National Youth Day 2022: जाने क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस, साथ ही जाने इसकी तिथि, इतिहास और महत्व

National Youth Day 2022: हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस
Highlights
- जाने क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस
- जाने राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व
- स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुडी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- स्वामी विवेकानंद ने योग वेदांत संस्कृति को पुनर्जीवित किया
National Youth Day 2022: 12 जनवरी की तारीख हमारे पुरे देश के लिए बेहद खास होती है। इस दिन हमारे पुरे देश में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इस दिन हमारे देश के महान दार्शनिक, आध्यात्मिक और सामाजिक नेताओं में से एक स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। ये बता तो हम सभी लोग जानते है कि हमारा देश एक युवाओं का देश है और युवाओं के लिए यह एक अवसर कितना खास है ये हमे आपको बताने की जरूरत नहीं है। यह दिन उस महापुरुष को याद करने का है जिन्होंने 129 साल पहले समूचे विश्व में भारत का नाम रोशन किया था। उन्होंने पूरी दुनिया का परिचय भारतीय संस्कृति और सनातन जीवन पद्धति से कराया था। इसलिए उनकी याद में हर साल 12 जनवरी को पूरे देश में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। चलिए जानते है कब और कैसे हुई स्वामी विवेकानंद ने इस परंपरा की शुरुआत की।

जाने राष्ट्रीय युवा दिवस का महत्व
आपको बता दें कि भारत में युवा दिवस मनाने की शुरुआत साल 1985 में की गई थी। वहीं से इस दिन को युवा दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया गया। बता दें कि भारत सरकार द्वारा युवा दिवस मनाने के लिए स्वामी विवेकानंद के जन्म दिवस को चुना गया था। साल 1984 में इसका ऐलान हुआ था। तब से अब तक हर साल इस दिन यानी कि 12 जनवरी को युवा दिवस पूरे देश में मनाया जाने लगा। ये बता तो हम सभी लोग जानते है कि स्वामी विवेकानंद अपने विचारों और अपने आदर्शों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते है। इसी लिए भारत सरकार का माना था कि उनके विचारों से युवाओं को सही दिशा मिल सके, इसलिए ही उनके जन्मदिन को युवा दिवस के लिए चुना गया था।
जाने स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
1. आपको बता दें कि साल 1963 में एक तेजस्वी बालक नरेंद्र नाथ दत्त का जन्म भारत के कोलकाता के एक कुलीन परिवार में हुआ था। आगे चल कर यह बच्चा भारतीय संस्कृति का ध्वजवाहक बना और स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना गया।
2. आपको बता दें कि सबसे पहले स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने अपने संक्षिप्त किंतु प्रभावी वक्तव्य में पश्चिमी दुनिया का भारतीय वेदांत दर्शन से परिचय कराया था।
3. क्या आपको पता है स्वामी विवेकानंद ने धर्म संसद से लौटने के बाद अपने गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस के नाम पर एक सामाजिक सेवाओं के लिए रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। बता दें कि यह आदर्श कर्म योग और गुरु श्रीरामकृष्ण परमहंस की शिक्षाओं पर आधारित है।

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स्वामी विवेकानंद ने योग वेदांत संस्कृति को पुनर्जीवित किया
आपको बता दें कि स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर उनको, उनके आदर्शों और विचारों को सम्मान देने के लिए हर साल राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। बता दें कि स्वामी विवेकानंद राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं के महत्व के बारे में बहुत मुखर थे। आपको बता दें कि स्वामी विवेकानंद ने विदेशों में जो कुछ भी हासिल किया उसने भारत की आध्यात्मिकता छवि और योग वेदांत संस्कृति को पुनर्जीवित करने में बहुत अहम भूमिका निभाई।
Conclusion
राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी को इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इस दिन हमारे देश के महान दार्शनिक, आध्यात्मिक और सामाजिक नेताओं में से एक स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। ये बता तो हम सभी लोग जानते है कि हमारा देश एक युवाओं का देश है और युवाओं के लिए यह एक अवसर कितना खास है।
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