जाती है।

3. पीके फिल्म में सुशांत ने एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया था जो समझदारी के हर गुण जानता है। ज़िंदगी जीने के नज़रिये को एक अलग तरह से परोसने वाला सुशांत का यह किरदार अपने आप में अलग है।

इस डायलॉग को तो आप भी कई बार सुनना पसंद करेंगे।

जिस महफिल ने ठुकराया हमको, क्यों उस महफ़िल को याद करें ? आगे लम्हें बुला रहे हैं आओ उनके साथ चलें।

4. दोस्ती और दोस्त इसका सही मतलब बताया सुशांत की फिल्म छिछोरे ने। जितनी पसंद दर्शकों को इस फिल्म की कहानी आई उतनी ही अच्छी लगी लोगों को इस फिल्म के गाने और डॉयलॉग्स। दोस्ती के ऊपर आधारित यह फिल्म सुशांत की बेस्ट फिल्मों में से एक है।

इस डायलॉग को सुनने के बाद तो आप भी एक बार अपने दोस्तों को जरूर याद करेंगे।

सच्चे दोस्त वही होते हैं जो अच्छे वक्त में आपकी टांग खींचते हैं और जब मुश्किल वक्त आता है, तो वही छिछोरे आपके दरवाजे पर नज़र आते हैं।

5. छिछोरे का एक और डायलॉग आपको सोचने पर मजबूर करता है।

सक्सेस के बाद का प्लान सबके पास है,लेकिन अगर गलती से फेल हो गए तो फेलियर से कैसे डील करना है, कोई बात ही नहीं करना चाहता।

6.सुशांत की आखिरी फिल्म दिल बेचारा ने सबको स्तब्ध कर दिया था। इस फिल्म की कहानी और इसके चरित्र ने सबको चौंका दिया था।

इस फिल्म का डायलॉग है जिसे आप सुनकर बहुत सुकून महसूस कर सकते हैं।

जन्म कब लेना है और मरना कब है, ये हम डिसाइड नहीं कर सकते, पर कैसे जीना है वो हम डिसाइड कर सकते हैं।

7. सुशांत की फिल्म थी डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी। इस फिल्म का डायलॉग दर्शकों के दिलों पर खूब छाया।

दुनिया में ऐसे ही कुछ भी नहीं होता।

8. सुशांत की फिल्म एम एस धोनी ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई थी। इस फिल्म के बाद वो घर – घर में सबके चहीते हो गए थे। इस फिल्म में कई ऐसे डॉयलॉग्स हैं जो सालों – साल तक हम सबको याद रहेंगे।

फिल्म का यह डायलॉग जो दिल को छू जाता है।

कभी – कभी तो मन करता है कि सब कुछ छोड़ के वापस चले जाएं, लेकिन फिर पापा का चेहरा सामने आ जाता है। रोज रात को क्वॉटर लौटते हैं तो ऐसा लगता है कि आउट होकर पवेलियन लौट रहे हैं।

9. छिछोरे फिल्म सुशांत के बेहतरीन फिल्मों में से एक है। आज भी इस फिल्म को देख कर आँखों में आँसू आ जाते हैं। इस फिल्म की कहानी जितनी अच्छी थी उतने ही बेहतरीन थे फिल्म के डॉयलॉग्स।

यह डायलॉग आपको ज़िंदगी कि गहराई तक लेकर जाता है।

तुम्हारा रिजल्ट डिसाइड नहीं करता कि तुम लूजर हो की नहीं, तुम्हारी कोशिश डिसाइड करती है।

10. सुशांत की फिल्म राब्ता बॉलीवुड के अच्छे रॉम – कॉम फिल्मों में से एक है। इस फिल्म के गाने और फिल्म के डायलॉग लोगों के जुबान पर आज भी हैं।

यह डायलॉग लोगों को बहुत पसंद आया।

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