क्या आप कर रहे है अपने बच्चों से सही ढंग से बात
बच्चों से सही ढंग से बात करें
बच्चे बहुत ही नासमझ होते है। ये बच्चे सही और गलत में फर्क नहीं समझ पाते और उन को कुछ बाते समझाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। वह यह समझ नहीं पाते की उनको कौन सी बात किस ढंग से कही जा रही है इसलिए कई बार वो छोटी-छोटी बातों का बहुत बुरा मान जाते हैं। यही छोटी बातें उनके दिल में बैठ जाती है, जो हमेशा के लिए उन पर एक गलत छाप छोड़ देती है। हमारी कुछ बातें हैं जो शायद हमारे लिए सही हो, वह उन्हीं बातों को गलत ढंग से समझते हैं, इसलिए जब भी बच्चों को कुछ भी बोलें तो याद रखें कि वह गुस्से में आकर गलत ना हो। आप जब भी बात करें तो बच्चों से सही ढंग से बात करें।
उन्हें कभी रोने से ना रोके
अगर आप उन्हें रोने से रोकेंगे या आप उन्हें उनकी भावनाओ को व्यक्त नहीं करने देंगे, तो उन्हे लगेगा कि ऐसा करना गलत होता है। और वह जिंदगी भर अपनी भावनाएं हर किसी से छुपाते रहेंगे। उनको रोके नहीं, बस उनको सांत्वना दें और भरोसा दिलाएं की यह गलत नहीं है और आप हमेशा उनके साथ है।
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उनको गलत न बता कर, सही बात बताए
अगर आप बच्चों को उनकी गलतियों के लिए डांटते रहेंगे तो उन्हे लगेगा कि वह हर चीज गलत करते है। ऐसे में वह कुछ भी नया करने की कोशिश नहीं कर पाएंगे। और जब तक कोई गलती नहीं करता तब तक कोई कुछ सीखता नहीं है। इसलिए बच्चों को यह ना बताएं कि उन्होंने क्या गलत किया, बल्कि उन्हें यह बताएं कि क्या सही चीज है।
उनकी बात सुने
जिस तरह आप चाहते हैं कि बच्चे आपकी बात बच्च सुने और समझे उसी तरह बच्चे चाहते हैं कि आप भी उनकी बात को सुनकर उन्हें समझने की कोशिश करें। उन्हें बिना किसी बात के डांटने से पहले उनसे पूछे कि उन्होंने वो कदम क्यों उठाया। उनका हिस्सा जानना और सुनना बहुत जरूरी है।
बच्चों को समझना और समझाना थोड़ा मुश्किल होता है। पर अगर आप प्यार से उनसे बात करे और उन्हें सही ढंग से बाते समझाए तो वो आपको समझेंगे और आपकी बातों का पालन भी करेंगे।