लाइका डौगी का अंतरिक्ष सफर -इस कहानी को सुनकर आप हो जायेंगे इमोशनल
मिशन सुसाइड पर लाइका का अंतरिक्ष सफर
जानवर बड़े ही प्यारे होते है किसी भी जानवर से भावात्मक रिश्ता बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं होता और खासकर जब बात हो कुत्तो की तो कुत्ते तो हमेशा से ही इंसानो के वफादार साथी रहे हैं,, काल्पनिक फिल्म में भी हमेशा इंसानो से ज्यादा कुत्तो के मरने पर दुःख जताया जाता है आज हम आपको ऐसी कहानी बताने जा रहे है जिसमे एक डौगी’लाईका ‘ के साहस और त्याग की झलक है
परिक्षण के परिणाम से वाक़िफ़ थे वैज्ञानिक
दरअसल, 1957 में 3 नवंबर को रूस ने स्पुटनिक-2 नाम के अंतरिक्षयान में लाइका को अंतरिक्ष भेजा था. लाइका ने स्पुटनिक-2 में बैठकर धरती के चक्कर भी लगाए थे. लाइका को परीक्षण के तौर पर इस मिशन पर भेजा गया था. इस मिशन का मकसद अंतरिक्ष में किसी इंसान को भेजना कितना सुरक्षित है और वहां की स्थिति कैसी है?, ये जानना था. लाइका ने इस मिशन को पूरी ईमानदारी और बहादुरी से पूरा किया, लेकिन वह जीवित वापस नहीं आ पाई.
क्या लाईका अंतरिक्ष में जाने वाली पहली जानवर थी ?
वैसे, माना तो यही जाता है कि लाइका पहली जानवर थी, जो अंतरिक्ष पर गई थी. मगर ये पूरी तरह से सही नहीं है. क्योंकि लाइका से पहले भी कई जानवर अंतरिक्ष पर भेजे जा चुके है . जी हां, ये ज़रूर सही बात है कि लाइका पहला जानवर थी जो धरती के कक्ष में पहुंची. पहले जो भेजे गए थे, वो धरती के कक्ष में नहीं भेजे गए थे.
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