‘सुपरबॉटम्स’ – सुपरमॉम पल्लवी उत्तगी ने की भारत मे इको-फ्रेंडली क्लॉथ डायपर ब्रांड की शुरुआत !
इको-फ्रेंडली क्लॉथ डायपर ब्रांड का सफर
हर माँ अपने बच्चे के लिए संवेदनशील होती है और उसको जरा सी खरोच आते ही वो परेशान हो जाती हैं। अगर बात हो किसी नवजात शिशु की या ऐसे छोटे बच्चों की जो डायपर उपयोग करते है तो हर माँ को यह चिंता सताती है कि कही उसके बच्चे की त्वचा पर रैशेस ना आ जाए। वैसे तो शहरों में डिस्पोजेबल डायपर का उपयोग होता है लेकिन कुछ गाँव में अभी भी कपड़े की नैप्पी या क्लॉथ डायपर का उपयोग किया जाता हैं। आइये जानते है उन महिलाओ के बारे में जो अपने बच्चे के डाइपर को लेकर बहुत चिंतित थी और उनकी इस समस्या का हल निकाला पल्लवी उत्तगी ने।
पल्लवी उत्तगी का सफर
पल्लवी उत्तगी भारत की इको-फ्रेंडली क्लॉथ डायपर ब्रांड की फाउंडर हैं। बच्चों को डायपर रैश से बचाने और उनकी त्वचा का ख़ास ख्याल रखने के लिए पल्लवी ने इको-फ्रेंडली क्लॉथ डायपर बनाने के बारे में सोचा। इस ख्याल के बारे में उन्होंने इसलिए भी सोचा क्योंकि बच्चे की त्वचा पर डिस्पोजेबल डायपर के नकारात्मक प्रभाव के साथ -साथ पर्यावरण को बचने के लिए भी ये बेहद जरुरी था।
पल्लवी ने इको-फ्रेंडली और कपड़े के डायपर के विकल्प खोजने शुरू किये। इसके लिए उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे पहली चुनौती थी – ऐसे कपड़े की तलाश जिससे डिस्पोजेबल डायपर को बदला जा सकें और इस प्रकार शरू हुआ ब्रांड सुपरबॉटम्स। सुपरबॉटम्स ने ना केवल डायपर बनाये बल्कि उन्होंने माता-पिता को कपड़े की डायपरिंग और उसके फायदों के बारे में शिक्षित करना भी शुरू किया।
सुपरबॉटम्स ब्रांड कैसे हुआ फेमस
● पल्लवी ने एक फेसबुक ग्रुप बने जिसमे इच्छुक माता-पिता एक दूसरे के साथ बातचीत कर सकते है और उनसे इको-फ्रेंडली क्लॉथ डायपर के बारे में जान सकते हैं।
● पल्लवी ने एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन बनायीं जिसमे माता-पिता को हमारे साथ जुड़ सके। वो इसके जरिये अपनी सुविधा के बारें में और उनकी आवश्यकता के अनुरूप विशिष्ट जानकारी प्राप्त कर सके।
● पल्लवी ने विशेष रूप से डायपर के उपयोग के संबंध में माता-पिता को व्हाट्सएप वीडियो कॉलिंग के जरिये इसका महत्व बताया।
और पढ़ें: मैकडॉनल्ड्स में वेटर की नौकरी करने से लेकर कैबिनेट मिनिस्टर बनने तक का सफ़र
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com